बौखलाहट में कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी के NaMo App का सोशल मीडिया पर जबरदस्त प्रचार कर दिया है। कांग्रेस के सोशल मिडिया पर #DeleteNamoApp कैंपेन का असर एकदम उलटा हुआ , NaMo App डिलीट होने के बजाय उन लोगों ने NaMo App डाउनलोड करना शुरू कर दिया है, जिन लोगों को App के बारे में जानकारी नहीं थी।
फेसबुक से आम लोगों की व्यक्तिगत जानकारी (डाटा) चुराने वाली कंपनी कैंब्रिज एनालिटीका से कांग्रेस पार्टी की सांठगांठ और राहुल गोधी की कंपनी के सीइओ से मुलाकातों की खबरों से कांग्रेस बौखला हुई है। इस बौखलाहट में अपनी झूठ छुपाने के लिए झूठी खबर को प्रचारित करने की रणनीति बनाई, जिसमें सोशल मीडिया पर #deletenamoapp से दबाव बनाया गया कि वे NaMo App को मोबाइल फोन से डिलीट करें, लेकिन पूरा कैंपेन ही कांग्रेस को उलटा पड़ गया।
आइये, आपको बताते है कि, सोशल मीडिया पर इस कांग्रेसी कैंपेन से NaMo App डाउनलोड करने वालों की संख्या कैसे बढ़ी,-
राहुल गांधी का #DeleteNamoApp कैंपेन- राहुल गांधी ने फेसबुक डाटा चुराने वाली कंपनी कैंब्रिज एनालिटीका से अपने संबंधों को छिपाने के लिए, एक अफवाह का सहारा लिया। अफवाह फैलायी गई कि NaMo App पर लोगों की व्यक्तिगत जानकारी जुटायी जाती है, इसलिए इस App को मोबाइल फोन से डिलीट कर देना चाहिए। इस झूठी खबर को आधार बनाकर राहुल गांधी ने 23 मार्च को Twitter पर लिखा-
राहुल गांधी की सोशल मीडिया हेड- दिव्या स्पंदना का Tweet आया-
नीरव सिंह ने लिखा कि इस एप को मैने कभी इंस्टाल नहीं किया था, लेकिन इस कैंपेन के बाद मैंने इंस्टाल कर लिया है और कभी डिलीट नहीं करुंगा।
अजंत कुमार सिंह ने Tweet में लिखा कि मैंने अभी अभी डाउनलोड किया है-
गौरव प्रधान ने Tweet में लिखा कि अभी तक परिवार के सभी लोगों ने NaMo App डाउनलोड नहीं किया था, लेकिन आज हम लोगों ने एप डाउनलोड किया है, इसके लिए कांग्रेस को धन्यवाद-
एक व्यक्ति ने Tweet किया कि अभी तक मैंने नमो एप डाउनलोड और इंस्टाल नहीं किया था, लेकिन इस ट्रैस-टैग का धन्यवाद कि इसने मुझसे डाउनलोड और इंस्टाल करवा दिया-
कांग्रेस ने जब जब प्रधानमंत्री मोदी पर आरोप लगाये हैं, जनता ने उसे हमेशा ही खारिज कर दिया है। हर चुनाव में और सोशल मीडिया पर जनता ने कांग्रेस को उसके झूठ का करार जवाब दिया है।