प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि परीक्षा में पूछे गए सवालों और जिंदगी के मकसद में अक्सर तालमेल इसलिए नहीं होता क्योंकि हमने शिक्षा को जिंदगी से काटकर एग्जाम से जोड़ दिया है। परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के दौरान एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि शिक्षा के हर पहलू को जिंदगी के साथ रिलेवेंट करके पेश करना ये टीचर्स की हॉबी होनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने इसके लिए अपने स्कूल के दिनों का एक दिलचस्प उदाहरण भी दिया।