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‘धोखेबाज पाक’ की हालत अब अपने ही कर रहे खस्ता, एक और आतंकी को अज्ञात लोगों ने भूना, बलूचिस्तान में भी फिर बगावत

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प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी ने अमेरिकन एआई रिसर्चर लेक्स फ्रिडमैन के साथ पॉडकास्ट इंटरव्यू में पाकिस्तान की नीति, नीयत और भारत की पहल पर खुलकर बात की। पीएम मोदी ने पाकिस्तान से शांति के सवाल पर कहा कि 2014 में जब वे पहली बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने वाले थे तो पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ को विशेष रूप से आमंत्रित किया था। उम्मीद थी कि दोनों देश एक नया अध्याय शुरू करेंगे। लेकिन भारत की शांति के हर नेक प्रयास का सामना दुश्मनी, विश्वासघात और धोखे से हुआ। दुनिया में कहीं भी आतंकी घटना घटती है तो कहीं ना कहीं सूत्र पाकिस्तान पर जाकर अटकते हैं। पाकिस्तान के लोग तो शांति चाहते हैं। वे भी संघर्ष, अशांति और निरंतर आतंक में रहने से थक गए होंगे। पीएम मोदी ने हम पूरी ईमानदारी से आशा करते हैं कि पाकिस्तान को एक दिन सद्बुद्धि आएगी और वह शांति का मार्ग अपनाएगा। वहीं,  दूसरी ओर पाकिस्तान में केवल निजी हित चाहने वाले स्वार्थी सियासतदानों के चलते आज पाकिस्तान के हालत बेहद खस्ता हैं। आर्थिक रूप से कमजोर पाकिस्तान की नीतियां उसे गृहयुद्ध की ओर धकेल रही हैं। बलूचिस्तान की बगावत और पाक सेना पर लगातार हमले साफ बताते हैं कि आने वाले दिन पाकिस्तान के लिए अच्छे रहने वाले नहीं हैं।

आतंकियों के खिलाफ अज्ञात हमलावरों से खौफ में पाकिस्तान
पाकिस्तान के सिक्योरिटी एक्सपर्ट सईद ने पिछले साल अलजजीरा से कहा था कि पाकिस्तान में हो रही इन हत्याओं से साफ है कि ये पाकिस्तान की जासूसी एजेंसियों की बड़ी नाकामी है। ये उनकी प्रभावशीलता पर बहुत बड़ा सवालिया निशान है। उन्होंने कहा कि “जिन लोगों को निशाना बनाया गया है वो सभी पाकिस्तान समर्थक सशस्त्र संगठनों से जुड़े थे, लेकिन पाकिस्तानी एजेंसियों इन्हें सुरक्षा देने में नाकाम रही हैं। जबकि इन लोगों ने पाकिस्तान के साथ वफादारी बनाए रखी थी।” उन्होंने कहा कि इन हमलों में भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की संभावित संलिप्तता नई दिल्ली के नजरिए में बदलाव का संकेत दे सकती है। उन्होंने कहा कि ऐसी कार्रवाइयां कश्मीर में भारतीय बलों के खिलाफ उग्रवाद को बढ़ाने की पाकिस्तान की क्षमता को कम करने के मकसद से एक रणनीतिक कदम का संकेत दे सकती हैं।”

मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के भतीजे अबू कताल को गोली मारी
आतंक के सरगना बने पाकिस्तान के लिए अब आतंकियों का साथ देना परेशानी भरा होता जा रहा है। एक तो दुनियाभर में पाकिस्तान की छवि आतंकपरस्त देश के रूप में बन रही है। दूसरे, आतंकियों को पालते-पालते अब खुद पाकिस्तान की आर्थिक हालत खस्ता हो चुकी है। तीसरा और दिलचस्प तथ्य यह भी है कि पाकिस्तान में जो आतंकी पल-पोस रहे हैं, वे पाकिस्तान में ही ‘अज्ञात लोगों’ का शिकार बन रहे हैं। ऐसा एक-दो नहीं कई आतंकियों के साथ हो चुका है कि अज्ञात लोगों की गोलियों ने उन्हें जहन्नुम की सैर कहा दी है। ताजा उदाहरण 2008 मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के भतीजे अबू कताल का है। जिसकी गोली मारकर अज्ञात हमलावरों ने हत्या कर दी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हाफिज सईद का करीबी और रिश्ते में भतीजा अबू कताल सिंधी के काफिले पर शनिवार और रविवार की रात लगभग एक बजे पाक अधिकृत कश्मीर में अज्ञात बंदूकधारियों ने हमला कर दिया। हमले में कताल और उसका सहयोगी वहीं मारा गया। जबकि एक घायल को रावलपिंडी के सैन्य अस्पताल में ले जाया गया। पाकिस्तान में कताल और उसके सहयोगी के मारे जाने की पुष्टि हो गई है।

कताल आतंकी हमलों को अंजाम देने के कारण भारत में मोस्ट वांटेड
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कताल की पाकिस्तान में उस वक्त दो अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी, जब वह अपनी गाड़ी में यात्रा कर रहा था। भारत की सुरक्षा एजेंसियां उसकी लंबे समय से तलाश कर रही थी जो उसकी मौत के साथ ही खत्म हो गई है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए कताल आतंकी हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने में प्रमुख भागीदारी के कारण भारत की मोस्ट वांटेड सूची में था। कताल की हत्या के साथ ही अभी तक दर्जन भर से ज्यादा आतंकी हैं, जिनकी पाकिस्तान में हत्या की गई है। अज्ञात हमलावर लगातार आतंकवादियों को निशाना बना रहे हैं। पाकिस्तान ने पिछले साल भारत के ऊपर अपने नागरिकों की हत्या का इल्जाम लगाया था, जिससे भारत ने इनकार कर दिया था।

भारत को जख्म देने वाले आतंकियों को जहन्नुम पहुंचाने का सिलसिला जारी
पाकिस्तान में भारत को जख्म पहुंचाने वाले आतंकवादियों को जहन्नुम पहुंचाने का सिलसिला जारी है। इस बार 2008 मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के भतीजे अबू कताल की अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी। अबू क़ताल के ऊपर भारत को अस्थिर करने के इरादे से आतंकी हमलों की साजिश रचने के आरोप हैं। कताल की हत्या आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत की बड़ी जीत मानी जा सकती है। आपको बता दें कि कताल, जिसे कताल सिंधी के नाम से भी जाना जाता है, वो 2017 के रियासी बम विस्फोट और 2023 में जम्मू-कश्मीर में तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर हुए हमले सहित कई हाई-प्रोफाइल हमलों में शामिल था।

मोस्ट वांटेड आतंकियों की हत्या पर पाक अनर्गल आरोप लगाने में जुटा
पिछले साल पाकिस्तान में कई ऐसे आतंकियों की अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी थी, जिन्हें भारत मोस्ट वांटेड आतंकी मानता है। पाकिस्तान ने अनर्गल और झूठे आरोप लगाए कि जून 2021 के बाद से कई पाकिस्तानी नागरिकों की अज्ञात हमलावरों ने हत्या के पीछे भारतीय खुफिया एजेंसियों का हाथ हो सकता है। लेकिन नई दिल्ली ने इनमें किसी भी तरह की भूमिका होने से साफ-साफ इनकार किया। पिछले साल अलजजीरा की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारियों ने 2023 में कम से कम छह हत्याओं और एक साल पहले दो हत्याओं की बात स्वीकार की थी। इन हत्याओें के पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों ने अज्ञात लोगों के शामिल होने के आरोप लगाए थे।

पाक डिप्लोमेट्स का दावा- सुपारी देकर हो रही हैं पाक में हत्याएं
पाकिस्तान के टॉप डिप्लोमेट्स मे पिछले साल ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए दावा किया था कि इन हत्याओं के ‘विश्वसनीय सबूत’ मिले हैं। पाकिस्तान के विदेश सचिव मुहम्मद सिरस सज्जाद काजी ने पिछले साल 25 जनवरी को इस्लामाबाद में संवाददाताओं से कहा था कि “ये हत्याएं सुपारी देकर किए गये हैं।” लेकिन ये सुपारी पाकिस्तान से कौन दे रहा है, उन्होंने स्पष्ट नहीं किया। काजी ने 2023 में पीओके में मारे गये मुहम्मद रियाज और सियालकोट में मारे गये शाहिद लतीफ की हत्या के पीछे एजेंट्स को जिम्मेदार ठहराया था। मोहम्मद रियाज आतंकी लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से जुड़ा था, जबकि शाहिद लतीफ पठानकोट में भारतीय एयरबेस पर हुए हमले में शामिल था। हालांकि पाकिस्तान ने इन दोनों के अलावा किसी और नाम का खुलासा नहीं किया था, जिनकी हत्याएं की गईं थीं। लेकिन काजी ने ये जरूर कहा था कि कई और हत्याएं की गई हैं, जिनकी जांच सरकार कर रही है।

दो दर्जन से ज्यादा आतंकवादियों की अज्ञात हमलावरों ने हत्या की
पाकिस्तान में अभी तक दो दर्जन से ज्यादा आतंकवादियों की अज्ञात हमलावरों ने हत्या की है। जिनमें दाऊद मलिक, शाहिद लतीफ (11 October 2023), मुहम्मद रियाज, जिया उर रहमान (29 September 2023), सुखदूल सिंह (खालिस्तानी आतंकवादी) (21 September 2023), अबू कासिम कश्मीरी (8 September 2023), सरदार हुसैन अरायन 1 August 2023), सैयद नूर शालोबार (4 March 2023), बशीर अहमद पीर (20 February 2023), सैय्यद खालिद रजा (27 February 2023), अय्याज अहमद अहंगार (14 February 2023), हरविंदर सिंह संधू ( (19 November 2022), जहूर मिस्त्री (1 March 2022) प्रमुख नाम हैं।

लाहौर में खालिस्तानी आतंकवादी परमजीत सिंह पंजवार की भी हत्या
इन संदिग्ध हत्याओं में लाहौर में खालिस्तानी आतंकवादी परमजीत सिंह पंजवार की हत्या भी शामिल है। पंजवार की मई 2023 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। भारत सरकार ने 2020 में एक अधिसूचना जारी करते हुए सिंह को “व्यक्तिगत आतंकवादी” घोषित किया था, जिसमें उस पर भारत में हमले करने के लिए हथियारों की ट्रेनिंग की व्यवस्था करने और हथियारों की आपूर्ति करने का आरोप लगाया गया था। इसके अलावा सलीम रहमानी, जिसे भारत ने “आतंकवादी” घोषित किया था, उसकी भी जनवरी 2022 में पाकिस्तान में गोली मार दी गई थी।

आतंकवादियों को पाल-पोस रहा पाकिस्तान अपने ही जाल में फंसा

दुनियाभर के लिए आतंकवादियों को पाल-पोस रहा पाकिस्तान अपने ही जाल में फंस गया है। पाकिस्तानी सेना पर बलूचिस्तान में लगातार तीसरी बार हमला हुआ है। बलूचिस्तान में रविवार देर शाम को ग्वादर कोस्ट गार्ड पर हमला किया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यहां पर सुरक्षा बलों और हमलावर लड़ाकों ने एक दूसरे पर फायरिंग की। कुछ लड़ाके हथियारों के साथ कोस्ट गार्ड के अंदर घुस गए और वहां से हमला किया। यह कंफर्म किया जा रहा है कि यह लड़ाके BLA से जुड़े हैं या किसी अन्य संगठन के सदस्य हैं। इससे पहले रविवार सुबह ही बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने पाकिस्तानी सेना पर फिदायीन हमले का दावा किया था। इसमें 90 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे। क्वेटा से ताफ्तान जा रहे 8 मिलिट्री वाहनों पर नोशकी के हाईवे के पास हमला किया गया। BLA के मुताबिक उसकी मजीद और फतेह ब्रिगेड ने सेना के काफिले पर सुसाइड बॉम्बिंग की।

फिदायीन लड़ाके ने विस्फोटकों से भरी गाड़ी से किया हमला
मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक सुबह BLA का एक फिदायीन लड़ाका विस्फोटकों से भरी गाड़ी लेकर सेना के काफिले से टकरा गया। इसके बाद फतेह स्क्वॉड ने सेना के काफिले में घुसकर हमला किया। जिस वाहन पर सुसाइड अटैक किया गया था, वो पूरी तरह तबाह हो गया। घायलों को नोशकी के अस्पताल में भर्ती किया गया। इलाके में इमरजेंसी लागू कर दी गई। लगातार तीसरी बार हमले के चलते पाक सेना में बलूच आर्मी को लेकर खौफ है। आतंक का पनाहगार देश पाकिस्तान अपने ही जाल में बुरी तरह से फंस चुका है। पाकिस्तान में लगातार एक के बाद एक आतंकी हमलों में सैनिक और आम लोग भी मारे जा रहे हैं। इस कारण पाकिस्तान के आम लोगों के बीच खौफ का माहौल हो गया है। पाकिस्तान की सेना और सरकार अभी बलूचिस्तान के आतंकी हमलों से जूझ ही रही थी कि अब खैबर पख्तूनख्वा में भी बड़ा आतंकी हमला हुआ है।

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