प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में भारत तेजी से कोरोना महामारी से बाहर निकलने का प्रयास कर रहा है। भारतीय जतना पार्टी शासित राज्य गोवा में कोरोना का अब एक भी मरीज नहीं है। देश में पिछले 7 दिनों के डेटा के अनुसार कोरोना वायरस के मामलों की डबलिंग रेट 3.4 से बढ़कर 7.5 हो गई है। 19 अप्रैल तक के डेटा के अनुसार देश में 18 राज्यों में कोरोना वायरस के संक्रमण की दर राष्ट्रीय स्तर से कम रही है। अबतक देशभर में कोरोना के 2546 मरीज ठीक हो चुके हैं, जो कुल मरीजों के 14.75 फीसदी हैं।
महत्वपूर्ण बात है कि मोदी सरकार की जनकल्याकारी योजनाएं कोरोना संकट में निकलने में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। मोदी सरकार की उड़ान योजना कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में वरदान साबित हो रही है। कोरोना संकट के दौरान 26 मार्च से 19 अप्रैल, 2020 तक मात्र 24 दिनों में उड़ान योजना के तहत कुल 301 फ्लाइट के जरिए तीन लाख किमी से अधिक कवर किया गया है और 507 टन से अधिक चिकित्सा और आवश्वयक माल का परिवहन किया गया है। गौरतलब है कि लॉकडाउन के कारण देशवासियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा है और ऐसे में ‘उड़ान योजना’ के जरिए लोगों को सुविधाएं पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।
Lifeline UDAN continues to transport medical & essential supplies to regions where these are needed.
301 flights have flown across 3,00,000 kms to carry 507 tons.
That's a commendable performance by civil aviation professionals & officials.Keep up the good work ?@PMOIndia pic.twitter.com/2Tonz1IGHr
— Hardeep Singh Puri (@HardeepSPuri) April 20, 2020
इसके अलावा कोविड-19 संकट के समय भारतीय रेलवे भी अपने स्तर पर लोगों की मदद पहुंचाने की भरपूर कोशिश कर रही है। FCI ने रेल और दुर्गम सड़क मार्ग के जरिए असम को 2.16 लाख टन,अरूणाचल प्रदेश को 17000 टन,मेघालय को 38000 टन, मणिपुर को 18000 टन,मिज़ोरम को 14000 टन,नागालैंड को 14000 टन और त्रिपुरा को 33000 टन खाद्यान्न की आपूर्ति की है।
FCI ने रेल और दुर्गम सड़क मार्ग के जरिए असम को 2.16 लाख टन,अरूणाचल प्रदेश को 17000 टन,मेघालय को 38000 टन, मणिपुर को 18000 टन,मिज़ोरम को 14000 टन,नागालैंड को 14000 टन और त्रिपुरा को 33000 टन खाद्यान्न की आपूर्ति की है। 3/3 @narendramodi@PemaKhanduBJP @SangmaConrad @Neiphiu_Rio pic.twitter.com/7kJRhxWxKA
— Ram Vilas Paswan (@irvpaswan) April 20, 2020
Service in Times of COVID-19: Following PM @NarendraModi ji’s principles, Railways has taken steps to ensure welfare & good health of the people.
Safeguarding the needy, Railways has distributed more than 20 lakh free meals across India during lockdown
?https://t.co/mXihFV03tO pic.twitter.com/wSobQb0g9g
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) April 20, 2020
2014 में सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अनेक जन कल्याणकारी कदम उठाए और यही कारण है कि आज भारत कोरोना के खिलाफ लड़ाई मजबूती से लड़ रहा है। आइए, जानते हैं कैसे?
देश में बने 10 करोड़ शौचालय
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सत्ता में आते ही स्वच्छता को लेकर गंभीर प्रयास किए और उनके अथक प्रयासों से देशभर में अब तक 10 करोड़ से ज्यादा शौचालय बनाए जा चुके हैं। हर घर में शौचालय होने के कारण आज भारत कोरोना संकट में निपटने में ज्यादा सक्षम है। घरों में शौचालय होने के कारण लोग घरों से बाहर शौचालय जाने के लिए मजबूर नहीं है और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को फॉलो करने में ज्यादा सक्षम हैं।
8 करोड़ महिलाओं को फ्री गैस कनेक्शन
प्रधानमत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से देशभर में अब तक उज्ज्वला योजना के तहत 8 करोड़ महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन दिए जा चुके हैं। इससे फायदा यह हुआ है कि चूल्हा जलाने के लिए लोगों को लड़की चुनने या फिर अन्य संसाधनों को जुटाने के लिए घर से बाहर नहीं निकलना पड़ा रहा है और भारत कोरोना से निपटने में ज्यादा सक्षम है।
2 करोड़ लोगों को पक्का मकान
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत देशभर में अब तक 2 करोड़ लोगों को पक्के मकान की चाभी दी जा चुकी है और अपने परिवार के साथ आराम से रह रहे हैं। अगर ये मकान नहीं बनते तो क्या भारत में सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन संभव होता, क्योंकि 2 करोड़ परिवारों के पास रहने को अपना घर तक नहीं था।
18,000 गांव व 3 करोड़ घरों में बिजली
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सत्ता में आने के बाद देशभर के सभी गांवों में बिजली पहुंचाई जा चुकी है। आजादी के करीब 65 सालों तक देश के 18 हजार गांवों में बिजली ही नहीं पहुंची थी तो क्या ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन कितना संभव हो पाता। मोदी सरकार के प्रयास से 3 करोड़ से अधिक घरों में बिजली पहुंच चुकी है और कही न कही इसका फायदा आज कोरोना संकट से निपटने में भी हो रहा है।
36 करोड़ लोगों के खुले बैंक अकाउंट
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से देशभर में 36 लाख लोगों के बैंक अकाउंट खुल चुके हैं। इसका फायदा ये हो रहा है कि लोगों को जनकल्याणकारी योजनाओं के पैसे सीधे खाते में पहुंच रहे हैं। अगर बैंक अकाउंट नहीं होता है कि सरकार कोरोना के इस संकट में उन्हें कैसे मदद पहुंचा पाती। यह बड़ा सवाल है।
सोचिए, कोरोना महामारी भारत में कितनी तबाही मचाती,अगर पीएम मोदी ने बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए 2014 से निरंतर इतना कठिन परिश्रम न किया होता।