चुनावी सर्वे और एग्जिट पोल के लिए चर्चित संस्था Centre for the Study of Developing Societies (CSDS- सीएसडीएस) एक बार फिर विवादों में है। मामला तब शुरू हुआ जब सीएसडीएस के प्रमुख संजय कुमार ने महाराष्ट्र चुनाव को लेकर चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हुए एक ट्वीट किया, जिसे बाद में डिलीट कर दिया। लेकिन तब तक राहुल गांधी की कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने उसी ट्वीट को आधार बनाकर ‘वोट चोरी’ का नैरेटिव गढ़ दिया था। अब उसी नैरेटिव के आधार पर तमाम विपक्षी दल संसद से लेकर सड़क तक चुनाव आयोग के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं।
This just happened. pic.twitter.com/RatwOJ6dfL
— Shiv Aroor (@ShivAroor) August 19, 2025
जब लगी फटने खैरात लगी बंटने, देशद्रोहियों के खेमे में खलबली, EC मुकदमे दर्ज करने की तैयारी में, संजय कुमार CSDS चलाते हैं, उन्होंने आरोप लगाया था कि महाराष्ट्र चुनावों में लाखों वोटर्स जोड़ दिए गए जिस से BJP+SS की जीत हुई, लेकिन जब EC सख्त हुआ तो जैसे पुलिस के सामने मुजरिम तोते… pic.twitter.com/9BlLQprgei
— Nitin Shukla 🇮🇳 (@nshuklain) August 19, 2025
कांग्रेस नेता राहुल गांधी तो संसद से लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस और अब बिहार में वोटर अधिकार यात्रा तक चुनाव आयोग पर जमकर हमला बोल रहे हैं। राहुल चुनाव आयोग पर लगातार पक्षपाती रवैये का आरोप लगा रहे हैं। हाल ही में एक घंटे से ज्यादा चली प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने प्रेजेंटेशन के जरिए दावा किया कि बीजेपी के लिए वोट ट्रांसफर कराए गए। आयोग पर वोट चोरी का आरोप लगाते हुए उन्होंने यहां तक कहा कि उनकी सरकार बनने पर आयोग से जुड़े लोगों से निपट लिया जाएगा।
The very institution whose data Rahul Gandhi leaned on to defame the voters of Maharashtra has now admitted that its figures were wrong — not just on Maharashtra, but even on SIR.
Where does this leave Rahul Gandhi and the Congress, which brazenly targeted the Election… pic.twitter.com/4o99YDvsMx
— Amit Malviya (@amitmalviya) August 19, 2025
दरअसल में सीएसडीएस ने कुछ दिन पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट डाल चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए थे। यह ट्वीट कुछ ही घंटों में वायरल हो गया। कांग्रेस और आप समेत कई विपक्षी नेताओं ने इस पोस्ट को जमकर शेयर किया और कहा कि “ईवीएम से वोट चुराए गए हैं”। लेकिन हैरानी की बात ये रही कि जब बवाल बढ़ा, तो संजय कुमार ने चुपचाप वह ट्वीट डिलीट कर दिया। सवाल उठता है अगर ट्वीट में दम था तो हटाया क्यों गया? और अगर वह तथ्यहीन था, तो फिर उसे जारी ही क्यों किया था? क्या संजय कुमार ने वो ट्वीट कांग्रेस को राजनीतिक फायदा पहुंचाने के लिए पोस्ट किया था?
अभी भी आपको समझ नहीं आ रहा है कि, राहुल गांधी शपथ पत्र देकर आरोप क्यों नहीं लगा रहे हैं। @sanjaycsds के ही आँकड़े राहुल कांग्रेस प्रमाण के तौर पर बता रही थी। पीपीटी से प्रभावित लोग अब क्या करेंगे? pic.twitter.com/G2M60pVMDW
— हर्ष वर्धन त्रिपाठी 🇮🇳Harsh Vardhan Tripathi (@MediaHarshVT) August 19, 2025
अब जब सीएसडीएस प्रमुख ने ट्वीट डिलीट कर दिया है, तब लोग सोशल मीडिया पर उनपर कांग्रेस के साथ राजनीतिक मिलीभगत कर देश को अराजकता में झोंकने का आरोप लगा रहे हैं। सोशल मीडिया पर कई लोग कह रहे हैं कि यह सब एक सोची-समझी रणनीति थी। पहले CSDS की ‘रिसर्च’ के नाम पर नैरेटिव गढ़ो, फिर विपक्ष के जरिए उसे विस्तार दो। सोशल मीडिया पर संजय कुमार को जमकर लताड़ लग रही है। लोग सरकार से सीएसडीएस के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
सीएसडीएस और संजय कुमार का फ्रॉड जब सामने आ चुका है तो मेरा ये सवा साल पुराना वीडियो दोबारा सुना जाना चाहिए. अलग अलग प्लेटफॉर्म पर इसे करोड़ों बार देखा गया है.
भारतीय लोकतंत्र की रक्षा के लिए मैं बोलता रहूंगा, चाहे इसकी जो कीमत चुकानी पड़े. राष्ट्र प्रथम. https://t.co/7YlpU30w93
— Dilip Mandal (@Profdilipmandal) August 19, 2025
SANJAY KUMAR OF CSDS ADMITS HIS DATA ON MAHARASHTRA WAS FAKE
BASED ON THIS FAKERY CONGRESS ECOSYSTEM ATTACKED ECI
WILL CONGRESS APOLOGISE FOR INSULTING MAHARASHTRA AND ITS GREAT PEOPLE
CONGRESS IS FAKE NEWS KI FACTORY
LIED ABOUT
RAFALE
SAVARKAR JI
INDIAN ARMY
HAL
LIC
SBI… pic.twitter.com/yCXXU8ii0X— Shehzad Jai Hind (Modi Ka Parivar) (@Shehzad_Ind) August 19, 2025
भारत के चुनाव आयोग के खिलाफ माहौल बनाने और नागरिकों की गुमराह करने के पीछे के एक व्यक्ति संजय कुमार ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के अपने मनगढ़ंत आंकड़े चुपचाप एक साधारण माफ़ी मांगकर हटा दिए। @ECISVEEP को उन्हें और उन सभी लोगों को अदालत में घसीटना चाहिए जिन्होंने भारत के सर्वोच्च… pic.twitter.com/EoZJ6iVqef
— Rohit Jain 🇮🇳 (@Rohitjain2799) August 19, 2025
इस पूरे विवाद पर बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने सीधा हमला करते हुए कहा कि सीएसडीएस एक शोध संस्थान नहीं, बल्कि एजेंडा चलाने वाली संस्था है, जिसका मकसद समाज में जातीय दरारें फैलाकर राजनीतिक लाभ पहुंचाना है। सीएसडीएस का पूरा ध्यान हिंदू समाज की जातियों को बांटकर ओबीसी, दलित, सवर्ण जैसे वर्गों के वोट पैटर्न को उजागर करने पर रहता है, जबकि मुस्लिम समाज की भीतरी जातीय संरचना पर यह संस्था संपूर्ण चुप्पी साध लेती है।
CSDS and the Dangerous Game of Narrative-Building
The Centre for the Study of Developing Societies (CSDS) has long positioned itself as a research institution, but a closer look at its funding sources, survey designs, and outputs reveals a troubling pattern.
1. Foreign Funding… pic.twitter.com/Z0DE6u8PZo
— Amit Malviya (@amitmalviya) August 19, 2025
उन्होंने आरोप लगाया कि CSDS को वर्षों से फोर्ड फाउंडेशन, आईडीआरसी और अन्य विदेशी एजेंसियों से फंडिंग मिलती रही है, जिनका इतिहास भारत में सामाजिक विघटन को बढ़ावा देने से जुड़ा रहा है। इसके अलावा, उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि सीएसडीएस के सर्वे वैज्ञानिक पद्धति पर आधारित नहीं होते, फिर भी इन्हें “डेटा एनालिसिस” बताकर बड़े-बड़े मीडिया हाउसेज में छापा जाता है। बीते कुछ वर्षों में कई बार ऐसा हुआ है कि सीएसडीएस द्वारा चुनाव पूर्व या बाद में जारी किए गए अनुमान और विश्लेषण हकीकत से कोसों दूर निकले। लेकिन हर बार गलती मानने की बजाय यह कहा गया कि “राजनीतिक हवा आखिरी वक्त पर बदल गई।”
🚨 24 hrs before Haryana results, CSDS ‘expert’ Sanjay claimed BJP had NO chance.
~ Exit poll gave Congress 2x of BJPA day after the result, suddenly a CASTE MATRIX pops out by CSDS! If your post-poll was so WRONG, what’s the credibility?
10 Jp Payrollpic.twitter.com/SAvZjmQ0Ez
— The Analyzer (News Updates🗞️) (@Indian_Analyzer) August 19, 2025
यह सिर्फ अनुमान की गलती नहीं है, बल्कि एक सुनियोजित एजेंडा है। “नतीजे जब कांग्रेस के पक्ष में हों, तो प्रचार करो; जब ना हों, तो ईवीएम और आयोग पर शक पैदा करो।”
रागुल गाँधी जिस डेटा को आधार बना कर पीपीटी दिखा रहा था, उस संस्था ने यह माना है कि उन्होंने गलत किया। बात यह नहीं है कि अब उसने माफी माँगी, बात यह कि किया यह सोच-समझ कर किया गया?
संजय कुमार और राहुल गाँधी दोनों पर केस होना चाहिए कि उन्होंने जब इतना बड़ा ‘एटम बम’ फोड़ा तो यह… pic.twitter.com/36TYZm6qa6
— Ajeet Bharti (@ajeetbharti) August 19, 2025
सीएसडीएस के पूर्व सहयोगी योगेंद्र यादव और वर्तमान प्रमुख संजय कुमार दोनों पर कांग्रेस के प्रति झुकाव के आरोप लग चुके हैं। अब जब CSDS का ट्वीट खुद विपक्षी रणनीति का हिस्सा बनता दिख रहा है, तो देश को यह जानने का हक है कि क्या ‘शोध’ की आड़ में समाज को तोड़ने का खेल खेला जा रहा है?
Alleged psephologist @sanjaycsds from @LoknitiCSDS spreads Fake News about Voters addition in Maha to smear the reputation of @ECISVEEP after their press conference.
Saleem aka @_YogendraYadav aka Saleem was and is a wholesome part of CSDS and was used extensively to campaign… pic.twitter.com/UpA3viJBEE
— Suresh Nakhua 🇮🇳 (@SureshNakhua) August 19, 2025