प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 23 जून को वाशिंगटन डीसी के रोनाल्ड रीगन सेंटर में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसा लग रहा है जैसे मिनी इंडिया उमड़ आया है। भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने एक बड़ा ऐलान किया और कहा कि अब एच1बी वीजा को रिन्यू कराने के लिए अमेरिका से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। अब H1B वीजा नवीनीकरण अमेरिका में ही किया जा सकता है। प्रधानमंत्री मोदी के यह ऐलान करते ही लोगों ने खड़े होकर तालियां बजाना शुरू कर दिया। रोनाल्ड रीगन सेंटर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। लोग अपनी सीट से उठकर मोदी-मोदी के नारे लगाने लगे। देखिए वीडियो-
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘ आपकी जरूरतों को देखते हुए भारत इस साल सिएटल में एक नया कॉन्सुलेट खोलने जा रहा है। इसके अलावा भी अमेरिका के 2 और शहरों में भारतीय कॉन्सुलेट खोले जाएंगे। और अच्छा ये भी है कि अब अहमदाबाद और बेंगलुरु में भी अमेरिका के नये कॉन्सुलेट खुलने जा रहे हैं। साथियों, आप में से बहुत से लोगों की की H1B वीजा के रीन्यू को लेकर भी लंबे अरसे से एक डिमांड थी। अब ये निर्णय लिया गया है कि H1B वीजा को रीन्यू करने के लिए आपको अमेरिका से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। अमेरिका में रहते हुए ही अब ये वीजा, रीन्यू हो जाएगा। इसके लिए इस साल एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा इसका बहुत बड़ा फायदा हमारे आईटी प्रोफेशनल्स को होगा। इस फैसले के जो भी अनुभव होंगे, उसे देखते हुए, यही व्यवस्था भविष्य में एल कटेगरी वीजा के लिए भी हो सकती है।’
PM Modi announced a big relief for H-1B Visa holders in his address to the Indian diaspora!
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— BJP (@BJP4India) June 24, 2023
H1B वीजा अमेरिका में काम करने के लिए जाने वाले लोगों को दिए जाते हैं। ये आमतौर पर पशेवर लोगों को दिया जाता है। अमेरिका में जिन क्षेत्र में कुशल लोगों की कमी होती है, उनमें भर्ती के लिए ये वीजा जल्दी मिल जाता है। अमेरिकी कंपनी इस वीजा के जरिए विदेश के कुशल लोगों को अपने यहां काम पर रखते हैं। ये छह साल के लिए मान्य होता है। उसके बाद अपने देश में जाकर फिर से रिन्यू कराना होता है। लेकिन अब सिर्फ इसे रिन्यू कराने के लिए वापस अपने देश जाने की जरूरत नहीं होगी। प्रधानमंत्री मोदी की इस घोषणा से अमेरिका में एच1 वीजा रखने वाले भारतीय लोगों को बड़ी राहत मिली है।
Big relief for H-1B Visa holders! pic.twitter.com/pL7WnGxbTR
— Bhupender Yadav (@byadavbjp) June 24, 2023
इस योजना से सबसे ज्यादा फायदा भारतीयों को होगा क्योंकि एच1बी वीजा प्रोग्राम के सबसे ज्यादा यूजर्स भारतीय हैं। वित्त वर्ष 2022 में इस प्रोग्राम के तहत 73 प्रतिशत भारतीयों को फायदा हुआ। अमेरिकी सरकार हर साल कुशल विदेशी श्रमिकों की तलाश करने वाली कंपनियों को 65,000 एच-1बी वीजा उपलब्ध कराती है। एच-1बी वीजा का इस्तेमाल करने वाली भारतीय कंपनियों में इंफोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), अमेजन, अल्फाबेट और मेटा जैसी बड़ी-बड़ी कंपनियां शामिल हैं।