प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज, 26 नवंबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हैदराबाद में सफ्रान एयरक्राफ्ट इंजन सर्विसेज इंडिया (SAESI) की नई फैसिलिटी का उद्घाटन किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि आज से भारत का एविएशन सेक्टर एक नई ऊंचाई पर उड़ान भरने जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में बताया कि यह नई फैसिलिटी भारत को ग्लोबल Maintenance, Repair and Overhaul (MRO) हब के रूप में स्थापित करने में मदद करेगी। उन्होंने कहा कि इस फैसिलिटी से सिर्फ उच्च तकनीक वाला एविएशन क्षेत्र ही नहीं, बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम बड़े सपने देख रहे हैं, बड़ा काम कर रहे हैं और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने SAFRAN टीम को भारत में निवेश बढ़ाने के लिए शुभकामनाएं दीं और भरोसा जताया कि SAFRAN का भारत में निवेश इसी गति से जारी रहेगा।
भारत के एविएशन सेक्टर की तेजी से बढ़ती मांग की ओर ध्यान दिलाते हुए उन्होंने कहा कि देश की एयरलाइंस ने 1500 से ज्यादा नए एयरक्राफ्ट के ऑर्डर दिए हैं। इसके चलते MRO सुविधाओं की जरूरत बढ़ गई है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत में अब तक 85 प्रतिशत MRO का काम विदेशों में होता था, जिससे खर्च और समय बढ़ता था। अब देश में यह सुविधा उपलब्ध होने से एयरक्राफ्ट लंबे समय तक ग्राउंडेड नहीं रहेंगे।

प्रधानमंत्री ने SAFRAN की ग्लोबल ट्रेनिंग और नॉलेज ट्रांसफर पहल का भी स्वागत किया और कहा कि इससे देश में एक नई वर्कफोर्स तैयार होगी, जो आने वाले वर्षों में पूरे MRO इकोसिस्टम को नई दिशा और गति देगी। उन्होंने सुझाव दिया कि SAFRAN भारत में एयरक्राफ्ट इंजन और कंपोनेंट डिजाइन के क्षेत्र में भी अपनी संभावनाओं को बढ़ाए।
साथ ही, प्रधानमंत्री ने भारत के निवेश फ्रेंडली माहौल और बड़े सुधारों का ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि अधिकांश सेक्टर में 100 प्रतिशत FDI Automatic Route के जरिए अब संभव है और कई पहले प्रतिबंधित सेक्टर जैसे डिफेंस और स्पेस में भी एफडीआई का रास्ता खोल दिया गया है। इन सुधारों के चलते भारत को Trusted Partner, Major Market और Rising Manufacturing Hub के रूप में देखा जा रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन का समापन करते हुए कहा कि भारत के पास तेज ग्रोथ, स्थिर सरकार, रिफॉर्म से जुड़ा माइंडसेट, विशाल युवा टैलेंट और बड़ा डॉमेस्टिक मार्केट है। निवेशक भारत में सिर्फ निवेशक नहीं, बल्कि co-creator हैं। उन्होंने कहा, ‘भारत पर दांव लगाना इस दशक का सबसे चतुराई भरा व्यावसायिक निर्णय साबित हो रहा है।’ उन्होंने सभी निवेशकों और सफ्रान टीम को इस आधुनिक सुविधा के लिए शुभकामनाएं दीं और कहा कि यह भारत के विकास की उड़ान में एक और मील का पत्थर है।









