प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देश के प्रति समर्पण जगजाहिर है। प्रधानमंत्री बनने के बाद पिछले चार साल में उन्होंने एक दिन भी छुट्टी नहीं ली। प्रधानमंत्री मोदी के जीवन के सिर्फ एक ही मायने हैं भारत माता के लिए काम ही काम। प्रधानमंत्री मोदी यह सब कर पाते हैं समय का सदुपयोग करके। भारी व्यस्तता के बीच प्रधानमंत्री मोदी समय का सदुपयोग किस तरह से करते हैं इसकी एक झलक आप उनके कार्यक्रम से देख सकते हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का 16 अगस्त को शाम पांच बजकर पांच मिनट पर दिल्ली के एम्स में निधन हो गया। निधन के समय से अंतिम संस्कार तक हर वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिखे चाहे वह एम्स हो या स्मृति स्थल। प्रधानमंत्री मोदी उनके निधन से पहले और बाद में भी कई बार एम्स गए। रात में वाजपेयी जी का पार्थिव शरीर उनके निवास पर लाया गया, पीएम मोदी यहां भी देर रात तक रहे।
इसके बाद शुक्रवार 17 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी का दिनभर व्यस्त कार्यक्रम रहा। प्रधानमंत्री मोदी सुबह उठते ही केरल में आई बाढ़ के बारे में वहां के मुख्यमंत्री से बात की। फिर दीन दयाल उपाध्याय मार्ग पर स्थित बीजेपी हेडक्वार्टर पहुंच गए। यहां अटल जी के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था। यहां से उनकी अंतिम यात्रा स्मृति स्थल तक जाने के लिए निकाली गई। इस अंतिम यात्रा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पार्टी मुख्यालय से राष्ट्रीय स्मृति स्थल तक लाखों की भीड़ में प्रोटोकॉल तोड़कर चार किलोमीटर पैदल चलकर गए।
वाजपेयी जी को शाम पांच बजे के करीब मुखाग्नि दी गई। अंतिम संस्कार के बाद प्रधानमंत्री मोदी एक बार फिर से अपने काम में जुट गए। दिन भर की भारी व्यस्तता के बाद भी शाम में ही केरल में बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने निकल गए। प्रधानमंत्री के शुक्रवार रात तिरुवनंतपुरम पहुंचने पर केरल के राज्यपाल पी. सदाशिवम, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगियों ने हवाई अड्डे पर उनकी अगवानी की।
Leaving for Kerala to take stock of the flood situation in the state.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 17, 2018
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार सुबह तिरुवनंतपुरम से कोच्चि पहुंचे। यहां उन्होंने केरल में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति पर मुख्यमंत्री और अन्य अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठककर समीक्षा की।
Had a telephone conversation with Kerala CM Shri Pinarayi Vijayan just now. We discussed the flood situation across the state and reviewed rescue operations.
Later this evening, I will be heading to Kerala to take stock of the unfortunate situation due to flooding. @CMOKerala
— Narendra Modi (@narendramodi) August 17, 2018
आप देख सकते हैं कि वाजपेयी जी के निधन के बाद बृहस्पतिवार से ही प्रधानमंत्री मोदी किस तरह व्यस्त रहे। पार्थिव शरीर को एम्स से उनके सरकारी आवास लाने, फिर शुक्रवार को सरकारी आवास से पार्टी मुख्यालय ले जाने से लेकर अंतिम यात्रा तक पीएम मोदी हर जगह खुद मौजूद रहे। अंतिम संस्कार के बाद फिर केरल रवाना हो गए। प्रधानमंत्री मोदी यूं ही खुद को प्रधानसेवक नहीं कहते।