वैसे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी महानता का परिचय समय-समय पर देते रहते हैं पर रविवार को कुछ ऐसा हुआ जिसे देखकर आप पीएम मोदी पर और गर्व करने लगेंगे। हुआ यूं की रविवार को पीएम मोदी ने एक के बाद एक कुल बीस ट्वीट हिंदी में किये। यह पहला मौका था जब किसी प्रधानमंत्री ने हिंदी भाषा से लगाव के चलते इतने ट्वीट हिंदी में किए।
पीएम मोदी ने संसद के मानसून सत्र से पहले कुछ संदेश देश के नागरिकों और राजनैतिक पार्टियों के नेताओं को दिए। इन संदेशों में जीएसटी का सफलता से लागू होना भी शामिल था। आप भी पढ़िये प्रधानमंत्री मोदी के ये ट्वीट्स-
मुझे उम्मीद है कि मॉनसून सत्र में भी समय, संसाधन और सदन की मर्यादा का ध्यान रखते हुए सार्थक विचार-मंथन होंगे।
— Narendra Modi (@narendramodi) July 16, 2017
जीएसटी के समय जिस तरह से सभी राजनीतिक दल एक साथ आए, इसके लिए सभी दल धन्यवाद के पात्र हैं।
— Narendra Modi (@narendramodi) July 16, 2017
जीएसटी लागू हुए 15 दिन से ज्यादा हो रहे हैं और इन 15 दिनों में ही कई सकारात्मक परिणाम दिखाई देने लगे हैं।
— Narendra Modi (@narendramodi) July 16, 2017
पिछले बजट सत्र को एक महीने पहले करने के अच्छे परिणाम आये हैं। CAG के अनुसार पिछले साल अप्रैल जून के मुकाबले इस बार 30% ज्यादा राशि खर्च हुई
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इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े परियोजनाओं में इस बार Capital expenditure पिछले साल के मुकाबले 49 प्रतिशत बढ़ा है।
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देश के कई हिस्सों में और विशेषकर उत्तर पूर्व के राज्यों में बाढ़ की वजह से उत्पन्न हालात पर केंद्र सरकार राज्यों के संपर्क में है।
— Narendra Modi (@narendramodi) July 16, 2017
गौरक्षा को कुछ असामाजिक तत्वों ने अराजकता फैलाने का माध्यम बना लिया है। इसका फायदा देश में सौहार्द बिगाड़ने में लगे लोग भी उठा रहे हैं।
— Narendra Modi (@narendramodi) July 16, 2017
देश की छवि पर भी इसका असर पड़ रहा है। राज्य सरकारों को ऐसे असामाजिक तत्वों पर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।
— Narendra Modi (@narendramodi) July 16, 2017
गाय को हमारे यहां माँ मानते हैं,लोगों की भावनाएं जुड़ी हैं। लेकिन यह समझना होगा कि गौ रक्षा के लिए कानून हैं और इन्हें तोड़ना विकल्प नहीं है
— Narendra Modi (@narendramodi) July 16, 2017
कानून व्यवस्था को बनाए रखना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है और जहां भी ऐसी घटनाएं हो रही हैं, राज्य सरकारों को इनसे सख्ती से निपटना चाहिए।
— Narendra Modi (@narendramodi) July 16, 2017
राज्य सरकारों को ये भी देखना चाहिए कि कहीं कुछ लोग गौरक्षा के नाम पर अपनी व्यक्तिगत दुश्मनी का बदला तो नहीं ले रहे हैं।
— Narendra Modi (@narendramodi) July 16, 2017
हम सभी राजनीतिक दलों को गौरक्षा के नाम पर हो रही इस गुंडागर्दी की कड़ी भर्त्सना करनी चाहिए।
— Narendra Modi (@narendramodi) July 16, 2017
कई दशकों से नेताओं की साख हमारे बीच के ही कुछ नेताओं के बर्ताव की वजह से कठघरे में है।हमें जनता को भरोसा दिलाना होगा कि हर नेता दागी नहीं है
— Narendra Modi (@narendramodi) July 16, 2017
सार्वजनिक जीवन में स्वच्छता के साथ ही भ्रष्ट नेताओं पर कार्रवाई आवश्यक है। हर दल ऐसे नेताओं को पहचानकर अपने दल की राजनीतिक यात्रा से अलग करे
— Narendra Modi (@narendramodi) July 16, 2017
देश को लूटनेवालों के खिलाफ जब कानून अपना काम करता है तो सियासी साजिश की बात करके बचने का रास्ता खोजने वालों के विरुद्ध एकजुट होना होगा
— Narendra Modi (@narendramodi) July 16, 2017
9 अगस्त को अगस्त क्रांति के 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं। यह अवसर देश की स्वतंत्रता के लिए अपना जीवन खपा देने वाले महान सपूतों को याद करने का है।
— Narendra Modi (@narendramodi) July 16, 2017
ये अवसर युवा पीढ़ी को अगस्त क्रांति का महत्व बताने का है। मेरा अनुरोध है कि दोनों सदनों व देश भर में इस अवसर पर कार्यक्रमों का आयोजन हो।
— Narendra Modi (@narendramodi) July 16, 2017
इस बार के राष्ट्रपति चुनाव ऐतिहासिक हैं। संभवत: पहली बार किसी भी दल ने दूसरे उम्मीदवार पर अमर्यादित टिप्पणी या बेवजह बयानबाजी नहीं की।
— Narendra Modi (@narendramodi) July 16, 2017
सभी दलों ने इस चुनाव की गरिमा का ध्यान रखा। यह हमारे लोकतंत्र की परिपक्वता की ऊँचाई है।अब हमें सुनिश्चित करना है कि एक भी वोट बेकार न जाए।
— Narendra Modi (@narendramodi) July 16, 2017