देश के आर्थिक रूप से कमजोर और गरीब लोगों का सपना होता है कि अपनी जमीन और अपना घर हो। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उनको वित्तीय सहायता देकर उनके सपने को पूरा कर रहे हैं। मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत की, जो गरीबों के लिए वरदान साबित हो रही हैं। इन योजनाओं का लाभ लेकर आर्थिक रूप से कमजोर लोग जमीन और घर का मालिक बन रहे हैं। इन योजनाओं के लाभार्थियों में ज्यादातर महिलाएं हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना या स्वामित्व योजना से ग्रामीण इलाकों में महिलाओं का सशक्तिकरण हो रहा है। इन योजनाओं के तहत महिलाएं होम लोन लेने में पहली बार बड़ी तादाद में आगे आई हैं। आंकड़ों के मुताबिक ऐसा पहली बार हुआ है कि 16 प्रतिशत महिलाओं ने होम लोन लिया है। यहीं नहीं देश के कुछ जिलों में तो होम लोन लेने वाली महिलाओं की संख्या 80 प्रतिशत को पार कर गई है। इसी तरह पीएम मोदी ने उज्जवला योजना, नल जल योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, सुकन्या समृद्धि योजना, फ्री सिलाई मशीन योजना, मातृत्व वंदना योजना, महिला शक्ति केंद्र योजना आदि योजनाएं शुरू की जिससे महिलाएं लाभान्वित हुई। पीएम मोदी के कार्यों से प्रभावित उत्तर प्रदेश के हमीरपुर की कुछ महिलाओं ने उन पर गीत लिखा और कंपोज किया है। पीएम मोदी के प्रति उनके अगाध प्रेम को आप सुनिए…
These village women from Hamirpur penned and composed this song on their own….. PM @narendramodi is invincible thanks to this impromptu love, respect, support and adulation of commoners for him in even remotest corners of this great nation! pic.twitter.com/kzETdWnSqh
— Alok Bhatt (@alok_bhatt) October 30, 2022
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी विनम्रता से सभी को कायल बना लेते हैं। चाहे देवी-देवताओं के सामने दंडवत देना हो या किसी जनसभा में जनता का अभिभावदन इसमें उनकी सानी नहीं है। पीएम मोदी की यह विनम्रता उन्हें एक अलग मुकाम पर लेकर जाती है। इसी तरह जनता की सहूलियत की बात हो, जनता की नब्ज पकड़ने की बात हो, जनता के साथ कनेक्ट करने की बात हो शायद ही पीएम मोदी से बेहतर कोई जानता हो। पीएम मोदी की यह खासियत है कि जिस भी प्रदेश में वह जाते हैं वहां की भाषा और संस्कृति से एकदम ऐसे तालमेल बैठाते हैं मानों ये उनका गृहराज्य हो। और इसी की बदौलत उन्होंने गुजरात के सीएम से भारत के पीएम तक का सफर तय किया। 2014 के बाद 2019 और अब 2024 सामने है। पीएम मोदी को चुनौती देने वाला कोई नजर नहीं आता। पीएम मोदी की लोकप्रियता बढ़ती ही जा रही है। पीएम मोदी जनता के दिलों पर राज करते हैं। जनता से जुड़ाव, उससे संवाद, देश की नब्ज पर मजबूत पकड़, आमजन की मुश्किलों की जमीनी जानकारी उन्हें बखूबी है क्योंकि उनका बचपन भी संघर्षों में पला है। आज उनकी लोकप्रियता ने देश ही नहीं दुनिया में सभी नेताओं को पछाड़ दिया है।
देश के कलाकार अपनी असाधारण प्रतिभा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति अपने प्यार को प्रदर्शित करने के लिए अलग-अलग तरीके अपनाते हैं, जिसे देखकर भारत के लोग ही नहीं, बल्कि दुनिया भी आश्चर्यचकित हो जाती है। इंदौर के कलाकारों ने भी कमाल कर दिखाया है। उन्होंने छह हजार वर्गफुट में 6 लाख वॉटर बोतल के ढक्कनों से प्रधानमंत्री मोदी की अद्भुत तस्वीर तैयार कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया, जो लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। कलाकारोंं ने अपने इस पोर्ट्रेट के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने की कोशिश की है।
प्रधानमंत्री मोदी से लोग अगाध प्रेम करते हैं। इस लिए किसी ना किसी रूप में अपनी भावनाओं को प्रदर्शित करते रहते हैं। आइए डालते हैं लोगों के इसी प्यार पर एक नजर-
उत्तर प्रदेश के जालौन की रहने वाली एक बाल कलाकार प्रज्ञा लोगों की हूबहू तस्वीर बना देती है। प्रधानमंत्री मोदी के काम से खुश होकर प्रज्ञा ने उनकी एक ख़ास तस्वीर तैयार की, जिसे देखकर हर कोई दंग रह गया। कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री मोदी जालौन आकर बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्धघाटन किया था। उनके इस दौरे से लोगों में जश्न जैसा माहौल था। बड़ी संख्या में लोग प्रधानमंत्री मोदी का भाषण सुनने पहुंचे थे। इसी खुशी का इजहार करने के लिए जालौन के उरई की रहने वाली छात्रा प्रज्ञा महेश्वरी ने क्यूब्स से प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर बना डाली। तस्वीर को बनाने के लिए प्रज्ञा किसी रंग, पानी, कपड़े और कागज का इस्तेमाल नहीं करती बल्कि बच्चों के खेलने वाले क्यूब से जस का तस व्यक्ति की आकृति उकेर देती है।
मुजफ्फरपुर का चायवाला किसी से कम नहीं
भारत की जनता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बेशुमार प्रेम करती है। इसकी एक झलक मंगलवार (12 जुलाई, 2022) को देखने को मिली, जब प्रधानमंत्री मोदी बिहार विधानसभा के शताब्दी समापन समारोह में हिस्सा लेने पटना पहुंचे। इस दौरान उनसे मिलने और चाय पिलाने के लिए उनका एक प्रशंसक चायवाला मुजफ्फरपुर से पटना पहुंचा, तो सभी की निगाहें उस पर टिक गईं। हालांकि, प्रधानमंत्री मोदी के सुरक्षा कारणों से उसका सपना पूरा नहीं हो पाया। भले ही चायवाला प्रधानमंत्री मोदी से न मिल पाया हो लेकिन उसकी चर्चा हर जगह हो रही है। दरअसल प्रधानमंत्री मोदी के इस फैन का नाम अशोक कुमार साहनी है। जो कि बिहार के मुजफ्फरपुर के रहने वाला हैं। अशोक ने अपने पूरे शरीर को प्रधानमंत्री मोदी के रंग में रंग दिया था। अपने पेट पर प्रधानमंत्री मोदी की पेंटिंग भी बनाई थी। उसके ऊपर नमो-नमो लिखवाया था। सिर पर आगे की तरफ भारत का नक्शा बना था। सिर के पीछे जय हिंद और सिर के दाहिने साइड में स्वच्छ भारत लिखवाया था। हाथ में चाय की केतली और पीठ पर डस्टबिन टांग रखा था।
दिल्ली की रहने वाली नौवीं क्लास की छात्रा याशिका दास ने प्रधानमंत्री मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ के मंत्र और मेक इन इंडिया अभियान से प्रभावित होकर उनका टाइपोग्राफ़िक प्रोर्ट्रेट तैयार किया, जिसे इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में शामिल किया गया। याशिका दास ने “Be vocal for your amazing local” शीर्षक से प्रधानमंत्री मोदी का पोर्ट्रेट तैयार किया। इसमें ‘मेक इन इंडिया’ अभियान का प्रतिनिधित्व करने वाले 500 भारतीय ब्रांडों के नाम का इस्तेमाल किया गया था। A3 आकार की शीट पर बने इस पोर्ट्रेट में सेल, हिन्दुस्तान नेशनल गैंस एंड इंडस्ट्रीज, पतंजलि आयुर्वेद जैसे भारतीय ब्रांडों के नाम का उल्लेख किया गया था।
प्रधानमंत्री मोदी के प्रति प्रेम और विश्वास ही है कि उनसे मिलने के लिए मध्य प्रदेश के पिपरिया जैतपुर गांव का छोटेलाल अहिरवार सात सौ किलोमीटर पैदल चलकर कर देवरी से दिल्ली पहुंच गया। प्रधानमंत्री ने भी छोटेलाल से मुलाकात कर उन्हें अभिभूत कर दिया। पेशे से मजदूर छोटेलाल ने 22 सितंबर, 2021 को देवरी से अपनी यात्रा शुरू की थी। वे 11 अक्टूबर.2021 को 20 दिनों में देवरी से दिल्ली पहुंचे। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल को जैसे ही बीजेपी कार्यकर्ता छोटेलाल के दिल्ली आने की जानकारी मिली उन्होंने तुरंत उनके पीएम से मिलने की व्यवस्था की। 63 वर्षीय छोटेलाल अहिरवार बीजेपी के कमल वाला गमछा माथे से बांधकर और पार्टी का गमछा गले में पहनकर प्रधानमंत्री मोदी से मिलने पहुंचे। प्रधानमंत्री ने उनसे गर्मजोशी से मुलाकात की और उन्हें देखते ही गले से लगा लिया।
यह प्रधानमंत्री मोदी के प्रति प्यार ही है कि केरल की 10वीं कक्षा की एक छात्रा जयलक्ष्मी ने हाल ही में उन्हें जैविक अमरूद का एक पौधा भेजा। पथानामथिट्टा जिले में पंडलम की रहने वाली जयलक्ष्मी अपने घर के आंगन में जैविक खेती करती है। वह चाहती हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोग जैविक खेती को अपनाएं। जयलक्ष्मी ने बीजेपी सांसद सुरेश गोपी से अमरूद का पौधा प्रधानमंत्री तक पहुंचाने का आग्रह किया था। सुरेश गोपी ने प्रधानमंत्री से मुलाकात कर जयलक्ष्मी का उपहार उन्हें भेंट किया। प्रधानमंत्री तक पौधा पहुंचने के बाद जयलक्ष्मी काफी खुश है। जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए जयलक्ष्मी को राज्य सरकार की ओर से ‘कार्शक थिलकम’ पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। प्रधानमंत्री मोदी ने पत्र लिखकर जयलक्ष्मी को धन्यवाद दिया। प्रधानमंत्री ने पत्र में लिखा कि आंगन में जैविक खेत को बनाए रखने की आपकी पहल नेक और विचारशील है। युवा दिमाग में रचनात्मक विचार हमारे देश की ताकत हैं।
हाल ही में बेंगलुरू के 20 वर्षीय उभरते कलाकार स्टीवेन हैरिस ने एक चिट्ठी के साथ प्रधानमंत्री मोदी की दो खूबसूरत पेंटिंग बनाकर उन्हें भेजी थी। इसके जवाब में प्रधानमंत्री मोदी ने पत्र लिखकर स्टीवेन का हौसला बढ़ाया। प्रधानमंत्री ने अपने पत्र में लिखा कि रचनात्मक क्षेत्र में युवाओं की लगन और मेहनत को देखना अत्यंत सुखद है। स्टीवेन की तारीफ करते हुए उन्होंने लिखा कि आपकी पेंटिंग से आपमें चीजों को गहराई से अनुभव करने की प्रतिभा का पता चलता है। आपने जिस बारीकी से सूक्ष्म भावों को कैनवास पर उतारा है, उसे देखकर मन आनंदित हो जाता है।
दुबई में रहने वाले केरल के 14-वर्षीय सरन शशिकुमार और उनके परिवार को उस समय खुशी का ठिकाना नहीं रहा, जब उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से प्रशंसा पत्र प्राप्त हुआ। प्रधानमंत्री मोदी ने पत्र में ‘सुंदर चित्र’ भेजने के लिए ‘हार्दिक आभार’ जताया और कहा कि कला हमारे अंतरतम विचारों और भावनाओं को व्यक्त करने और हमारी कल्पना को रचनात्मकता से जोड़ने का एक प्रभावी माध्यम है। आपके द्वारा उकेरी गई पेंटिंग कला के प्रति आपकी प्रतिबद्धता और समर्पण को दर्शाती है। साथ ही साथ राष्ट्र के प्रति आपके प्यार और स्नेह को भी प्रतिबिंबित करती है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा हस्ताक्षरित पत्र में लिखा गया है कि मुझे यकीन है कि आप अपने कलात्मक कौशल को आने वाले वर्षों में उत्कृष्टता के उच्च स्तर तक ले जाएंगे। आप इसी तरह सुंदर चित्र बनाना जारी रखें और अकादमिक क्षेत्र में भी उत्कृष्टता प्राप्त करें। एक उज्ज्वल और सफल भविष्य के लिए शुभकामनाएं।
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में किशनी के गांव चितायन की रहने वाली 85 साल की बिट्टन देवी ने अपनी 12 बीघा जमीन प्रधानमंत्री मोदी के नाम करने का फैसला किया। सरकारी काम और योजनाओं से प्रभावित महिला अपनी जिद पर अड़ी रही कि वह अपने सारे खेत प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर ही करेगी। अमर उजाला की खबर के अनुसार प्रधानमंत्री के नाम पर खेत करने की बात सुनकर वकील भी हैरान रह गए। बिट्टन देवी ने बताया कि उनके पति पूरन लाल की मौत हो चुकी है। सरकार की ओर से मिल रही वृद्धावस्था पेंशन से उनका गुजारा हो रहा है। ऐसे में वह अपने नाम दर्ज भूमि प्रधानमंत्री मोदी के नाम करना चाहती हैं।
कोरोना संकट काल में सूरत की एक सामाजिक संस्था मोदी मास्क लेकर सामने आई। इस मास्क पर प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर लगी थी। इस संस्था ने लाखों मास्क फ्री बांटे। आजतक की खबर के अनुसार सूरत के मोटामंदिर युवक मंडल ने 22 लाख मास्क फ्री में बांटे थे। इन्होंने सिर्फ गुजरात में ही नहीं बल्कि यूपी के वाराणसी और अमेठी में भी लाखों मास्क भेजे। मोटा मंदिर युवक मंडल के एक सदस्य संजय दलाल के अनुसार कोरोना काल में मास्क सबसे जरूरी चीज बन गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों को मास्क पहनने के लिए कहा है। गरीब लोग मास्क नहीं खरीद सकते हैं इसलिए हम उन्हें मुफ्त में मास्क मुहैया करा रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी से प्रभावित मध्य प्रदेश में हरदा जिले के कुकरावद गांव के एक युवा किसान ने अनोखे तरीके से आभार जताया। किसान सतीश जगदीश प्रसाद गुर्जर ने अनाज से प्रधानमंत्री मोदी का चित्र बनाया। सतीश ने घर की छत पर 800 स्क्वायर फीट में इस पोर्ट्रेट को बनाया। उन्होंने इसे बनाने में कई तरह के अनाजों का इस्तेमाल किया, जिसमें 60 किलो चना, 25 किलो गेहूं, 20 किलो चावल, 2 किलो मटर और 1 किलो काले तिल का उपयोग हुआ। किसान और शिक्षक सतीश को इसे बनाने में करीब 16 घंटे का समय लगा। सतीश का कहना था कि कोरोना संकट काल में प्रधानमंत्री मोदी ने कई योजनाओं के जरिए जिस तरह से किसानों और देश के अन्य लोगों को राहत देने का काम किया है, उससे प्रभावित होकर उन्होंने अपनी भावनाएं अनाज के माध्यम से इस तरह व्यक्त की हैं।
जबलपुर के सराफा में रहने वाले सोमिन जैन ने लॉकडाउन के दौरान पीएम मोदी की वॉल पेंटिंग बना डाली। फाइन आर्ट के स्टूडेंट सोमिन ने छत पर एक दीवार में प्रधानमंत्री मोदी की यह पेंटिंग बनाई। इसे बनाने में उन्हें 15 दिन का समय लगा। सोमिन जैन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश के लिए कई बड़े चुनौतीपूर्ण फैसले किए हैं। प्रधानमंत्री जिस तरह से कोरोना संकट में दिन-रात काम कर रहे हैं उसकी पूरी दुनिया में तारीफ हो रही है। प्रधानमंत्री मोदी आज दुनिया के लिए एक मिसाल की तरह है इसलिए मैंने उनकी यह पेंटिंग बनाई है।
देहरादून के अवंतिका विहार में रहने वाले उत्तर प्रदेश के सम्भल, चंदौसी निवासी मोहित मिश्रा ने भी अपने विवाह के कार्ड में सीएए और एनआरसी के समर्थन में संदेश लिखवाया। मोहित ने कार्ड पर छपवाया गया कि हम सीएए और एनआरसी का समर्थन करते हैं। काफी लोगों ने इसे सराहा। मोहित ने कहा कि सीएए देशहित में जरूरी है।