प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 01 नवंबर, 2025 को भव्य और अत्याधुनिक छत्तीसगढ़ विधानसभा भवन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हमें एक ऐसा छत्तीसगढ़ बनाना है जो अपनी विरासत से जुड़कर विकास के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़े। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह सिर्फ एक इमारत का उद्घाटन नहीं है, बल्कि छत्तीसगढ़ के 25 साल की जन-आकांक्षा, संघर्ष और गौरव का उत्सव है। उन्होंने भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी को याद करते हुए कहा कि अटल जी देखिए, आपका सपना साकार हो रहा है। आपके बनाए छत्तीसगढ़ ने आत्मविश्वास और प्रगति की नई ऊंचाइयों को छू लिया है।

प्रधानमंत्री ने नए विधानसभा भवन को लोकतंत्र का तीर्थ स्थल बताया और कहा कि इसका हर स्तंभ पारदर्शिता का प्रतीक है, हर गलियारा जवाबदेही की याद दिलाता है और हर कक्ष जनता की आवाज का प्रतिबिंब है। उन्होंने कहा कि आने वाले दशकों में यही भवन छत्तीसगढ़ की नीति, नियति और नीतिकारों का केंद्र बनेगा।

उन्होंने नई संसद भवन की तरह छत्तीसगढ़ की नई विधानसभा में भी विरासत और आधुनिकता के उत्तम संगम की सराहना की। उन्होंने कहा कि देश की नई संसद की तरह ही, छत्तीसगढ़ की विधानसभा भी भारत की संस्कृति और परंपरा की आत्मा से जुड़ी हुई है। उन्होंने बताया कि इस भवन में बस्तर आर्ट की झलक, गुरु घासीदास के मनखे-मनखे एक समान के विचार, माता शबरी की आत्मीयता, संत कबीर की निडरता और महाप्रभु वल्लभाचार्य जी की नर सेवा नारायण सेवा की भावना समाई हुई है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है और बस्तर का ‘मुरिया दरबार’ भारत की लोकतांत्रिक परंपरा का जीता-जागता उदाहरण है। इस संदर्भ में उन्होंने विधानसभा के अध्यक्ष के रूप में डॉ. रमन सिंह के अनुभव और नेतृत्व की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि वह लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत करने वाले कर्मयोगी नेता हैं।

प्रधानमंत्री ने राष्ट्रकवि निराला को उद्धृत करते हुए कहा कि हमें एक ऐसे भारत और छत्तीसगढ़ का निर्माण करना है जो परंपरा से जुड़ा हो, लेकिन भविष्य की ओर पूरा आत्मविश्वास रखता हो। उन्होंने कहा कि “नागरिक देवो भव” हमारे सुशासन का मंत्र है और इस विधानसभा से ऐसे कानून निकलने चाहिए जो सुधारों को गति दें और लोगों का जीवन आसान बनाएं।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने भगवान श्रीराम का भी विशेष रूप से जिक्र किया और कहा, “छत्तीसगढ़ भगवान श्रीराम का ननिहाल है।” उन्होंने कहा कि राम से राष्ट्र का अर्थ है—सुशासन, जनकल्याण और सामाजिक न्याय से भरा भारत। उन्होंने बताया कि रामराज का मतलब है वह शासन जिसमें कोई दुखी ना हो, कोई गरीब ना हो, और कोई असमय मृत्यु का शिकार ना बने।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत आतंकवाद पर निर्णायक प्रहार कर रहा है और ऑपरेशन सिंदूर उसका उदाहरण है। भारत नक्सलवाद और माओवादी आतंक खत्म करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि भारत अभूतपूर्व विजय के गर्व से भरा है, और वैसा ही गर्व आज इस विधानसभा के हर कोने में झलक रहा है।

अंत में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के भविष्य के लिए यह आवश्यक है कि विधानसभा में ऐसे कानून बनें जो जीवन को आसान करें, सुधारों को गति दें और अनावश्यक सरकारी दखल को कम करें। उन्होंने कहा कि सुशासन का मंत्र है कि “सरकार का न अभाव हो और न ही अनावश्यक प्रभाव।” और इसी सोच के साथ, हमें ऐसे छत्तीसगढ़ की नींव रखनी है जो अपनी विरासत से जुड़कर, विकास के पथ पर आगे बढ़ सके।









