भारत और ब्रिटेन ने आज 24 जुलाई को मुक्त व्यापार समझौते यानी एफटीए पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत और ब्रिटेन के बीच हुए इस समझौते को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह समझौता केवल एक आर्थिक सौदा नहीं, बल्कि दोनों देशों की साझा समृद्धि का रोडमैप है। भारत और ब्रिटेन इस समझौते को India-UK Comprehensive Economic and Trade Agreement (CETA) कहा जा रहा है। इस अवसर पर दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों नरेंद्र मोदी और कीर स्टार्मर ने संयुक्त प्रेस वक्तव्य में इस समझौते को नई वैश्विक साझेदारी का मील का पत्थर बताया।
संयुक्त प्रेस वार्ता में प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिटेन की धरती से अपने संबोधन की शुरुआत “नमस्कार” के साथ की और प्रधानमंत्री स्टार्मर द्वारा किए गए गर्मजोशी भरे स्वागत का आभार जताते हुए कहा, “आज हमारे संबंधों में एक ऐतिहासिक दिवस है। कई वर्षों की मेहनत के बाद आज Comprehensive Economic and Trade Agreement संपन्न हुआ है। यह समझौता मात्र आर्थिक साझेदारी नहीं, बल्कि साझा समृद्धि की योजना है।”
A new chapter begins today in the India–UK economic partnership! The signing of the Comprehensive Economic and Trade Agreement (CETA) reflects our shared commitment to enhancing trade, driving inclusive growth and creating opportunities for farmers, women, youth, MSMEs, and… pic.twitter.com/FUOo4dkHLU
— Narendra Modi (@narendramodi) July 24, 2025
पीएम मोदी ने साफ किया कि इस समझौते से भारतीय टेक्सटाइल्स, फुटवियर, रत्न-आभूषण, सीफ़ूड और इंजीनियरिंग उत्पादों को ब्रिटेन में बेहतर बाजार मिलेगा। कृषि और प्रोसेस्ड फूड इंडस्ट्री के लिए नए अवसर खुलेंगे, जो भारत के युवाओं, किसानों, मछुआरों और MSMEs के लिए फायदेमंद साबित होगा।
Labour-intensive sectors such as textiles, leather & footwear, marine, gems & jewellery, organic chemicals, plastics, auto parts, artisanal products and services are poised for strong growth. This will ensure further acceleration of India’s journey towards becoming a global…
— Narendra Modi (@narendramodi) July 24, 2025
भारत के लिए क्या रहेगा लाभ:
*भारतीय निर्यात के 99% हिस्से को यूके में ड्यूटी-फ्री एक्सेस, जिससे लगभग 23 अरब डॉलर का व्यापारिक अवसर खुलेगा।
*95 प्रतिशत कृषि उत्पादों को यूके में बिना शुल्क के निर्यात की सुविधा।
*Double Contribution Convention पर सहमति- जिससे भारतीय सेवा क्षेत्र, विशेषकर टेक्नोलॉजी और फाइनेंस, को नई ऊर्जा मिलेगी।
*Ease, Cost और Confidence of Doing Business में वृद्धि।
*भारतीय स्किल्ड टैलेंट को यूके में नए अवसर।
*यूके में बने मेडिकल डिवाइसेज और एयरोस्पेस पार्ट्स भारत में सुलभ और सस्ते होंगे।
प्रधानमंत्री ने इस समझौते को वैश्विक स्थिरता और समृद्धि में योगदान देने वाला बताया और कहा कि “यह समझौता दो लोकतांत्रिक देशों और विश्व की दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच नए विश्वास का प्रतीक है।” उन्होंने घोषणा की कि दोनों देश ‘विजन 2035’ के तहत रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करेंगे। यह रोडमैप टेक्नोलॉजी, डिफेंस, क्लाइमेट, शिक्षा और पीपल-टू-पीपल कनेक्ट जैसे क्षेत्रों में सहयोग को नई दिशा देगा।
उन्होंने कहा, “AI से लेकर क्रिटिकल मिनरल्स, सेमीकंडक्टर्स से लेकर साइबर सिक्योरिटी तक हम मिलकर भविष्य रचेंगे।” प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि अब यूके की छह यूनिवर्सिटीज भारत में कैंपस खोल रही हैं, और हाल ही में साउथ हैम्प्टन यूनिवर्सिटी का गुरुग्राम में उद्घाटन हुआ है। उन्होंने कहा कि यूके में रहने वाले भारतीय मूल के लोग “Living Bridge” हैं- जो न केवल Curry लाए, बल्कि Creativity, Commitment और Character भी साथ लाए।
प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा करने के लिए प्रधानमंत्री स्टार्मर का आभार जताया और दोहराया कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में दोहरे मापदंडों का कोई स्थान नहीं है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि जो ताकतें लोकतांत्रिक स्वतंत्रताओं का दुरुपयोग करती हैं, उन्हें जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देश इंडो-पैसिफिक में शांति, यूक्रेन संघर्ष और पश्चिम एशिया की स्थिति पर समान दृष्टिकोण रखते हैं। उन्होंने कहा कि आज के युग की मांग, विस्तारवाद नहीं, विकासवाद है।
प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों देशों की साझा क्रिकेट विरासत का जिक्र करते हुए कहा कि “Cricket is not just a game, but a passion. It’s a great metaphor for our partnership… हम हमेशा Straight Bat से खेलते हैं।” अंत में उन्होंने प्रधानमंत्री स्टार्मर को भारत आने का निमंत्रण दिया और कहा कि उन्हें भारत में स्वागत करने का बेसब्री से इंतज़ार है।
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने इस समझौते को ऐतिहासिक बताते हुए ट्वीट किया कि “यह समझौता महिलाओं, MSMEs, किसानों और श्रमिकों के लिए समृद्धि का नया द्वार खोलेगा। भारत की सेवा और तकनीकी प्रतिभा को UK जैसे हाई-वैल्यू मार्केट्स में प्रवेश मिलेगा। स्टार्टअप्स को ग्लोबल विस्तार का मौका मिलेगा।”
Congratulations to Prime Minister @NarendraModi ji, UK Prime Minister @Keir_Starmer, and the people of India & the United Kingdom on the signing of the landmark India-UK Comprehensive Economic and Trade Agreement (CETA).
Duty-free access for about 99% of Indian exports unlocks… pic.twitter.com/AWAwVTwtrg
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) July 24, 2025
India-UK FTA केवल व्यापारिक समझौता नहीं है, बल्कि यह नई वैश्विक साझेदारी, लोकतांत्रिक मूल्यों और समृद्धि के साझा दृष्टिकोण की ओर बढ़ता कदम है। Vision 2035 और इस ऐतिहासिक समझौते के ज़रिए भारत और यूके आने वाले दशक में वैश्विक विकास की नई कहानी लिखने को तैयार हैं।