प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्थानीय उत्पादों के इस्तेमाल के साथ ही उन्हें अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने पर जोर दिया है। इसके लिए उन्होंने ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘लोकल फॉर ग्लोबल’ का मंत्र दिया है। उन्होंने स्वदेशी उत्पाद खरीदने के साथ ही उनका गर्व से प्रचार करने की भी अपील की है। उन्होंने हर वो चीज, जिसे आयात करने के लिए देश मजबूर है, वो भारत में ही कैसे बने और भविष्य में भारत उसका निर्यातक कैसे बने, इस दिशा में तेजी से काम करने पर बल दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “आज हमारे पास साधन है, हमारे पास सामर्थ्य है, हमारे पास दुनिया का सबसे बेहतरीन टैलेंट है, हम बेस्ट प्रोडक्ट बनाएंगे, अपनी क्वालिटी और बेहतर करेंगे, सप्लाई चेन को और आधुनिक बनाएंगे, ये हम कर सकते हैं और हम जरूर करेंगे।“
आत्मनिर्भर भारत अभियान के पांच स्तंभ
अर्थव्यवस्था – एक ऐसी इकॉनॉमी, जो इंक्रिमेंटल चेंज नहीं, बल्कि क्वांटम जंप लाए।
बुनियादी ढांचा– एक ऐसा बुनियादी ढांचा, जो आधुनिक भारत की पहचान बने। विदेशी कंपनियों को आकर्षित कर सके।
सिस्टम – एक ऐसा सिस्टम, जिसमें आधुनिक तकनीक को अपनाने और समाज में डिजिटल तकनीक का उपयोग बढ़ाना शामिल है।
डेमोग्राफी– हमारी वाइव्रेंट डेमोग्राफी हमारी ताकत है, आत्मनिर्भर भारत के लिए हमारी ऊर्जा का स्रोत है।
मांग – हमारे पास बड़ा घरेलू बाज़ार और डिमांड क्षेत्र है, उसे पूरी क्षमता से इस्तेमाल किए जाने की जरूरत है।
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग
- मोदी सरकार ने एमएसएमई को आर्थिक रूप से सक्ष्म बनाने के लिए इसकी परिभाषा में संशोधन किया है।
- सूक्ष्म या माइक्रो इकाई में निवेश की ऊपरी सीमा 1 करोड़ रुपये और टर्नओवर 5 करोड़ रुपये होना चाहिए।
- छोटी इकाई में निवेश की ऊपरी सीमा 10 करोड़ रुपये और टर्नओवर 50 करोड़ रुपये होना चाहिए।
- मध्यम इकाई में निवेश की ऊपरी सीमा 50 करोड़ रुपये और 250 करोड़ का टर्नओवर होना चाहिए।
- संकटग्रस्त एमएसएमई के लिए 20,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया, इससे 2 लाख एमएसएमई को मदद मिलेगी।
- फंड ऑफ फंड्स के माध्यम से एमएसएमई केलिए 50,000 करोड़ रुपये की पूंजी लगाए जाने को स्वीकृति दी गई है।
- एमएसएमई के लिए 3 लाख करोड़ रुपये की आपातकालीन कार्यशील पूंजी सुविधा दी गई है।
- सरकार और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों द्वारा 45 दिन के भीतर एमएसएमई के बकायों का भुगतान करना होगा।
- सूक्ष्म खाद्य उद्यमों (एमएफई) को औपचारिक रूप देने के लिए 10,000 करोड़ रुपये की योजना शुरू की गई।
- 2 लाख एमएफई की सहायता के लिए ‘वैश्विक पहुंच के साथ वोकल फॉर लोकल’ का शुभारम्भ किया जाएगा।
- एमएसएमई की सहायता और कारोबार के नए अवसर के लिए ‘चैंपियंस’ पोर्टल लॉन्च किया गया है।
बता दें कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। 6 करोड़ से ज्यादा एमएसएमई जीडीपी में 29 प्रतिशत और निर्यात में लगभग 50 प्रतिशत योगदान करते हैं। इस क्षेत्र में 11 करोड़ से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला हुआ है।
वोकल फॉर लोकल
- 1 जुलाई, 2020 तक 13.69 करोड़ लोगों ने आरोग्य सेतु एप को डाउनलोड किया।
- देश के तकनीकी विशेषज्ञों ने इस विश्व स्तरीय उत्पाद को बनाने के लिए रात दिन काम किया।
- कोविड अस्पतालों को 50,000 ‘मेड इन इंडिया’ वेंटिलेटर की आपूर्ति की गई।
- रक्षा मंत्रालय ने 26 सैन्य उपकरणों को केवल घरेलू आपूर्तिकर्ताओं से ही खरीदने का फैसला किया है।
- गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (GeM) पर नए उत्पादों को पंजीकृत करते समय उत्पत्ति देश के बारे में जानकारी देना अनिवार्य किया गया है।
- पूर्वोत्तर क्षेत्र में बांस सेक्टर आत्मनिर्भर भारत अभियान को बढ़ावा देगा।
- खादी और हैंडलूम की मांग और बिक्री कुछ ही समय में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई।
खादी और हैंडलूम की मांग रिकॉर्ड स्तर पर
6 साल में बिक्री में हुई जबरदस्त वृद्धि
वित्त वर्ष | करोड़ रुपये |
2013-14 | 1081 |
2014-15 | 1310 |
2015-16 | 1664 |
2016-17 | 2146 |
2017-18 | 2510 |
2018-19 | 3215 |
2019-20 | 4211.26 |
क्षेत्रीय उद्योगों का पुनर्जन्म
- लोकल फॉर वोकल की वजह से कई पारंपरिक और स्थानीय छोटे उद्योगों को नवजीवन मिला है।
- खादी और ग्रामोद्योग आयोग वाराणसी में मिट्टी के बर्तन बनाने वाले समुदाय को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षण दे रहा है।
- केवीआईसी ने कुम्हार सशक्तिकरण योजना के तहत वाराणसी में 1500 बिजली चालित पहियों (पॉटर व्हील) का वितरण किया।
- इलेक्ट्रिक पॉटर व्हील मिलने के बाद कई कुम्हारों की बिक्री में बढ़तोरी हुई है, जिससे वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रहे हैं।
मेक इन इंडिया को बढ़ावा
- पीएम मोदी ने 4 जुलाई, 2020 को एप के मामले में आत्मनिर्भर बनने के लिए एप इनोवेशन चैलेंज लॉन्च किया। एप इनोवेशन चैलेंज का मंत्र है ‘मेक इन इंडिया फॉर इंडिया एंड द वर्ल्ड’।
- भारत आज पीपीई किट का विश्व का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक बन गया है।
- सीएसआईआर-एनएएल ने 35 दिनों के भीतर बाईपैप वेंटिलेटर का विकास किया।
- वस्त्र समिति (मुंबई) ने पूर्ण रूप से स्वदेशी डिजाइन और ‘मेक इन इंडिया’ वाला पीपीई जांच उपकरण बनाया।
- बिजली क्षेत्र में ट्रांसमिशन लाइन टॉवर से लेकर, ट्रांसफार्मर और इन्सुलेटर तक देश में ही बनाने पर जोर दिया गया है।
- सभी सेवाओं में सरकारी खरीद व अन्य के लिए ‘मेक इन इंडिया’ नीति में संशोधन किया गया है।
- रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता के लिए ‘मेक इन इंडिया’ को बढ़ावा दिया जाएगा।
- समय-सीमा के साथ आयात पर प्रतिबंध लगाने के लिए हथियारों / प्लेटफार्मों की एक सूची को अधिसूचित किया जाएगा।
- आयातित पुर्जों का स्वदेशीकरण किया जाएगा और इसके लिए अलग से बजट का प्रावधान किया जाएगा।
- ऑर्डनेंस फैक्ट्रियों को कॉर्पोरेट का दर्जा दिया जाएगा और उनको शेयर बाज़ार में सूचीबद्ध किया जाएगा।
“लोकल फॉर ग्लोबल”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि ग्लोबल ब्रांड भी कभी इसी तरह लोकल थे। जब लोगों ने उनका इस्तेमाल करना शुरू कर दिया, उन्हें बढ़ावा देने लगे, उनकी ब्रांडिंग करने लगे और उन पर गर्व महसूस करने लगे, वे लोकल प्रोडक्ट से ग्लोबल हो गए। भारत को भी यही करना है। मुझे पूरा विश्वास है कि देश ऐसा कर सकता है।
- पीपीई किट के मामले में आत्मनिर्भर बनने के बाद 50 लाख यूनिट हर महीने निर्यात की मंजूरी दी गई है।
- खादी लोकल से ग्लोबल बनने जा रहा है। केवीआईसी के मुताबिक खादी मास्क विदेशी बाजारों में दस्तक देने को तैयार है।
- केवीआईसी की योजना दुबई, अमेरिका, मॉरीशस,कई यूरोपीय और मध्य पूर्व देशों में खादी फेस मास्क की आपूर्ति करने की है।
आत्मनिर्भरता की आत्मा वसुधैव कुटुंबकम
- जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रही दुनिया में आज भारत की दवाइयां आत्मनिर्भर भारत का संदेश लेकर पहुंचती हैं।
- आत्मनिर्भरता विश्व से अलग-थलग नहीं, बल्कि ग्लोबल सप्लाई चेन में कड़ी स्पर्धा के लिए देश को तैयार करेगी।
- विदेशी निवेश आकर्षित करने के लिए सचिवों का एक एम्पावर्ड ग्रुप बनाया गया है।
- इंटरनेशनल योगा दिवस की पहल, मानव जीवन को तनाव से मुक्ति दिलाने के लिए भारत का उपहार है।
- इंटरनेशनल सोलर अलायंस, ग्लोबर वॉर्मिंग के खिलाफ भारत की सौगात है।

- ISRA के 211 मशहूर गायकों ने मिलकर ‘जयतु जयतु भारतम’ गाना तैयार किया।
- पीएम मोदी ने आत्मनिर्भरता की मिसाल पेश करने वाले गोंडा के स्व सहायता समूह की महिलाओं से संवाद किया।
- ट्विटर पर #VocalForLocal टॉप ट्रेंड में रहा। इस मुहिम में अभिनेता अनुप खेर और सांसद गौतम गंभीर शामिल हुए।
- चीनी सामानों के बॉयकॉट के लिए CAIT ने कैंपेन शुरू किया, बॉयकॉट के लिए 3 हजार उत्पादों की लिस्ट बनाई गई।
- वाराणसी में साड़ी व्यापारियों और बुनकरों ने चाइनीज़ रेशम से बनी साड़ियों के बहिष्कार का ऐलान किया।