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सरदार पटेल के प्रण, प्रतिभा, पुरुषार्थ और परमार्थ की भावना का प्रकटीकरण है प्रतिमा: प्रधानमंत्री मोदी

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा के अनावरण के अवसर पर भारत को एक करने में उनके महत्वपूर्ण योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि आज का दिन इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज हो गया है, भारत की पहचान और सम्मान को समर्पित विराट व्यक्तित्व को आज उचित स्थान मिला है। पीएम मोदी ने कहा कि यह प्रतिमा सरदार पटेल के प्रण, प्रतिभा, पुरुषार्थ और परमार्थ की भावना का जीता जागता प्रकटीकरण है।

श्री मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने यह सपना देखा था और तब उन्हें इसका अंदाजा भी नहीं था कि प्रधानमंत्री के रूप में इस विश्व की विशालतम प्रतिमा का अनावरण करने का सौभाग्य मिलेगा। पीएम मोदी ने उन पलों को भी याद किया जब कैसे सरदार पटेल की प्रतिमा के लिए देशभर से किसानों से अपने पुराने कृषि औजारों का और खेत की मिट्टी की दान मांगा गया था। उन्होंने कहा कि करोड़ों लोगों ने इस प्रतिमा के निर्माण को जन आंदोलन बना दिया।

सरदार पटेल ने देश को एक सूत्र में पिरोया
पीएम मोदी ने कहा कि जब देश आजाद हुआ था पूरे विश्व में भारत के भविष्य को लेकर कई आशंकाएं थी, लेकिन सरदार पटेल ने उन आशंकाओं को हमेशा के लिए समाप्त कर दिया। सरदार साहब ने अपने सामर्थ्य से 550 रियासतों में बंटे देश को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल में कौटिल्य की कूटनीति और शिवाजी महाराज के शौर्य का समावेश था। सरदार पटेल ने आजादी के बाद राजा रजवाड़ों को एकीकरण की शक्ति समझाई और उनके आह्वान पर राजा रजवाड़ों ने विलय कर दिया था और देखते ही देखते भारत एक हो गया था।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दबाब और मतभेदों के बीच प्रशासन में गवर्नेंस को कैसे स्थापित किया जाता है, यह सरदार साहब ने करके दिखाया है। आज हम सरदार पटेल की वजह से ही कच्छ ले लेकर कोहिमा तक और करगिल से कन्याकुमारी तक बेरोकटोक जा पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर सरदार साहब ने ये संकल्प नहीं लिया होता तो आज गिर के शेर को देखने के लिए, सोमनाथ में पूजा करने के लिए और हैदराबाद की चार मीनार देखने के लिए वीजा लेना पड़ता। पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया की ये सबसे ऊंची प्रतिमा, पूरे विश्व को और भावी पीढ़ियों को सरदार पटेल के साहस की याद दिलाती रहेगी।

श्री मोदी ने कहा कि देश के लोकतंत्र से सामान्य जन को जोड़ने के लिए सरदार साहब प्रतिपल समर्पित रहे। भारत की राजनीति में महिलाओं के सक्रिय योगदान के पीछे भी सरदार पटेल का बहुत बड़ा रोल रहा है। आजादी के कई दशक पहले जब देश में माताएं-बहनें शहरों, पंचायतों तक के चुनाव में हिस्सा नहीं ले सकती थीं, तब उन्होंने आवाज उठाई थी। सरदार पटेल की वजह से ही मौलिक अधिकार हमारे लोकतंत्र का हिस्सा है।

सरकार ने शुरू किया राष्ट्र नायकों के सम्मान का अभियान
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बीते चार वर्षों में सरकार ने देश के नायकों को स्मरण करने का एक बड़ा अभियान शुरू किया है। सरदार पटेल प्रतिमा के साथ ही उनकी स्मृति में दिल्ली में आधुनिक म्यूजियम भी बनाया है। गांधी नगर का महात्मा मंदिर, गांधी कुटीर, अंबेडकर के पंचतीर्थ, हरियाणा में किसान नेता छोटूराम की ऊंची प्रतिमा और आदिवासियों के वीर नायक गोविंद गुरु का श्रद्धास्थल तैयार किए जा चुके हैं। इसके साथ ही दिल्ली में बोस का संग्रहालय, मुबंई में शिवाजी की प्रतिमा के अलावा आजादी के वीर आदिवासी नायकों के संग्रहालय बनाकर इतिहास को पुनर्जीवित करने का काम किया जा रहा है।

राष्ट्र नायकों के सम्मान पर राजनीति करने वालों को आड़े हाथ लिया
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र नायकों को सम्मान दिलाने की मुहिम को राजनीतिक चश्मे से देखने वालों को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए सरकार की आलोचना की जाती है कि जैसे कोई बड़ा अपराध कर दिया हो। उन्होंनें कहा कि क्या महापुरुषों का स्मरण अपराध है। श्री मोदी ने कहा कि देश की अखंडता, एकता को बनाए रखना ऐसा दायित्व है, जो सरदार पटेल हमें सौंप कर गए हैं। हमारी जिम्मेदारी है कि देश को बांटने की हर कोशिश का पुरजोर जवाब दें। हमें प्रण करना है कि सरदार पटेल के संस्कारों को पूरी पवित्रता के साथ आने वाली पीढ़ियों में उतारने का काम करेंगे।

पटेल के सपनों का भारत बनाने में जुटी सरकार
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार पटेल के सपनों का भारत बनाने की ओर अग्रसर है। पटेल ने जिस तरह के साफ सुथरे गांव का सपना देखा था उसे पूरा किया जा रहा है। आज ग्रामीण स्वच्छता का दायरा 95 प्रतिशत पहुंच गया है। सरकार देश के हर बेघर को पक्का घर दे रही है। सरकार ने 18 हजार गांवों तकबिजली पहुंचाई, सौभाग्य योजना के हर घर में बिजली पहुंचाई जा रही है, हर गांव में सड़क, ऑप्टिकल फाइबर, हर घर में गैस का चूल्हा और शौचालय की सुविधा पर काम हो रहा है। सरकार ने दुनिया की सबसे बड़ी प्रधानमंत्री जन आरोग्य बीमा योजना योजना शुरू की है। जिस प्रकार सरदार पटेल ने रियासतों को जोड़ कर देश का राजनीतिक एकीकरण किया, उसी प्रकार हमारी सरकार ने जीएसटी के माध्यम से देश का आर्थिक एकीकरण किया है। सरदार साहब के भारत जोड़ो प्रण को निरंतर विस्तार दिया जा रहा है। कृषि मंडियों को जोड़ने वाली ईनाम योजना हो, वन नेशन वन ग्रिड, भारत माला, भारतनेट हो जैसे अनेक कार्यक्रमों के जरिए सरकार एक भारत श्रेष्ठ भारत के सपने को साकार करने में जुटी है।

पर्यटन से विकसित होता आस-पास का क्षेत्र
इस अवसर पर श्री मोदी ने कहा कि स्टेच्यू ऑफ यूनिटी की वजह से आसपास के क्षेत्र पर्यटन के लिहाज से विकसित होगा। इससे यहां के हजारों आदिवासी भाई बहनों को हर वर्ष सीधा रोजगार मिलने वाला है। सतपुड़ा और विंध्य में बसे लोगों को प्रकृति ने जो सौंपा है वो आज काम आने वाला है और इनके बारे में पूरी दुनिया जानने वाली है। श्री मोदी ने कहा कि फूलों की घाटी भी इस स्मारक के आकर्षण को और बढ़ाने वाली है। पीएम मोदी ने यहां एक ऐसी एकता नर्सरी बने का आग्रह किया जहां से पर्यटक एकता का पौधा अपने घर ले जाएं और एकता का वृक्ष बोएं।

 

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