यूक्रेन में फंसे तकरीबन सभी छात्र स्वेदश लौट चुके हैं। यूक्रेन के खिलाफ रूस के सैन्य अभियान के दो दिन बाद शुरू ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत अब तक करीब 18 हजार भारतीयों को वापस लाया गया है। सुमी शहर में बमबारी के बीच फंसे 700 भारतीय छात्रों को भी सकुशल निकाल लिया गया है, लेकिन युद्धग्रस्त यूक्रेन से भारतीय छात्रों की सुरक्षित निकासी इतनी आसान नहीं थी। छात्रों की सुरक्षित घर वापसी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बड़ी भूमिका निभाई है। इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की। दोनों नेताओं से बाचतीच और सुरक्षित मार्ग देने के भरोसा के के बाद आखिरी निकासी अभियान पूरा किया गया।
शत्रुता समाप्त कर संवाद शुरू करें रूस-यूक्रेन: प्रधानमंत्री मोदी
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को समाप्त करवाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुरू से ही प्रयासरत हैं। प्रधानमंत्री मोदी रूस-यूक्रेन के बीच शांति स्थापित करने के लिए दुनिया के तमाम बड़े नेताओं के साथ संपर्क में हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने 24 फरवरी से रूस के सैन्य अभियान शुरू होने के बाद से 12 बार यूक्रेन के पड़ोसी देशों के राष्ट्र प्रमुखों से बात की है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 9 मार्च को हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन से फोन पर बात की। दोनों नेताओं ने यूक्रेन की मौजूदा स्थिति पर चर्चा की और तत्काल युद्धविराम के साथ-साथ फिर से राजनयिक संबंध और वार्ता सुनिश्चित करने की जरूरत पर सहमति व्यक्त की। प्रधानमंत्री ने यूक्रेन-हंगरी सीमा के माध्यम से 6000 से अधिक भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने की सुविधा के लिए पीएम ओर्बन और हंगरी सरकार को धन्यवाद दिया। दोनों नेताओं ने मौजूदा स्थिति पर संपर्क में रहने और संघर्ष की समाप्ति को बढ़ावा देने के अपने प्रयासों को जारी रखने पर सहमति व्यक्त की।
प्रधानमंत्री मोदी ने 8 मार्च को नीदरलैंड्स के प्रधानमंत्री मार्क रुट से फोन पर बात की। दोनों राजनेताओं ने यूक्रेन की वर्तमान परिस्थितियों पर चर्चा की और वहां जारी मानवीय संकट पर अपनी चिंताओं का साझा किया। प्रधानमंत्री मोदी ने साफ कहा कि रूस और यूक्रेन को शत्रुता समाप्त करके संवाद और कूटनीति के मार्ग पर आना ही होगा। प्रधानमंत्री ने रूस और युक्रेन के बीच चल रही बातचीत का स्वागत किया और आशा व्यक्त की कि इसका जल्द समाधान निकल आएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने इसके साथ ही प्रधानमंत्री रुट को यूक्रेन के युद्धग्रस्त इलाकों से भारतीय नागरिकों को बाहर निकालने, प्रभावित आबादी के लिए दवाओं सहित अन्य आपद राहत सामग्री के रूप में भारत की ओर से दी गई सहायता के बारे में भी जानकारी दी।
इसके पहले सोमवार, 7 मार्च को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच करीब 50 मिनट तक बात हुई। राष्ट्रपति पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी को यूक्रेन संकट की ताजा स्थिति और वार्ता के बारे में बताया। प्रधानमंत्री मोदी ने बातचीत के दौरान युद्धविराम के लिए रूस की सराहना की। प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों नेताओं के बीच सीधी बातचीत का आह्वान किया।
यूक्रेन में युद्ध शुरू होने के बाद से प्रधानमंत्री मोदी ने कई यूरोपीय नेताओं से बात की। 2 मार्च को उन्होंने फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों, पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रजेज डूडा और यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल से बातचीत की। राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों के साथ बातचीत में प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की ओर से युद्ध प्रभावित क्षेत्र से अपने नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकालने और वहां प्रभावित लोगों के लिए दवाइयों के साथ ही जरूरी राहत सामग्री भेजने के बारे में भी बताया। प्रधानमंत्री ने दोनों पक्षों के बीच बातचीत का स्वागत किया।
यूक्रेन संकट के बाद इन नेताओं से हुई बात
24 फरवरी- रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन
26 फरवरी- यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की
28 फरवरी- स्लोवाक रिपब्लिक के प्रधानमंत्री एडवर्ड हेगर
28 फरवरी- रोमानिया के प्रधानमंत्री निकोलाई जोनेल च्यूका सेबात
01 मार्च- पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा
01 मार्च- फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्यूल मैक्रों
01 मार्च- यूरोपीय यूनियन के अध्यक्ष चार्ल्स माइकल
02 मार्च- रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन
07 मार्च- यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की
07 मार्च- रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन
08 मार्च- नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रुट
09 मार्च- हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन