अगर सही व्यक्ति से प्रेरणा मिले और समय पर सरकार से सहयोग मिले तो देश की युवाशक्ति अपने देशवासी के लिए क्या नहीं कर सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मेक इन इंडिया के आइडिया से मिली प्रेरणा से ही आईआईटी कानपुर के एक पूर्व छात्र ने अपनी कौशल से पोर्टेबल वेंटिलेटर बनाने में सफलता अर्जित की है। उनकी स्टार्टअप कंपनी नोका रोबोटिक्स ने पोर्टेबल वेंटिलेटर बनाया है। इस मेक इन इंडिया वेंटिलेटर का फैक्ट्री में निर्माण बीडीएल कंपनी करेगी। भारत डायनामिक्स लिमिटेड (BDL) को यह वेंटिलेटर मॉडल काफी पसंद आया और अब कंपनी ने नोका रोबोटिक्स के साथ एक एमओयू साइन किया है। जिसके तहत अब बीडीएल बड़े पैमाने पर वेंटिलेटर का निर्माण करेगी। बता दें कि वायरस से गंभीर रुप से संक्रमित मरीजों को कई बार सांस लेने में परेशानी होती है तो वेंटिलेटर की जरूरत पड़ती है। अगर मरीजों की संख्या बहुत ज्यादा हो गई तो देश में भारी संख्या में वेंटिलेटर की जरूरत पड़ सकती है।
देसी कौशल से बढ़ेगा पोर्टेबल वेंटिलेटर का उत्पादन
आईआईटी कानपुर के युवा इंजीनियरों ने दिखाया कौशल
बीडीएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक कमोडोर सिद्धार्थ मिश्रा ने कहा, “आईआईटी कानपुर के युवा इंजीनियरों ने इतने कम समय में जो हासिल किया है, उससे मैं वास्तव में प्रभावित हूं और मुझे उम्मीद है कि इस तरह के और अधिक इनोवेटिव सॉल्यूशन भारतीय टेक्नोप्रिन्योर से आएंगे। मुझे खुशी है कि बीडीएल ने वेंटिलेटर के निर्माण में आईआईटी कानपुर के साथ भागीदारी की है। इस महत्वपूर्ण समय में राष्ट्र की सेवा करने के लिए पूरी कोशिश करेंगे।”
वेंटिलेटर का निर्माण करने वाले युवा इंजीनियर निखिल कुरेल, हर्षित राठौर और तुषार अग्रवाल ने कहा कि पीएम मोदी के आह्वान के बाद नोका रोबॉटिकसाइड ने आईआईटी कानपुर के प्रो. अमिताभ बंद्योपाध्याय की टीम के सुवरविजन में गंभीर रूप से बीमार COVID-19 रोगियों की जिंदगी बचाने के लिए आवश्यक, सस्ती, स्वदेशी वेंटिलेटर विकसित किया है। गंभीर रोगियों को सहायता प्रदान करने के अलावा, वेंटिलेटर के डिजाइन में फ्रंट लाइन हेल्थकेयर कार्यकर्ताओं को वायरस के संपर्क से बचाने के लिए भी खास विशेषताएं हैं। इस महत्वाकांक्षी परियोजना में डीआरडीओ, डीजीएमएस के अलावा चिकित्सा उपकरण उद्योग के विशेषज्ञों, भारत और विदेश के अनुभवी चिकित्सकों के एक समूह का मार्गदर्शन और इनपुट भी शामिल किए गए हैं।
पूरी कर दी जाएगी सरकार की वेंटिलेटर की मांग