स्वच्छ भारत अभियान देशभर में आज एक जन-आंदोलन में बदल चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 अक्टूबर 2014 को साफ-सफाई को बढ़ावा देने के लिए स्वच्छ भारत अभियान शुरू करते हुए खुद हाथों में झाड़ू थामी थी तो पूरे देश ने हाथ में झाड़ू थाम लिया था। पीएम मोदी ने सफाई के प्रति देश में लोगों में जागरूकता और सकारात्मक सोच लाने का प्रयास किया। इसी स्वच्छता अभियान में शामिल कश्मीर की पांच साल की जन्नत की वीडियो प्रधानमंत्री ने अपने ट्विटर पर शेयर की है। प्रधानमंत्री ने लिखा है कि इस बच्ची को सुनकर आपकी सुबह और बेहतर होगी। इसके साथ ही उन्होंने बच्ची की सफाई के प्रति संवेदनशीलता की भी तारीफ की है।
Hearing this little girl will make your morning even better! Great passion towards Swachhata. https://t.co/IPBZYVVPBR
— Narendra Modi (@narendramodi) January 21, 2018
यह वीडियो इंडिया टुडे के ट्विटर हैंडल पर ट्वीट किया गया था, जिसे प्रधानमंत्री मोदी ने इसे रीट्वीट किया। वीडियो में कश्मीरी बच्ची जन्नत डल झील की सफाई कर रही है। जिस नाव में सवार होकर जन्नत सफाई कर रही है, उसपर कुछ कूड़ा भी नजर आ रहा है। वीडियो मैसेज के माध्यम से जन्नत लोगों से झील की सफाई के लिए अपील कर रही है। उसका कहना है कि झील में बहुत कूड़ा है इसलिए सभी को मिलकर इसकी सफाई करनी होगी। जन्नत कहती है कि हमें इस झील को अच्छा बनाना है, अभी ये बहुत गंदा है। इसलिए मैं चाहती हूं कि बच्चे घरों से निकलें और बोट में कूड़ा उठाकर डल झील को साफ करें।
The heaven on earth won’t remain the same if we continue to pollute its beautiful lakes. This little girl seems to be giving the same message as she herself takes the responsibility of cleaning picturesque Dal Lake in Kashmir. #UserGeneratedContent
Video: Sunrise in Kashmir pic.twitter.com/iovtYjCaT2— India Today (@IndiaToday) January 20, 2018
प्रधानमंत्री मोदी इसके पहले इसी स्वच्छता अभियान में शामिल कश्मीर के एक 18 साल के लड़के बिलाल डार का जिक्र मन की बात रेडियो कार्यक्रम में कर चुके हैं।
सफाई का ब्रांड एम्बेसडर बिलाल
प्रधानमंत्री ने मन की बात में कहा कि, ‘पिता की कैंसर से मौत के बाद उसने खुद को 12 साल की उम्र से ही स्वच्छता से जोड़ लिया। इससे कुछ न कुछ उसकी कमाई भी हो जाती है। बिलाल स्वच्छता में रुचि रखने वाले लोगों के लिए एक प्रेरणा हैं। मैं उन्हें बधाई देता हूं।’ बिलाल डार को श्रीनगर म्युनिसिपल कॉरपोरेशन ने सफाई का ब्रांड एम्बेसडर बनाया है। कश्मीर के बांदीपुरा जिले का रहने वाला बिलाल कचरा उठाने का काम करता है। वह हर दिन प्लास्टिक का कचरा और बेकार बोतलें वुलर झील से इकट्ठा करता है और उसे 150-200 रुपए में बेच देता है। श्रीनगर म्युनिसिपल कॉरपोरेशन ने बिलाल को एक स्पेशल यूनिफॉर्म और एक व्हीकल भी दिया है। वह लोगों को सफाई अभियान के बारे में जानकारी देता है, उन्हें इसके लिए जागरूक बनाता है।

पीएम मोदी ने अपने आचरण से दिया स्वच्छता का संदेश
प्रधानमंत्री अक्सर कहते हैं कि हमें सफाई की सोच को व्यवहार में शामिल करना होगा। पीएम मोदी केवल कहते नहीं बल्कि उसे अपने आचरण में उतारते हैं। एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार वेंकैया नायडू के भाषणों लेखों के संकलन ”Tireless Voice Relentless journey:Key speeches & articles of Venkaiah Naidu” के विमोचन के अवसर पर पीएम मोदी ने एक बार फिर नजीर पेश की। एनडीए सांसदों की उपस्थिति में उन्होंने अपने आचरण से न सिर्फ स्वच्छ भारत के संकल्प को दोहराया बल्कि देश-दुनिया को स्वच्छता का संदेश भी दिया।
पीएम मोदी ने उठाए रैपर
दरअसल जिस समय पीएम मोदी किताब का विमोचन कर रहे थे उस वक्त मंच पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, अरुण जेटली और वेंकैया नायडू स्वयं उपस्थित थे। सभी ने किताब का विमोचन किया लेकिन रैपर वहीं पीछे टेबल पर फेंक दिया। पीएम मोदी से रहा न गया और उन्होंने स्वयं ही रैपर उठाना शुरू कर दिया, तब वेंकैया नायडू ने भी उनका साथ दिया।
जमीन पर पड़ा रैपर भी उठाया
पीएम मोदी जब वहां से मुड़कर जाने लगे तो आगे और भी रैपर फेंका हुआ था, लेकिन उन्होंने इसे इग्नोर नहीं किया और स्वयं झुककर इसकी सफाई की। बाद में वहां मौजूद कर्मचारियों ने पीएम का अनुकरण करते हुए मंच की सफाई की। पीएम मोदी की इस पहल को देखकर हॉल में मौजूद लोगों ने तालियां बजाईं।
किताब विमोचन के बाद रैपर जेब में रखा
11 अप्रैल, 2017 को लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन की किताब मातोश्री का विमोचन था, तभी पीएम मोदी ने कुछ ऐसा किया कि लोग देर तक तालियां बजाते रह गए। संसद की लाइब्रेरी बिल्डिंग के आडिटोरियम में किताब विमोचन के बाद भी पैकिंग पेपर हाथ में ही पकड़े रहे। कुछ ही देर में उन्होंने पैकिंग पेपर को दोनों हाथों से मोड़ा और फिर तुरंत ही अपनी हाफ जैकेट की बाईं जेब में उसे रख लिया। महज 10 सेकंड में ये सब हुआ, लेकिन जैसे ही पीएम ने उस वेस्ट पैकिंग पेपर को खुद अपनी जेब में रखा दर्शक दीर्घा में मौजूद लोग अपनी सीट से खड़े हो गए और करीब बीस सेकंड तक जोरदार तरीके से तालियां बजाईं। दरअसल पीएम मोदी ने यह आदतन किया। लेकिन पीएम मोदी का आदतन किया गया यह आचरण एक नजीर बन गया।
Delhi: PM @narendramodi releases #SumitraMahajan‘s book ‘Matoshree’ pic.twitter.com/iqGSErhOWp
— Doordarshan News (@DDNewsLive) April 11, 2017
देश को स्वच्छ करने की जो पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की, वैसा पहले कभी किसी ने नहीं सोचा था। अभियान की शुरुआत करते हुए उस दिन श्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, “2019 में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर भारत उन्हें स्वच्छ भारत के रूप में सर्वश्रेष्ठ श्रद्धांजलि दे सकता है।” स्वच्छ भारत अभियान के बाद स्वच्छता के प्रति देश सजग हो गया है, साफ-सफाई के प्रति सोच बदल गई है।
जब पीएम ने स्वयं उठाया झाड़ू
महात्मा गांधी के सपने को साकार करने के लिए देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन के पास स्वयं झाड़ू उठाकर स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की थी। फिर वो वाल्मिकी बस्ती पहुंचे और वहां भी साफ-सफाई की और कूड़ा उठाया। उन्होंने इस अभियान को जन आंदोलन बनाते हुए देश के लोगों को मंत्र दिया था, ‘ना गंदगी करेंगे, ना करने देंगे’।
9-9 लोगों को आमंत्रण
इस अभियान को गति देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने समाज के हर वर्ग से 9-9 लोगों और संस्थाओं को आमंत्रित करना शुरू किया, जिसने धीरे-धीरे एक बहुत बड़ी श्रृंखला का रूप धारण कर लिया। देश में एक से बढ़कर एक लोग इस अभियान से जुड़ते चले गए और स्वच्छ भारत अभियान एक राष्ट्रीय आंदोलन बनता चला गया।
पीएम ने स्वयं कुदाल उठाकर की सफाई
पीएम मोदी का सपना साकार होने लगा और स्वच्छ भारत अभियान के चलते लोगों में साफ-सफाई के प्रति एक जिम्मेदारी की भावना आ गई। प्रधानमंत्री इस कार्य को और आगे बढ़ाते रहे, वो अपने निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी पहुंचे और वहां भी खुद आगे बढ़कर सफाई अभियान को गति देने का काम किया। पीएम मोदी ने काशी के अस्सी घाट पर गंगा के किनारे कुदाल से साफ-सफाई की। इस मौके पर भारी संख्या में स्थानीय लोगों ने स्वच्छ भारत अभियान में उनका साथ दिया।
हर वर्ग का मिल रहा है साथ
देश में साफ-सफाई के इस विशाल जन आंदोलन में समाज के हर वर्ग के लोगों और संस्थाओं ने साथ दिया। सरकारी अधिकारियों से लेकर, सीमा की रक्षा में जुटे वीर जवानों तक, बॉलीवुड कलाकारों से लेकर नामचीन खिलाड़ियों तक, बड़े-बड़े उद्योगपतियों से लेकर आध्यात्मिक गुरुओं तक, सभी इस पवित्र कार्य से जुड़ते चले गए। इसमें अमिताभ बच्चन, सचिन तेंदुलकर, सानिया मिर्जा, साइना नेहवाल और मैरी कॉम जैसी हस्तियों के योगदान बेहद सराहनीय हैं।
स्वच्छ भारत अभियान बना जन-आंदोलन
ये सिलसिला लगातार जारी है, देश भर में लाखों लोग दिन-प्रति-दिन सरकारी विभागों, एनजीओ और स्थानीय सामुदायिक केंद्रों के स्वच्छता कार्यक्रमों से जुड़ते जा रहे हैं। देश भर में नाटकों और संगीत के माध्यम से सफाई के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इस कड़ी में टीवी सीरियल ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ का जिक्र करना चाहिए, जिसकी पूरी टीम ने स्वच्छ भारत अभियान को जन-आंदोलन बनाने में अपना खास योगदान दिया।
‘मन की बात’ में सराहना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ‘मन की बात’ में लगातार देश के विभिन्न व्यक्तियों और संगठनों के उन प्रयासों की सराहना की है, जिसने स्वच्छ भारत अभियान को व्यापक रूप से सफल बनाने में मदद की है।
खुले में शौच से मुक्ति की ओर देश
प्रधानमंत्री मोदी ने जब स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया था, तब देश का एक भी राज्य खुले में शौच की समस्या से मुक्त नहीं था। इस समय देश के 201 जिले खुले में शौच की समस्या से मुक्त हो चुके हैं। इस सामाजिक बुराई से बाहर निकलना इतना आसान नहीं है, लेकिन इसे सफल बनाने में आम लोगों का मिल रहा योगदान बहुत ही सराहनीय है। इस समस्या के प्रति लोग बहुत अधिक जागरूक हो चुके हैं और उन्हें जिस तरह से सरकार से मदद मिल रही है उससे लगता है कि 2 अक्टूबर 2019 से बहुत पहले ही ये मिशन पूरा हो जाएगा।