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सहरसा की धरती से प्रधानमंत्री मोदी का वादा – फिर लौटेगा बिहार की शिक्षा का प्राचीन गौरव

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बिहार विधानसभा चुनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 03 नवंबर, 2025 को सहरसा में एक विशाल चुनावी जनसभा को संबोधित किया। ऐतिहासिक दृष्टि से गौरवशाली सहरसा की भूमि का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि “जिस सहरसा में आदि शंकराचार्य जी और मंडन मिश्र जी का महान शास्त्रार्थ हुआ था, उसी धरती से मैं बिहार के युवाओं को यह विश्वास दिलाता हूं कि बिहार की शिक्षा का वही गौरव एक बार फिर लौटकर रहेगा।” उन्होंने कहा कि यह भूमि सदियों से वाद-विवाद, ज्ञान और तर्कशास्त्र की परंपरा की साक्षी रही है, और आज उस परंपरा की प्रेरणा से राज्य को शिक्षा और विकास की नई दिशा दी जा रही है।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कांग्रेस और आरजेडी पर खासा हमला बोला और कहा कि ये दल केवल वादों और भाषणों तक सीमित रहे, लेकिन काम के नाम पर उन्होंने कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस और RJD के नामदार बड़े-बड़े सपने दिखाते हैं। लेकिन जब दस साल तक उनकी सरकार रही, तब भी उन्होंने नालंदा विश्वविद्यालय के लिए सिर्फ 20 करोड़ रुपये देकर बात खत्म कर दी। 20 करोड़ से तो कई गांवों में एक स्कूल भी नहीं बन पाता।” इसके विपरीत उन्होंने कहा कि 2014 में केंद्र में एनडीए सरकार बनने के बाद नालंदा की पहचान और उसकी गरिमा की पुनर्स्थापना पर गंभीरता से काम हुआ। “हमने पिछले 10 साल में नालंदा को 2 हजार करोड़ रुपये से अधिक का बजट दिया और आज गर्व की बात है कि नालंदा के कैंपस में 21 से ज्यादा देशों के विद्यार्थी पढ़ रहे हैं।”

पीएम मोदी ने युवाओं, खासकर पहली बार वोट डालने वाले मतदाताओं से सीधी अपील की। उन्होंने कहा कि उनका पहला वोट ऐसा होना चाहिए जो राज्य की स्थिरता, विकास और प्रगति को मजबूत करे। “पहला वोट बहुत कीमती है। मैं जब पहली बार वोट डालने गया था, तब भी यही सोचा था कि मेरा वोट ऐसी सरकार को मिलना चाहिए जो काम करे। मैं चाहता हूं कि आप भी पहला वोट उस सरकार को दें जो बिहार को आगे ले जाए- एनडीए सरकार को।”

प्रधानमंत्री ने सभा में महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण को लेकर सरकार की पहलों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि बीते वर्षों में महिलाओं के जीवन में जो सुधार हुआ है वह पूरे देश के सामाजिक बदलाव की मिसाल है। उन्होंने कहा कि करोड़ों शौचालय बनवाए गए, हर घर जल योजना से घरों में नल का पानी पहुंचा, उज्ज्वला योजना से घरों में गैस आई, आयुष्मान भारत से 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज सुनिश्चित हुआ और गर्भवती महिलाओं के खाते में सीधी आर्थिक सहायता भेजी गई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने अधिकांश घर महिलाओं के नाम पर हैं, जिससे उनका आत्मविश्वास और सामाजिक मान बढ़ा है। उन्होंने यह भी बताया कि आज देश के स्टार्टअप माहौल में लाखों महिलाओं की सक्रिय भूमिका है और यह बदलाव केवल योजनाओं की वजह से संभव हुआ।

मछली पालन से जुड़े क्षेत्र पर उन्होंने कहा कि देश में पहली बार मत्स्य पालन के लिए अलग मंत्रालय बनाकर इस क्षेत्र की जरूरतों और समस्याओं को प्राथमिकता दी गई। उनकी सरकार की नीतियों के कारण आज बिहार पहले की तरह दूसरे राज्यों से मछली मंगाने वाला राज्य नहीं रह गया है, बल्कि अब मछली उत्पादन का योगदान देने वाला राज्य बन चुका है। पीएम मोदी ने घोषणा की कि एनडीए दोबारा सत्ता में आती है तो मछली पालकों को जुब्बा सहनी योजना के तहत 9,000 रुपये की अतिरिक्त सहायता दी जाएगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में पूर्व की आरजेडी सरकार के दौर को जंगलराज बताते हुए कहा कि उस समय आम जनता हो या पुलिस, कोई सुरक्षित नहीं था। उन्होंने याद दिलाया कि सहरसा के डीएसपी सत्यपाल सिंह जैसे ईमानदार अधिकारियों की हत्या कर दी गई थी, और अपराधियों को खुली छूट दी जाती थी।

उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार आने के बाद बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर हुई और विकास का मार्ग साफ हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि आज कोसी-मिथिलांचल में आधारभूत ढांचे से लेकर उद्योगों तक लगातार काम हो रहा है। मधेपुरा की रेल फैक्ट्री से अब तक 500 से अधिक इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव भारतीय रेल को दिए जा चुके हैं और आने वाले समय में बिहार उद्योग और विनिर्माण का बड़ा केंद्र बनेगा।

प्रधानमंत्री ने अंत में सभा से यह अपील की कि बिहार को पीछे ले जाने वाली ताकतों को वोट से जवाब देना होगा। उन्होंने कहा, “बिहार का युवा बिहार में काम करे और बिहार का नाम करे, यही हमारा संकल्प है। इसलिए साथियों फिर एक बार, एनडीए सरकार! बिहार में फिर से, सुशासन सरकार!”

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