दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में चल रहे जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कूटनीतिक मोर्चे पर फुल एक्शन में नजर आए। समिट के इतर उन्होंने दुनिया के तमाम बड़े नेताओं के साथ मैराथन बैठकें कीं। इन मुलाकातों ने न सिर्फ वैश्विक पटल पर भारत की धमक को मजबूत किया, बल्कि आतंकवाद, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और व्यापार जैसे अहम मुद्दों पर बड़े फैसले भी लिए गए।
Yesterday’s proceedings at the G20 Summit in Johannesburg were fruitful. I took part in two sessions and shared my views on key issues. Also had productive meetings with many world leaders. Watch the highlights… pic.twitter.com/l8EsjxsyRO
— Narendra Modi (@narendramodi) November 23, 2025
दक्षिण अफ्रीका: ग्लोबल साउथ और चीतों पर बनी बात
प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले मेजबान राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा से मुलाकात की। उन्होंने शानदार मेजबानी के लिए रामफोसा को धन्यवाद दिया और भारत के ‘इंटरनेशनल बिग कैट अलायंस’ में शामिल होने का न्योता दिया, साथ ही चीतों को भारत भेजने के लिए आभार भी जताया। दोनों नेताओं ने खनन, स्टार्ट-अप और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर में सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया। राष्ट्रपति रामफोसा ने भरोसा दिलाया कि 2026 में भारत की ब्रिक्स अध्यक्षता को दक्षिण अफ्रीका का पूरा समर्थन मिलेगा। साथ ही, दोनों ने ‘ग्लोबल साउथ’ की आवाज को बुलंद करने का संकल्प लिया।

इटली: आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस
इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के साथ बैठक बेहद अहम रही। दिल्ली में हुए आतंकी हमले पर एकजुटता दिखाते हुए दोनों नेताओं ने ‘आतंकवाद के वित्तपोषण का मुकाबला करने के लिए भारत-इटली संयुक्त पहल’ को अपनाया। इसका मकसद एफएटीएफ (FATF) जैसे मंचों पर साझेदारी बढ़ाना है। पीएम मेलोनी ने भारत-ईयू मुक्त व्यापार समझौते को जल्द पूरा करने और 2026 में भारत में होने वाले ‘एआई इम्पैक्ट समिट’ को पूर्ण समर्थन देने की बात कही।

कनाडा: रिश्तों में नई गर्मी, 50 अरब डॉलर का लक्ष्य
कनाडा के साथ संबंधों में एक सकारात्मक अध्याय जुड़ता दिखा। पीएम मोदी और कनाडाई पीएम मार्क कार्नी ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना कर 50 अरब डॉलर तक ले जाने के लिए व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) पर बातचीत शुरू करने पर सहमति जताई। इसके अलावा, ‘ऑस्ट्रेलिया-कनाडा-भारत प्रौद्योगिकी और नवाचार (ACITI)’ साझेदारी को भी हरी झंडी मिली, जो परमाणु ऊर्जा और एआई में तीन-तरफा सहयोग को बढ़ाएगी।

जापान: इंडो-पैसिफिक और तकनीक पर जोर
जापान की नई प्रधानमंत्री साने ताकाइची के साथ पीएम मोदी की यह पहली द्विपक्षीय बैठक थी। दोनों नेताओं ने ‘मुक्त और खुले इंडो-पैसिफिक’ के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। बैठक में सभ्यतागत जुड़ाव के साथ-साथ भविष्य की तकनीकों और क्षेत्रीय शांति पर चर्चा हुई। दोनों ने भारत और जापान को एक-दूसरे का ‘विश्वसनीय मित्र’ और ‘मूल्यवान साझेदार’ बताया।
इसके पहले प्रधानमंत्री मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान कई और देशों के प्रमुख नेताओं से मुलाकात की-
नीदरलैंड्स
प्रधानमंत्री मोदी ने नीदरलैंड्स के प्रधानमंत्री डिक स्कोफ से मुलाकात की। दोनों देशों के बीच जल संसाधन, नवाचार, तकनीक और ऊर्जा के क्षेत्रों में तेजी से साझेदारी बढ़ रही है। आगे भी व्यापार और निवेश संबंधों को गहरा करने पर जोर दिया गया।

जमैका
जमैका के प्रधानमंत्री एंड्रयू होलनेस के साथ मुलाकात में ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रिश्तों को उजागर किया गया। भारत-जमैका की पार्टनरशिप में निरंतर प्रगति हो रही है और दोनों देशों ने सामूहिक विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई।

सिएरा लियोन
प्रधानमंत्री मोदी ने सिएरा लियोन के राष्ट्रपति जूलियस मादा बायो के साथ बातचीत की। दोनों देशों ने भरोसे के साथ जन-केंद्रित और भविष्य के लिए तैयार रिश्तों को मजबूत बनाने की बात की।

इथियोपिया
इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद अली से मुलाकात में इतिहास से जुड़े रिश्तों और विकास सहयोग को महत्व दिया गया। तकनीक और स्किलिंग समेत कई क्षेत्रों में भागीदारी को और बढ़ाने की बात की गई।

जर्मनी
जर्मनी के चांसलर फ्रिडरिश मर्ज के साथ वार्ता में व्यापार, तकनीक, और नवाचार के क्षेत्रों में मजबूत रिश्तों की चर्चा हुई।

फ्रांस
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात के दौरान वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श हुआ और भारत-फ्रांस संबंधों को ‘ग्लोबल गुड’ के लिए अहम बताया गया।

वियतनाम
वियतनाम के प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चिन्ह के साथ मुलाकात में भविष्य उन्मुख मित्रता निभाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की गई।

सिंगापुर
सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग से संवाद में भारत-सिंगापुर साझेदारी को वृद्धि और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण बताया गया।

अंगोला
अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ लौरेंको से चर्चा में व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों को गहरा करने के लिए मिल-जुलकर काम करने की बात हुई।

मलेशिया
प्रधानमंत्री मोदी की मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम के साथ गहरी और अच्छी बातचीत हुई। दोनों ने द्विपक्षीय सहयोग को और विविध बनाने के लिए मिलकर काम करने पर सहमति जताई।

दक्षिण कोरिया
राष्ट्रपति ली जे-म्युंग के साथ यह इस वर्ष दूसरी बैठक थी, जिसमें दोनों ने अपनी विशेष रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने और आर्थिक एवं निवेश संबंधों को बढ़ाने के पक्ष में चर्चा की।

ब्राजील
राष्ट्रपति लूला से मुलाकात में दोनों देशों ने व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने का संकल्प लिया।

यूनाइटेड किंगडम
प्रधानमंत्री कीर स्टारमर के साथ यह मुलाकात द्विपक्षीय साझेदारी को नई ऊर्जा देने वाली रही, और कई क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाने का निर्णय लिया गया।

ऑस्ट्रेलिया
प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के साथ रणनीतिक साझेदारी के 5 वर्षों के मौके पर रक्षा, सुरक्षा, परमाणु ऊर्जा और व्यापार जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करने पर चर्चा हुई; साथ ही शिक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर भी विचार किया गया।

इन सभी मुलाकातों का मकसद वैश्विक स्तर पर भारत की भागीदारी और सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाना रहा।









