भ्रष्टाचारियों और पश्चिम बंगाल में अपनी सत्ता को बचाने के लिए सीएम ममता बनर्जी बेहद गैरजिम्मेदाराना रवैये पर उतर आई हैं। सारदा चिटफंड मामले की जांच के लिए रविवार को कोलकाता पहुंची सीबीआई की टीम को अपना काम करने से रोकने के बाद ‘उलटा चोर कोतवाल को डांटे’ की तर्ज पर ममता केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ धरने पर बैठ गईँ। देश के इतिहास में यह पहला अवसर है, जब किसी राज्य की पुलिस ने मुख्यमंत्री के कहने पर सीबीआई को न सिर्फ जांच करने से रोका, बल्कि सीबीआई की टीम को भी हिरासत में ले लिया। सारदा चिटफंड मामले में सीबीआई टीम कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से पूछताछ के लिए कोलकाता पहुंची थी।
धर्मतल्ला में ‘अधर्म’ का धरना और उसके समर्थन में आए नेताओं की हकीकत देखिए…
* राहुल गांधी- इनकम टैक्स मामले में जमानत पर, नेशनल हेराल्ड मामले में 5000 करोड़ की हेराफेरी के आरोप
* लालू यादव- चारा घोटाला के कई मामलों में सजायाफ्ता, IRCTC घोटाला मामले में भी आरोपी
* अखिलेश यादव- कैग की रिपोर्ट में अखिलेश सरकार पर 97 हजार करोड़ के घोटाले का आरोप, अवैध खनन घोटाले में भी शामिल होने का शक
* अरविंद केजरीवाल- 300 करोड़ का दवा घोटाला, सीएनजी घोटाला समेत अपने मंत्री से 2 करोड़ रुपये नकद घूस लेने के आरोप
* शरद पवार- लवासा प्रोजेक्ट के लिए निजी कंपनी को लाभ पहुंचाने का आरोप, सिंचाई घोटाले में आरोपी भतीजे अजीत पवार को राजनीतिक संरक्षण
क्या है चिटफंड घोटाला ?
* सारदा ग्रुप ने 2013 में गलत तरीके से निवेशकों से पैसे जुटाए
* करीब 10 लाख निवेशकों से 2500 करोड़ रुपये की ठगी
* रोजवैली के गौतम कुंडु पर 17,000 करोड़ की ठगी का आरोप
* सारदा और रोजवैली कंपनियों के तार तृणमूल कांग्रेस से जुड़े
* हाई प्रोफाइल हस्तियों से जुड़े हैं दोनों मामले
* दोनों मामलों में कई तृणमूल नेता गिरफ्तार हो चुके हैं