नोटबंदी के बाद भी भारत का विकास दर दुनिया के हर बड़े देश को मात दे रहा है। जो नए आंकड़े जारी हुए हैं, वो विशेषज्ञों की तमाम आशंकाओं को धता बताते हुए न सिर्फ बेहतरीन है, बल्कि मोदी सरकार की कामयाबी की गाथा बयान कर रहा है। भारत सरकार ने वित्तीय वर्ष 2016-17 के लिए जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) ग्रोथ जो अनुमानित आंकड़े जारी किए हैं, वो 7.1 फीसदी है, जो कि पिछले वित्तीय वर्ष से मात्र 0.5 फीसदी कम है। लेकिन जैसे ही आप देश के अर्थशास्त्री प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल से तुलना करेंगे तो ये आंकड़े न सिर्फ काफी आगे हैं, बल्कि चंद छोटे देशों को छोड़ दें तो दुनिया में भी सर्वश्रेष्ठ है।
सरकार बदलने के बाद वित्तीय वर्ष 2014-15 का जीडीपी ग्रोथ रेट लगभग दोगुणे स्तर पर आ गया। जीडीपी ग्रोथ रेट 4.74 से बढ़कर 7.3 फीसदी हो गया। इसके एक साल बाद दूसरे वित्तीय वर्ष 2015-16 में जीडीपी ग्रोथ रेट 7.3 फीसदी से बढ़कर 7.6 हो गया। यह मोदी सरकार के नीति और नीयत का ही परिणाम है।
और अब बात करते हैं दुनिया में भारत की क्या स्थिति है।