जो भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को समझने में चूक करता है उसे उतना ही महंगा खामियाजा भुगतना पड़ता है। जबकि नरेंद्र मोदी की एक आदत है कि वह संकेत बहुत पहले ही दे देते हैं। वह चाहे देश में भ्रष्टाचार पर लगाम लगाना हो या ग्लोबल समस्या बना आतंकवाद को कुचलना हो। जो उनके संकेत को समय रहते समझकर चेत लेता है वह तो लाभ में रहता है लेकिन जो नहीं चेतता उसका पाकिस्तान जैसा हालत हो जाता है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकेत को ठीक से समझने में चूक कर दी। जिसकी वजह से ही आज भारतीय वायु सेना के दिए घाव को खुद सहलाने को मजबूर है।
मोदी ने पाकिस्तान को दिया था शांति का संदेश
2016 में दिया था संभलने का संकेत
इमरान खान बदले भारत के मिजाज को नहीं पढ़ पाए
इस बार पाकिस्तान ने कर दी बड़ी गलती
इमरान खान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को गंभीरता से लेने में चूक कर दी। लेकिन मोदी किस मिट्टी का बना है शायद उसे नहीं पता था। मोदी ने देश की सुरक्षा को लेकर कभी कोई समझौता नहीं किया। उन्होंने सेना के शौर्य पर पूरा भरोसा किया। साथ ही सेना को कड़ी कार्रवाई करने का आदेश देकर हर मामले का निर्णय लेने को स्वतंत्र कर दिया। इसी साहसिक निर्णय का यह परिणाम दिखने को मिला की भारतीय वायु सेना ने 12 दिन के अंदर पुलवामा हमले के दोषियों के घर में घुसकर उसे ध्वस्त कर दिया है।