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1965 की जंग में मार्शल अर्जन सिंह के योगदान और सेना के अनुशासन के प्रति उनके सम्मान को देश कभी नहीं भूलेगा : प्रधानमंत्री

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भारतीय वायु सेना के मार्शल अर्जन सिंह का 98 साल की उम्र में 16 सितंबर को निधन हो गया है। एयरफोर्स फाइव स्टार रैंक वाले मार्शल सिंह इकलौते ऑफिसर थे। जैसा सेना का अनुशासन उनके अंदर भरा था वैसे अब तक शायद किसी सेनानायक में न हो। भारत 1965 के युद्ध में मार्शल अर्जन सिंह का शानदार नेतृत्व कभी नहीं भूलेगा, वह हमेशा याद आएंगे। सिंह ने भले ही इस दुनिया छोड़ दिया है लेकिन वे अपने पीछे न जाने कितनी ही यादें छोड़ गए हैं। उनके निधन पर प्रधानमंत्री ने दुख जताया है।

पीएम नरेंद्र मोदी ने अर्जन सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया, ”भारतीय एयर फोर्स के मार्शल अर्जन सिंह के दुर्भाग्यपूर्ण निधन से भारत दुखी है। देश उनके अप्रतिम शौर्य को हमेशा याद रखेगा।”

भारतीय वायुसेना के एयर मार्शल अर्जन सिंह में सेना का अनुशासन अंतिम सांस तक बरकरार रहा। प्नधानमंत्री ने उन्हें याद करते हुए एक वाकया भी साझा किया।

पीएम मोदी ने लिखा.. ”कुछ समय पहले मैं उनसे मिला था। उनकी सेहत ठीक नहीं थी। फिर भी मेरे रोकने के बावजूद उन्होंने खड़े होकर सैल्यूट करने की कोशिश की। सेना का ऐसा अनुशासन उनके अंदर भर था।”

पीएम ने अर्जन सिंह के बारे में एक के बाद कई ट्वीट किए। उन्होंने अर्जन सिंह के साथ अपनी तस्वीरें भी शेयर कीं। पीएम मोदी ने लिखा- ”भारत 1965 के युद्ध में मार्शल अर्जन सिंह का शानदार नेतृत्व कभी नहीं भूलेगा, वह हमेशा याद आएंगे। ऐसे महान योद्धा और उदार शख्स के निधन पर मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं।”

पीएम मोदी ने याद किया कि कुछ अरसा पहले इसी तरह का एक वाकया जुलाई 2015 में सामने आया था जब उन्होंने व्हील चेयर से उठकर पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम को श्रद्धांजलि दी थी। दरअसल पूर्व राष्ट्रपति कलाम का निधन होने पर उनका पार्थिव शरीर भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के विमान सी-130 सुपर हरक्यूलिस से शिलांग से पालम हवाईअड्डे पर लाया गया था। इस मौके पर तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर तथा तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने कलाम को श्रद्धांजलि दी।

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