Home पोल खोल पीएम मोदी के खिलाफ कांग्रेस नेता पवन खेड़ा के झूठ का पर्दाफाश

पीएम मोदी के खिलाफ कांग्रेस नेता पवन खेड़ा के झूठ का पर्दाफाश

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कर्नाटक में चुनावी फायदे के लिए कांग्रेस पार्टी निचले स्तर पर उतर आई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने के लिए कांग्रेस नेता पवन खेड़ा झूठ का सहारा लेकर देश को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं। पवन खेड़ा ने रविवार को कर्नाटक में विद्युतीकरण को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर गलत जानकारी देने का आरोप लगाया। पवन खेड़ा ने ट्वीट करते हुए कहा कि मोदी जी कह रहे हैं कि कर्नाटक में सात लाख गांवों में बिजली नहीं है, जबकि देश में कुल 6,40,867 ही गांव हैं।

कांग्रेस के सीनियर लीडर पवन खेड़ा ने प्रधानमंत्री मोदी के बयान को बिना जांचे-परखे डॉ राजसुमन सिंह के उस ट्वीट को रीट्वीट कर दिया, जिसमें गलत जानकारी दी गई थी।

असल में प्रधानमंत्री मोदी ने गांव नहीं घर के बारे में बात की थी। उन्होंने ट्वीट किया था कि, ‘अगर एक दिन बेंगलरू में बिजली ना आए तो कैसा हाहाकार मच जाएगा। लेकिन कर्नाटक में ऐसे 7 लाख और देश में ऐसे 4 करोड़ घर हैं, जो आजादी के इतने वर्षों बाद भी अंधेरे में ही हैं। इन घरों में बिजली कनेक्शन से घरों में ही रोशनी नहीं होगी बल्कि लोगों का जीवन भी रोशन होगा।’

झूठ-फरेब की कांग्रेसी दुनिया
कांग्रेस की फितरत चुनाव के समय लोगों को झूठी जानकारी देकर गुमराह करने की रही है। गुजरात चुनाव के समय भी कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने झूठ का सहारा लेकर राज्य की जनता को बरगलाने की कोशिश की थी। कांंग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात में महिला साक्षरता को लेकर कुछ आंकड़े ट्ववीट किए। इन आंकड़ों में दिखाया गया था कि 2001 से 2011 के बीच गुजरात में महिला साक्षरता दर में 70.73 से गिरकर 57.8 फीसदी हो गई है।

गुजरात में महिला साक्षरता की सच्चाई इसके उलट है। सही आंकड़ों के हिसाब से गुजरात में 2001 से 2011 के बीच महिला साक्षरता में 12.9 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। यह वृद्धि 1991 से 2001 के बीच हुई 8.9 फीसदी बढ़ोतरी से काफी ज्यादा है। इससे साफ हो गया कि कांग्रेस पार्टी झूठे आंकड़े पेश कर गुजरात सरकार को बदनाम करने की साजिश की।

500 रु. के नोट पर कांग्रेस के झूठ का मिनटों में पर्दाफाश
इसके पहले मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए राज्यसभा में कांग्रेस के सदस्यों ने जाली कागज के टुकड़ों पर बिना किसी सबूत के RBI पर दो अलग-अलग तरह की 500 रुपये का बैंक नोट छापने की आरोप लगा दिया। यहां तक की कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने इसे सदी का सबसे बड़ा घोटाला तक बता दिया, लेकिन RBI का पुराना सर्कुलर सामने आते ही कांग्रेस के झूठे दावों का मिनटों में पर्दाफाश हो गया है।

सरकार की ओर से साफ कर दिया गया कि ये आरोप सरासर तथ्यविहीन हैं, लेकिन कांग्रेस के सदस्य अपनी हरकतों से बाज आने को तैयार नहीं हुए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कांग्रेस सांसद कपिल सिब्बल ने आरोप लगाया कि, “आज हमें पता चला कि सरकार ने नोटबंदी का फैसला क्यों किया था… RBI दो तरह के नोट छाप रहा है, जिनके आकार और डिजाइन अलग-अलग हैं। ” इससे पहले पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक बहुत बड़े खुलासे का भी दावा किया था। 

रिजर्व बैंक के सर्कुलर ने खोली कांग्रेस के झूठ की पोल
दरअसल रिजर्व बैंक ने 8 नवंबर, 2016 को ही दो अलग-अलग सर्कुलर जारी करके साफ कर दिया था कि Inset Letter ‘E’ के साथ और बिना Inset Letter के 500 रुपये के नोट छापे जा रहे हैं। इतना ही नहीं इस सर्कुलर में ये भी साफ कर दिया गया था कि महात्मा गांधी की नई सीरीज वाले पहले से जारी 500 रुपये के सारे नोट वैध माने जायेंगे। बावजूद इसके कांग्रेस ने इसे सदी का सबसे बड़ा घोटाला बता दिया

 

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