दिल्ली के पूर्व नियोजित दंगे की पोल एक-एक कर खुलती जा रही है। दंगाइयों ने हिंदुओं को निशाना बनाने के लिए पहले से ही तैयारी कर रखी थी। विरोध-प्रदर्शन के नाम पर हिंदुओं के घरों को जलाया गया, उनकी दुकानों में तोड़-फोड़ की गई, तो कहीं ‘अल्लाहु अकबर’ और ‘नारा-ए-तकबीर’ के साथ हिन्दुओं पर हमला किया गया। चांद बाग इलाके के दंगों में आप पार्षद ताहिर हुसैन ने मुख्य भूमिका निभायी थी। उसके घर की छत पर पेट्रोल बम और गुलेल पाए गए। इसी तरह मुस्तफाबाद से आम आदमी पार्टी के विधायक हाजी युनूस पर भी दंगा फैलाने का आरोप लगा है।
शिव विहार के स्थानीय निवासी बताते हैं कि इस हिंसक दंगे को अंजाम देने से एक घंटा पहले यहां के वर्तमान AAP विधायक हाजी युनूस ने हिंदू बहुल इलाके में शांति मार्च निकाला था। हिंदू बहुल इलाके में इस शांति मार्च के जरिए ये कहा गया कि शांति बनाए रखें। लेकिन इसके बाद विधायक हाजी युनूस बगल की एक मस्जिद में जाते हैं, वहाँ मीटिंग करते हैं… और फिर हिंदुओं के ऊपर 400 लीटर पेट्रोल के साथ हमला किया जाता है।
“Haji Yunus took out a ‘peace’ march in the Hindu belt of Brijpuri & then went for a meeting in the nearby mosque. After that the riots started. The Muslims in neighborhood started attacking us. We Hindus do not feel safe here!”#DelhiRiot2020 #DelhiAgainstJehadiViolence pic.twitter.com/3mJwlKKhM9
— Know The Nation (@knowthenation) February 29, 2020
इसके बाद पूर्व विधायक भीष्म शर्मा के स्कूल को तहस-नहस कर दिया जाता है। स्कूल के 30 साल का रिकॉर्ड सब राख हो चुका है। इसी तरह शिव विहार तिराहे के पास के डीआरपी स्कूल को जला दिया गया, जो एक हिन्दू का था। उसके बगल में एक मुस्लिम का स्कूल था, उसको कुछ भी नुकसान नहीं हुआ है, जबकि हिंदुओं के स्कूलों को पूरी तरह से जलाकर खाक कर दिया गया।
इन खूनी दंगों से यहाँ के हिन्दू इतने ज्यादा दहशत में हैं कि उनका कहना है कि ऐसे माहौल में वो यहाँ नहीं रह सकते हैं। पीड़ितों में से एक ने कहा, “अगर यही माहौल रहा तो हम यहाँ नहीं रहेंगे, गाँव से जमीन बेचकर यहाँ आए थे, अब यहाँ से बेचकर कहीं और चले जाएँगे। मेरी बेटी गार्गी कॉलेज में पढ़ती है। वह 5 दिन से घर लौटकर नहीं आई है। वो अपनी दोस्त के साथ पीजी में रूकी हुई है।”
उन्होंने आगे कहा, “ पिछले 5 साल यहाँ पर बीजेपी का विधायक रहा, एक पत्ता तक नहीं हिला। चुनाव तक माहौल बिल्कुल ठीक था। मगर इसके बाद जैसे ही मुस्लिम विधायक जीतकर आया है, परिस्थितियाँ अचानक से बदल गईं। मुस्लिम विधायक ने हमारे ऊपर अत्याचार करने शुरू कर दिए।”