अपनी यात्रा के अंतिम दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ दोस्ती के कई यादगार पल व्यतीत किए। इन सभी पलों को इजरायली अखबारों ने अलग-अलग अंदाज में तो पेश किया ही, साथ ही साथ, भारत -इजरायल के रिश्ते में आये नये जोश और उत्साह पर बेबाक राय भी रखी है।
The Jerusalem Post ने हैफा बीच पर दोनों प्रधानमंत्रियों के पानी पीने वाली तस्वीर के साथ, प्रधानमंत्री नेतन्याहू के बयान को हेडलाइन बनाया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि मोदी की यात्रा ने भारत-इजरायल के संबंधों को नई उर्जा मिली है।
The Jerusalem Post में हैफा में भारतीय सैनिकों के स्मारक पर किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहली बार पहुंचने को प्रमुख खबर बनाते हुए प्रथम विश्व युद्ध के दौरान भारतीय सैनिकों के ॉसाहस को याद किया है।
The Jerusalem Post ने एक अन्य खबर में प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के उस पहलू की ओर संकेत करते हुए लिखता है कि प्रधानमंत्री ने एक बार भी सार्वजनिक रुप से फिलस्तीन का नाम नहीं लिया, और उनकी यात्रा पूरी हो रही है। इस खबर के साथ प्रधानमंत्री मोदी और नेतन्याहू की हैफा में सेना के हेलिकाप्टर के सामने खड़े होने वाली तस्वीर को भी प्रकाशित किया है।
HAARETZ ने एक लेख में लिखा है कि पाकिस्तान में भारत-इजरायल के करीबी रिश्ते बनने से यहूदी-हिन्दू साजिश की बातें क्यों जोर पकड़ रही हैं।
The Times of Israel ने प्रधानमंत्री मोदी की तीन दिनों की यात्रा पर लिखा है कि फिलस्तीन से शांति वार्ता नहीं होने का बावजूद इजरायल के संबंध दूसरे देशों से अच्छे बन सकते हैं।
The Israel Times ने प्रधानमंत्री नेतन्याहू की प्रधानमंत्री मोदी को एयरपोर्ट पर विदाई के समय हाथ मिलाते हुई तस्वीर के साथ प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान को कि मेरी सफल यात्रा भारत और इजरायल के रिश्ते को और अधिक उर्जा देगें, प्रमुख खबर बनाया है।