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मोदी राज में आम लोग भर रहे हैं उड़ान, इंदौर-किशनगढ़ के साथ उड़ान योजना के तहत 268 हवाई मार्ग पर सेवाएं उपलब्‍ध

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने हवाई सेक्टर को आम लोगों की पहुंच में ला दिया है। पहले जहां हवाई किराया महंगा होने की वजह से आम लोग हवाई जहाज की सवारी नहीं कर पाते थे, अब मोदी सरकार की नीतियों की वजह से हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई सफर कर रहा है। उड़ान योजना के तहत नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने 16 मार्च को इंदौर (मध्‍य प्रदेश) से किशनगढ़ (अजमेर, राजस्‍थान) के बीच पहली उड़ान सेवा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जो सप्‍ताह में तीन दिन चलेगी। इस मार्ग पर विमान सेवा के शुरू होने के साथ उड़ान योजना के तहत 268 हवाई मार्ग पर सेवाएं उपलब्‍ध हो गई हैं।

मोदी सरकार ने हवाई अड्डों के आधुनिकीकरण, नए एयरपोर्ट के निर्माण और देश के छोटे शहरों को नए हवाई मार्गों से जोड़ने के लिए कई उल्लेखनीय कार्य किया है। मोदी सरकारी की एविएशन पॉलिसी की वजह से ही यात्रियों की संख्या बढ़ी है। डालते हैं एक नजर-

भारत सबसे तेज ग्रोथ वाला एविएशन मार्केट
मोदी सरकार की नीतियों की वजह से देश के हवाई संपर्क में सबसे ज्यादा वृद्धि दर्ज की गयी है। भारत ने एविएशन मार्केट में लगातार चौथे साल दुनिया में सबसे तेज ग्रोथ दर्ज की। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) की रिपोर्ट के अनुसार 2018 में यह 18.6 प्रतिशत की दर से बढ़ा। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत और चीन में आर्थिक विस्तार की वजह से दोनों देशों के एविएशन सेक्टर में तेजी आई है। 

मोदी राज में सबसे तेज गति से बढ़ा भारत का हवाई संपर्क
अंतरराष्ट्रीय हवाई यातायात संघ ( IATA) के अनुसार हवाई संपर्क के मामले में भारत ने सबसे तेज वृद्धि दर्ज की है। आईएटीए के मुख्य अर्थशास्त्री ब्रायन पीयर्स के अनुसार भारत का घरेलू विमानन बाजार दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ता बाजार है।

ट्रेन के एसी डिब्बों से अधिक यात्री कर रहे हवाई सफर
मोदी सरकार की नीतियों की वजह से अन्य क्षेत्रों की तरह ही देश का एविएशन सेक्टर भी दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की कर रहा है। मोदी सरकार ने हवाई यात्रा को आम आदमी की जद में ला दिया है। यही वजह है कि देश में हवाई यात्रा करने वालों लोगों की संख्या ट्रेन के एसी बोगी में यात्रा करने वालों से ज्यादा हो गई है। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी भी कई मौकों पर इसका जिक्र कर चुके हैं। 

प्रधानमंत्री मोदी हमेशा से इसके पक्षधर रहे हैं कि विमानों के यात्री किराए में कमी हो और यह आम लोगों की पहुंच में हों। इसी मकसद से उन्होंने उड़ान योजना शुरू की थी। प्रधानमंत्री मोदी चाहते हैं कि देश के छोटे शहरों में हवाई सेवाएं उपलब्ध हों और आम लोगों को भी सस्ते टिकट मिलें, जिससे वो हवाई यात्रा कर सकें। सबसे अहम बात यह है कि प्रधानमंत्री मोदी का सपना था कि हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई यात्रा कर सके, और उनका यह सपना भी अब पूरा हो रहा है।

क्या है उड़ान योजना ?
उड़ान योजना 15 जून 2016 को जारी राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन नीति यानी एनसीएपी की एक प्रमुख घटक है। इसके तहत करीब 500 किलोमीटर के लिए एक ‘फिक्स्ड विंग एयरक्राफ्ट’ विमान से एक घंटे की यात्रा या किसी हेलीकॉप्टर से आधे घंटे की यात्रा का हवाई किराया 2500 रुपए होगा। इसके साथ ही इस योजना के तहत देश के छोटे शहरों को हवाई मार्ग से जोड़ा जा रहा है। नागरिक उड्ड्यन मंत्रालय नए मार्गों पर हवाई जहाज चलाने की योजना पर काम कर रहा है। कई रूट ऐसे हैं, जिन पर विमानों का परिचालन शुरू भी कर दिया गया है। कम किराये के कारण विमान सेवा कंपनियों को होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए वॉयेबिलिटी गैप फंडिंग (वीजीएफ) के रूप में सरकार क्षतिपूर्ति देती है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने भी इसके लिए हवाई अड्डा शुल्क माफ कर दिया है। वहीं सुरक्षा, बिजली तथा अग्निशमन सुविधाएं भी राज्य सरकारें नि:शुल्क दे रही है।

प्रधानमंत्री ने शुरू की थी सस्ती हवाई सेवा ‘उड़ान’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 अप्रैल, 2017 को हिमाचल प्रदेश में शिमला के जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट से सस्ती हवाई सेवा ‘उड़ान’ की शुरुआत की थी। इसके तहत शिमला से दिल्ली के लिए पहली फ्लाइट ने उड़ान भरी थी। इस अवसर पर प्नधानमंत्री ने कहा ”मैं चाहता हूं कि हवाई जहाज में हवाई चप्पल वाले लोग दिखाई दें।” उन्होंने कहा कि दुनिया में हवाई सफर का सबसे ज्यादा स्कोप भारत में है और इस क्षेत्र में हमारी सरकार लगातार कार्य कर रही है।

कॉमन मैन के लिए है ‘उड़ान’ योजना
ढाई हजार रुपये में 500 किलोमीटर की एयर ट्रैवल वाली ये क्षेत्रीय संपर्क योजना अपने मूल उद्देश्य ‘उड़े देश का आम आदमी’ के लक्ष्य के साथ पहली उड़ान भरी। प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले धारणा थी कि हवाई यात्रा राजा-महाराजा का ही विषय है। इसलिए एयर इंडिया का लोगो भी ‘महाराजा’ ही था। उन्होंने कहा कि अटल जी की सरकार के समय मैंने राजीव प्रताप जी से कहा कि ये लोगो बदलकर महाराजा के लोगो की जगह कार्टूनिस्ट आरके लक्ष्मण का कॉमनमैन क्यों नहीं लग सकता। उनका ये सपना पूरा हुआ इसके लिए उन्हें बेहद खुशी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में पहली बार एविएशन पॉलिसी बनाने का सौभाग्य उनकी सरकार को मिला है और अब हवाई चप्पल पहनने वाले भी हवाई यात्रा कर सकते हैं।

समय और धन की होगी बचत
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम टैक्सी से सफर करें तो 8-10 रुपये प्रति किलोमीटर का खर्च आता है और शिमला आने में समय करीब 10 घंटे लगते हैं। लेकिन इस पॉलिसी से खर्च सिर्फ 6 या 7 रुपये ही होगा। प्रधानमंत्री ने टूरिज्म को सबसे तेजी से ग्रोथ करने वाला इंडस्ट्री बताते हुए कहा कि नॉर्थ ईस्ट जो जाता है वह बार-बार जाना चाहता है। लेकिन कनेक्टिविटी के अभाव में वह ऐसा नहीं कर पाता। इस योजना से सिर्फ यात्रा की सुविधा ही नहीं बल्कि दो संस्कृतियां भी जुड़ती हैं। देश के एक कोने को दूसरे से जोड़ने का काम इससे हो रहा है।

स्वदेशी ‘डॉर्नियर 228’ से बदलेगी एविएशन सेक्टर की सूरत
 टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक डीजीसीए ने देश में निर्मित ‘डोर्नियर-228’ विमान के घरेलू रूट पर व्यवसायिक उड़ान को हरी झंडी दे दी है। इसका मतलब प्रधानमंत्री मोदी के सपने को साकार करने में इससे बहुत मदद मिल सकती है। हिंदुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा निर्मित ‘डोर्नियर-228’ 19 सीटों वाला एक छोटा विमान है, जिसका उपयोग अबतक रक्षा के क्षेत्र में ही होता था।

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