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स्टार्ट अप्स, इनोवेशन और रिसर्च का जो इकोसिस्टम आज देश में बन रहा है,वो युवाओं का सामर्थ्य बढ़ा रहा है- पीएम मोदी

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज, 12 जुलाई को 16वें रोजगार मेले के तहत 51,000 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी के लिए नियुक्ति पत्र सौंपे। इन नवनियुक्त युवाओं की तैनाती रेल मंत्रालय, गृह मंत्रालय, डाक विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, वित्तीय सेवाएं और औद्योगिक विकास जैसे विभिन्न विभागों में होगी। उन्होंने बताया कि 22 अक्टूबर 2022 से शुरू हुई इस पहल के अंतर्गत अब तक 10 लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियां मिल चुकी हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बदलते हुए समय के साथ 21वीं सदी में नेचर ऑफ जॉब भी बदल रहा है। नए-नए सेक्टर्स भी उभर रहे हैं। इसलिए बीते दशक में भारत का जोर अपने युवाओं को इसके लिए तैयार करने का रहा है। इसके लिए अहम निर्णय लिए गए। आधुनिक जरूरतों को देखते हुए नीतियां बनाई गईं। स्टार्ट अप्स, इनोवेशन और रिसर्च का जो इकोसिस्टम आज देश में बन रहा है, वो देश के युवाओं का सामर्थ्य बढ़ा रहा है। मुझे खुशी होती है कि मेरे देश का नौजवान बड़े विजन के साथ आगे बढ़ रहा है, कुछ नया करना चाहता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सरकार का जोर प्राइवेट सेक्टर में रोजगार के नए अवसरों के निर्माण पर भी है। हाल ही में सरकार ने एक नई स्कीम को मंज़ूरी दी है Employment Linked Incentive Scheme. इस योजना के तहत सरकार प्राइवेट सेक्टर में पहली बार रोजगार पाने वाले युवा को 15 हज़ार रुपए देगी। यानि पहली नौकरी की पहली सैलरी में सरकार अपना योगदान देगी। इसके लिए सरकार ने करीब एक लाख करोड़ रुपए का बजट बनाया है। इस स्कीम से लगभग साढ़े 3 करोड़ नए रोजगार के निर्माण में मदद मिलेगी।

देशभर में 47 स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज भारत की एक बहुत बड़ी ताकत हमारा मैन्युफेक्चरिंग सेक्टर है। मैन्युफेक्चरिंग में बहुत बड़ी संख्या में नई जॉब्स बन रही हैं। मैन्युफेक्चरिंग सेक्टर को गति देने के लिए इस वर्ष के बजट में मिशन मैन्युफेक्चरिंग की घोषणा की गई है। बीते सालों में हमने मेक इन इंडिया अभियान को मजबूती दी है। सिर्फ PLI स्कीम से ही इससे 11 लाख से अधिक रोजगार देश में बने हैं। डिफेंस मैन्युफेक्चरिंग में भी भारत नए रिकॉर्ड्स बना रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज हमारा देश दुनिया की तीसरी बड़ी इकॉनॉमी बनने की तरफ तेजी से आगे बढ़ रहा है। ये हमारे नौजवानों के पसीने का कमाल है। बीते 11 वर्षों में हर सेक्टर में देश ने प्रगति की है। हाल में इंटरनेशनल लेबर ऑर्गेनाइज़ेशन- ILO की एक रिपोर्ट आई है। इस रिपोर्ट में कहा गया है बीते दशक में भारत के 90 करोड़ से अधिक नागरिकों को वेलफेयर स्कीम्स के दायरे में लाया गया है। एक प्रकार से सोशल सिक्योरिटी का दायरा गिना जाता है। और इन स्कीम्स का फायदा सिर्फ वेलफेयर तक सीमित नहीं है। इससे बहुत बड़ी संख्या में नए रोजगार भी बने हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसी ही एक और योजना की चर्चा करना चाहता हूं, ये योजना तो पांचो उंगली घी में यानि दोनों हाथ में लड्डू है ऐसी योजना है। पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना। सरकार रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने के लिए एक परिवार को 75 हजार रुपए से ज्यादा दे रही है। इससे वे अपने घर के छत पर सोलर प्लांट लगाते हैं, इससे एक प्रकार से उसका घर बिजली का कारखाना बन जाती है। बिजली पैदा करता है, वो बिजली खुद उपयोग करता है ज्यादा बिजली बेचता है। इससे बिजली का बिल तो जीरो हो रहा है। इन प्लांट्स को लगाने के लिए इंजीनियर्स और टेक्निशियन्स की जरूरत पड़ती है, सोलर पैनल बनाने के कारखाने लगते हैं। रॉ मेटेरियस के लिए कारखाने लगते हैं, ट्रांसपोर्टेशन के लिए लगते हैं। उसको रिपेयर करने के लिए नऊ इंडस्ट्री तैयार हो रही है। आप कल्पना कर सकते हैं, एक एक स्कीम लोगों का तो भला कर रही है, लाखों-लाखों नए रोजगार इससे पैदा हो रहे हैं।

नवनियुक्त युवाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज वर्ल्ड बैंक जैसी बड़ी वैश्विक संस्थाएं भारत की प्रशंसा कर रही हैं। भारत को दुनिया के सबसे अधिक equality वाले शीर्ष के देशों में रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज दुनिया मान रही है कि भारत के पास दो असीमित शक्तियां हैं। एक डेमोग्राफी, दूसरी डेमोक्रेसी। यानि सबसे बड़ी युवा आबादी और सबसे बड़ा लोकतंत्र। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह विशाल युवा शक्ति भारत की सबसे बड़ी पूंजी है और सरकार इस पूंजी को दीर्घकालिक समृद्धि के उत्प्रेरक में बदलने के अपने प्रयासों में दृढ़ है।

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