कांग्रेस नेता पी चिदंबरम के बयान को लेकर देशभर में काफी गुस्सा है। लोग सवाल कर रहे हैं कि ये भारत के साथ हैं या पाकिस्तान के! दरअसल में कांग्रेस के सीनियर लीडर और यूपीए काल में देश के गृहमंत्री रहे पी. चिदंबरम ने पहलगाम आतंकी हमले में पाकिस्तान को क्लीन चिट देते हुए साफ कहा है कि आपके पास क्या सबूत है कि वे पाकिस्तानी थे। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी पूर्व मंत्री ने कहा कि ‘एनआईए ने इतने दिनों में क्या किया है, क्या उन्होंने आतंकियों की पहचान कर ली है, उन्हें पता चल गया है कि वो कहां से आए थे। वो यहां के भी आतंकी तो हो सकते हैं। आप ऐसा सोचकर कैसे चल सकते हैं कि आतंकी पाकिस्तान से ही आए थे। इस बात का हमारे पास अभी कोई सबूत नहीं है।’ कांग्रेसी नेता के यह कहते ही कि आतंकी पाकिस्तान से आए थे, इसका कोई प्रूफ नहीं है। सोशल मीडिया पर लोग कांग्रेस को लताड़ लगाने लगे और पूछने लगे कि आखिर पाकिस्तान के साथ ये रिश्ता क्या कहलाता है? लोग सोशल मीडिया पर चिदंबरम को जमकर फटकार लगा रहे हैं। आप भी देखिए कांग्रेस के इस नेता के बयान पर लोग क्या कह रहे है…
एक बार फिर, कांग्रेस ने एक आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को क्लीन चिट दे दी।
पी. चिदंबरम: “आपके पास कोई सबूत नहीं है कि आतंकवादी पाकिस्तान से आए थे, आप ऐसा क्यों मान रहे हैं?”
ये खाते यहां है लेकिन इनका दिल पाकिस्तान में बसता है। pic.twitter.com/qX4IdLJPUy
— Ocean Jain (@ocjain4) July 28, 2025
अगर ये वीडियो सही है तो,
चिदंबरम साहब ने पाकिस्तान को क्लीन चिट दे दी है।
क्या कांग्रेस आज इसी टोन में ऑपरेशन सिंदूर पर डिबेट करने जा रही है ?
अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारने का ताज़ा दृष्टान्त !#OperationSindoor #PahalgamTerrorAttack #parliamentmonsoonsession pic.twitter.com/ulGThmtcPa— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) July 28, 2025
📌 कांग्रेस ने पहलगाम मामले में पाकिस्तान को क्लीन चिट दे दी।
~ चिदंबरम पूछते हैं, “इस बात का सबूत कहाँ है कि वे आतंकी पाकिस्तान से आए थे?” 😳
इन कांग्रेसी नेताओं की वफ़ादारी भारत के प्रति है या पाकिस्तान के प्रति?
कांग्रेस हमेशा इस्लामाबाद की पीआर एजेंसी जैसी क्यों लगती… pic.twitter.com/P0INMtyUlh
— 🇮🇳Jitendra pratap singh🇮🇳 (@jpsin1) July 28, 2025
कांग्रेस फिर वही पुराना राग अलाप रही है।
पी. चिदंबरम सबूत मांग रहे हैं कि पहलगाम हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ है या नहीं।
मतलब साफ है कि संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा से ठीक पहले कांग्रेस ने आतंकियों की जगह सवाल सरकार पर उठा दिया।कहीं ऐसा तो नहीं कि पाकिस्तान पर सवाल उठाने… pic.twitter.com/C7InzEFEZH
— Vaishali Poddar (@PoddarVaishali) July 28, 2025
कांग्रेस नेताओं के सोचने का तरीका ही समझ में नहीं आता। अब पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम कह रहे हैं कि, हम ऐसा क्यों मान रहे हैं कि, पहलगाम के हत्यारे आतंकवादी पाकिस्तानी थे? भारत का अहित करना इन लोगों ने तय कर लिया है।
— हर्ष वर्धन त्रिपाठी 🇮🇳Harsh Vardhan Tripathi (@MediaHarshVT) July 28, 2025
पहलगाम में 26 निर्दोषों की धर्म पूछकर हत्या हुई।
और पूर्व गृहमंत्री चिदंबरम पूछते हैं- “क्या सबूत है कि आतंकी #Pakistan से आए?”
आप कल्पना कर सकते हैं यह व्यक्ति पूर्व में गृहमंत्री रहा है भारत का,
शायद यही कारण था कांग्रेस शासन में हुए आतंकी हमले में पाकिस्तान को दामाद और… pic.twitter.com/WqWlpEyD5R
— 𝐁𝐫𝐚𝐧𝐝 𝐀𝐧𝐮𝐣 ♛ (@Brand_Anuj) July 28, 2025
पी. चिदंबरम ने पाकिस्तान को पहलगाम आतंकी हमले में क्लीन चिट दी ?
– आतंकी पाकिस्तान से आए थे, इसका कोई प्रूफ नहीं है
– आप Pakistan को कैसे ब्लेम कर सकते हैं ?पाकिस्तान के साथ ये रिश्ता क्या कहलाता है ? pic.twitter.com/A5hY26hAc5
— Abhay Pratap Singh (बहुत सरल हूं) (@IAbhay_Pratap) July 28, 2025
बीजेपी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जब भी हमारी सेनाएं पाकिस्तानी आतंकवाद का सामना करती हैं, कांग्रेस भारत के विपक्ष से ज्यादा इस्लामाबाद के बचाव पक्ष के वकील दिखती है। वह हमेशा दुश्मन की रक्षा की कोशिश करते हैं।
P. Chidambaram, former UPA-era Home Minister and the original proponent of the infamous “Saffron Terror” theory, covers himself with glory yet again:
“Have they (NIA) identified the terrorists or where they came from? For all we know, they could be homegrown terrorists. Why do… pic.twitter.com/c32I1KzqOg
— Amit Malviya (@amitmalviya) July 27, 2025
चिदंबरम का बयान पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, “कांग्रेस देशद्रोही संगठन बन गया है। जिस कांग्रेस ने आजादी के आंदोलन में भाग लिया। जिस कांग्रेस पार्टी का आजादी के आंदोलन में इतना बड़ा योगदान है। उस पार्टी का अस्तित्व क्या है? कभी चीन के साथ राहुल गांधी MoU साइन करते हैं… उन लोगों ने देश को बेचने का फैसला कर रखा था लेकिन बीच में पीएम मोदी ने आकर मजबूत नेतृत्व दिया जो उनसे पच नहीं रहा है।”
#WATCH दिल्ली: कांग्रेस नेता पी.चिदंबरम का बयान पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, “कांग्रेस देशद्रोही संगठन बन गया है। जिस कांग्रेस ने आजादी के आंदोलन में भाग लिया। जिस कांग्रेस पार्टी का आजादी के आंदोलन में इतना बड़ा योगदान है। उस पार्टी का अस्तित्व क्या है? कभी चीन के साथ… pic.twitter.com/oCNScEkIXM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 28, 2025
भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा, “जब-जब पाकिस्तान और आतंक की बात आती है तो पाकिस्तान भी पाकिस्तान की उतनी पैरवी नहीं करता जितनी राहुल अधिकृत कांग्रेस पाकिस्तान की करती है। हर तर्क, हर बचाव का तरीका तैयार रहता है। कहीं न कहीं पाकिस्तान को बचाने के लिए कांग्रेस खड़ी रहती है, ऐसी कौनसी मजबूरी है कि कांग्रेस को पाकिस्तान का साथ देना जरूरी है?…आज जब पहलगाम आतंकी हमले पर सदन में चर्चा होगी तो उससे पहले पूर्व गृह मंत्री का इस तरह का बयान आना कांग्रेस की मानसिकता को दिखाता है कि वे भारत के साथ नहीं हैं…”
#WATCH | दिल्ली: भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने पी.चिदंबरम का बयान पर कहा, “जब-जब पाकिस्तान और आतंक की बात आती है तो पाकिस्तान भी पाकिस्तान की उतनी पैरवी नहीं करता जितनी राहुल अधिकृत कांग्रेस पाकिस्तान की करती है। हर तर्क, हर बचाव का तरीका तैयार रहता है। कहीं न कहीं पाकिस्तान को… pic.twitter.com/lZbKDvjpY9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 28, 2025
बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने भी एक्स पर तंज कसते हुए लिखा, ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है? कांग्रेस कहती है: पहलगाम हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार मत ठहराइए! कांग्रेस पाकिस्तानी आतंक का बचाव पाकिस्तान से भी बेहतर करती है!’
यह रिश्ता क्या कहलाता है?
Congress says : Dont blame Pakistan for Pahalgam Terror attack!
Congress defends Pakistani terror better than Pakistan! pic.twitter.com/Prkt86sWLZ
— Pradeep Bhandari(प्रदीप भंडारी)🇮🇳 (@pradip103) July 28, 2025
कांग्रेस नेताओं का रवैया दिखाता है कि प्रधानमंत्री मोदी से नफरत करते-करते वह भारत से भी नफरत करने लगे हैं। यह दिखाता है कि कांग्रेस पार्टी देश को लेकर किस प्रकार की सोच रखती है। इसके पहले खुद राहुल गांधी कह चुके कि इस देश में आग लगेगी, दंगे होंगे, प्रधानमंत्री पर हमला होगा।
यह पहली बार नहीं हुआ है… देखिए राहुल गांधी और अन्य कांग्रेसी नेताओं की देश विरोधी मानसिकता-
बीजेपी के लिए पाकिस्तान दुश्मन होगा, हमारे लिए नहीं- बीके हरिप्रसाद
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कर्नाटक विधान परिषद के सदस्य बीके हरिप्रसाद ने बुधवार, 28 फरवरी,2024 को ये कहकर विवाद पैदा कर दिया कि पाकिस्तान बीजेपी के लिए दुश्मन देश हो सकता है उनके लिए नहीं। उन्होंने साफ कहा कि बीजेपी के लिए पाकिस्तान दुश्मन देश हो सकता है, लेकिन हमारे लिए पाकिस्तान एक दुश्मन देश नहीं है। यह हमारा पड़ोसी देश है। इसके एक दिन पहले ही मंगलवार 27 फरवरी,2024 को राज्यसभा चुनावों में कर्नाटक से कांग्रेस उम्मीदवार सैयद नासिर हुसैन के विजयी होने के बाद उनके समर्थकों ने पकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए थे। इसको लेकर बुधवार को काफी हंगामा हुआ और बीके हरिप्रसाद का ये विवादास्पद बयान सामने आया। राहुल गांधी के करीबी नेता के बयान पर बीजेपी ने कहा है कि यह कांग्रेस की मानसिकता को दर्शाता है। सिर्फ वोटों के लिए अल्पसंख्यकों और मुसलमानों को खुश करने के लिए कांग्रेस किसी भी हद तक जा सकती है।
राहुल गांधी के करीबी सांसद ने की अलग देश की मांग
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के कारण इंडी गठबंधन तो टूट ही रहा है, अब पार्टी नेता देश तोड़ने की भी बात करने लगे हैं। राहुल गांधी के करीबी कांग्रेसी सांसद डीके सुरेश ने दक्षिण भारत को अलग देश बनाने की मांग कर दी है। कांग्रेसी सांसद डीके सुरेश ने ये मांग ऐसे समय में की है जब राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा कर रहे हैं। कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के भाई डीके सुरेश ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया है कि दक्षिण भारत के साथ भेदभाव किया जाता है और ऐसा ही चलता रहा तो देश को बांटना पड़ेगा। बेंगलुरु ग्रामीण सीट से सांसद डीके सुरेश ने बजट को लेकर कहा कि दक्षिण भारत का पैसा उत्तर भारत को आवंटित किया जाता है। इससे दक्षिण को वित्तीय कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। अगर यह जारी रहा तो हमें दक्षिण भारत को एक अलग राष्ट्र बनाने के लिए आवाज उठानी होगी।
बेंगलुरु ग्रामीण कांग्रेस सांसद डीके सुरेश ने धन वितरण में ‘अन्याय’ का आरोप लगाया और एक अलग देश की मांग उठाने की धमकी दी।
“केंद्र दक्षिण भारतीय राज्यों को जीएसटी और प्रत्यक्ष करों का उचित हिस्सा नहीं दे रहा है। दक्षिणी राज्यों से इकट्ठा किया गया पैसा उत्तर भारतीय राज्यों को दिया… pic.twitter.com/HBURBpl8vB
— brjbharat (@brjbharat) February 2, 2024
पूर्वोत्तर को देश का हिस्सा नहीं मानते राहुल गांधी
संविधान की प्रस्तावना में ‘राष्ट्र की एकता तथा अखंडता सुनिश्चित’ करने का उल्लेख किया गया है। लेकिन कांग्रेस और उसके नेता संविधान को नहीं मानते हैं। क्योंकि आजादी के बाद से कांग्रेस ने सिर्फ ‘सत्ता’ को प्राथमिकता दी है देश की एकता और अखंडता को नहीं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 10 फरवरी, 2022 को ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा कि गुजरात से लेकर पश्चिम बंगाल तक भारत है। इसको लेकर पूर्वोत्तर के लोगों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है। असम बीजेपी महिला मोर्चा की अध्यक्ष अंगूरलता डेका ने सोमवार (14 फरवरी, 2022) को देश को विभाजत करने के आरोप में राहुल गांधी के खिलाफ दिसपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई।
Assam BJP Mahila Morcha files complaint against Congress leader Rahul Gandhi at Dispur Police Station
In his tweet, he wrote ‘Gujarat to West Bengal’ & didn’t mention our north-eastern states, he does not consider it a part of India: Angoorlata Deka, Assam BJP Mahila Morcha Pres pic.twitter.com/ISzKgHgAp1
— ANI (@ANI) February 14, 2022
पूर्वोत्तर का जिक्र नहीं करने पर कड़ी आपत्ति
असम, त्रिपुरा और मणिपुर के मुख्यमंत्रियों ने राहुल गांधी के ट्वीट में पूर्वोत्तर का जिक्र नहीं करने पर कड़ी आपत्ति जताई थी। उनका कहना है कि राहुल पूर्वोत्तर को भारत का हिस्सा नहीं मानते और चीन के प्रवक्ता के रूप में काम कर रहे हैं। राहुल ने यह बयान देकर अरुणाचल प्रदेश पर चीन के दुष्प्रचार को स्वीकार कर लिया है। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने राहुल पर हमला बोलते हुए कहा, ‘हम एक गौरवशाली राष्ट्र हैं। भारत को आपके टुकड़े टुकड़े दर्शन के लिए बंधक नहीं बनाया जा सकता है। क्या राष्ट्र, राष्ट्रीयता और राष्ट्रवाद के साथ आपकी समस्या है? बंगाल से परे, हम पूर्वोत्तर मौजूद हैं।’ गौरतलब है कि हाल ही में संसद में दिए अपने भाषण में राहुल गांधी ने भारत को एक ‘राष्ट्र’ मानने से इनकार कर दिया था और इसे राज्यों के संघ के रूप में वर्णित किया था। आज कांग्रेस भाषावाद, क्षेत्रवाद, प्रांतवाद, जातिवाद और संप्रदायवाद के आधार पर देश को विभाजित करने में लगी है।
कांग्रेस और चीन का अपवित्र रिश्ता
गलवान घाटी संघर्ष हो या फिर डोकलाम विवाद हो, जब भी भारत और चीन के बीच संघर्ष देखने को मिलता है कांग्रेस पार्टी को चीन का साथ देते या सुरक्षा मामलों पर भारत विरोधी बयान जारी कर चीन को खुश करते देखा जा सकता है। इसका प्रमाण 7 जुलाई, 2017 को मिला,जब राहुल ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा। अगले दिन 8 जुलाई को चोरी से चीनी राजदूत से मुलाकात की। दरअसल कांग्रेस पार्टी देश के अंदर चीन के एजेंडे को चला रही है। चीन और कांग्रेस का रिश्ता जगजाहिर है। सोनिया और राहुल ने 2008 में चीन के साथ MoU किया था।
राहुल ने ट्वीट में जम्मू-कश्मीर को दिखाया पाकिस्तान का हिस्सा
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक ट्वीट में जम्मू-कश्मीर के एक हिस्से को पाकिस्तान के हिस्से के तौर पर दिखा दिया। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के कोरोना वायरस को लेकर किए गए ट्वीट में जम्मू-कश्मीर को पाक का हिस्सा दिखाए जाने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने उन्हें लताड़ लगानी शुरू कर दी, जिसके बाद उन्होंने वह ट्वीट डिलीट कर दिया।
राहुल गांधी के बयान को पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र में बनाया था हथियार
पाकिस्तान ने 27 अगस्त, 2019 को कश्मीर मसले पर संयुक्त राष्ट्र (UN) में दिए अपने प्रस्ताव में राहुल गांधी के बयान का जिक्र किया। पाकिस्तान ने कश्मीर मामले में संयुक्त राष्ट्र को चिट्ठी लिखकर भारत की शिकायत की। इस चिठ्ठी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयानों का हवाला दिया। इस चिट्ठी में भारत पर कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन और हिंसा को बढ़ाने का आरोप लगाया। इमरान खान सरकार में मंत्री डॉ शिरीन मजारी ने यूएन को लिखी अपनी आठ पेज की चिट्ठी में पेज छह और आठ पर राहुल गांधी का जिक्र किया।
जम्मू-कश्मीर के डीडीसी चुनावों में अनुच्छेद 370 की बहाली का वादा
कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर की इकाई जिला विकास परिषद (डीडीसी) के चुनाव में अनुच्छेद 370 की बहाली का वादा किया। जम्मू-कश्मीर में एक नया गठबंधन बना है- गुपकार गठबंधन। कांग्रेस भी गुपकार गठबंधन के समर्थन में है। इस गठबंधन में फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती की पार्टी समेत कश्मीर के कई दल शामिल हैं। गुपकार का मुख्य एजेंडा जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद-370 और 35-A बहाली है। गठबंधन के नेताओं का कहना है कि वो इस बहाली के लिए चीन से भी मदद लेने को तैयार हैं।
कश्मीर पर पाकिस्तान का समर्थन करने वाले देश तुर्की में खोला दफ्तर
देश में सिमट रही कांग्रेस ने संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान का साथ देने वाले देश तुर्की में अपना दफ्तर खोला। अनादोलू एजेंसी की खबर के अनुसार तुर्की में यह दफ्तर को इस्ताम्बुल में खोला गया। मोहम्मद युसूफ खान को इस दफ्तर की जिम्मेदारी सौंपी गई। पार्टी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि मोहम्मद युसुफ खान तुर्की में कांग्रेस संगठन को मजबूत करने की दिशा में काम करेंगे। तुर्की ने यूएन में ना सिर्फ कश्मीर मुद्दा उठाकर भारत के आंतरिक मामले में दखल दिया था बल्कि कश्मीर में मानवाधिकारों के कथित उल्लंघन की बात भी कही थी।
मुस्लिम बहुल है इसलिए हटाया 370- चिदंबरम
पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने एक विवादित बयान देकर कश्मीर मामले को धार्मिक रंग देने की कोशिश की। साल 2014 में सत्ता से बाहर होने के बाद से ही कांग्रेसी नेता बौखलाए रहते हैं और हर बात को तुष्टिकरण की दृष्टि से देखते हैं। जम्मू-कश्मीर जैसे संवेदनशील मामले पर गैरजिम्मेदाराना बयान देते हुए उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 के ज्यादातर प्रावधानों को समाप्त करके हिंदू-मुस्लिम कार्ड खेला है। यदि जम्मू-कश्मीर हिंदू बहुल राज्य होता तो भाजपा इस राज्य का विशेष दर्जा नहीं छीनती। ऐसा केवल इसलिए किया क्योंकि यह मुस्लिम बहुल है।
मोदी-शाह ने कश्मीर को बना दिया फिलीस्तीन- अय्यर
कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने फिर पाकिस्तान समर्थित बयान दिया। मणिशंकर अय्यर ने एक आलेख में लिखा कि नरेन्द्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी ने देश के उत्तरी बॉर्डर पर एक फिलीस्तीन बना दिया है। मोदी-शाह ने ये पढ़ाई अपने गुरु बेंजामिन नेतान्याहू और यहूदियों से ली है। मोदी और शाह ने इनसे सीखा है कि कश्मीरियों की आजादी, गरिमा और आत्मसम्मान को कैसे रौंदना है? उन्होंने लिखा है कि अच्छे दिन की बजाय, संसद ने जो तय किया है वह घाटी में एक लंबी और अंधेरी रात है, और शायद देश के बाकी हिस्सों में भी ऐसा होगा।
हाथ से निकल जाएगा कश्मीर- दिग्विजय सिंह
सीनियर कांग्रेस लीडर और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय ने भी देश विरोधी बयान देते हुए कहा कि कश्मीर देश के हाथों से फिसल सकता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अमित शाह और अजीत डोवाल ने अपने हाथ आग में झुलसा लिए हैं। दिग्विजय सिंह ने कहा कि कश्मीर बचाना हमारी प्राथमिकता है। मैं अनुरोध करता हूं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अमित शाह और अजीत डोवाल से कि सोच समझकर काम करें अन्यथा कश्मीर अपने हाथ से निकल जाएगा।
पाकिस्तानी मीडिया में कांग्रेसी नेताओं की चर्चा
जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल पर चर्चा के दौरान कांग्रेसी सांसदों के भाषण पाकिस्तानी मीडिया में छाए रहे। पाकिस्तानी न्यूज चैनल डिबेट में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, गुलाम नबी आजाद और पी चिदंबरम के भाषणों पर चर्चा होती रही। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने चर्चा के दौरान कहा कि जम्मू-कश्मीर के मसले पर यूएन निगरानी कर रहा है, ऐसे में ये आंतरिक मामला कैसे हो सकता है।
इसके अलावा भी कई और ऐसी घटनाएं हैं, जिनसे साबित होता है कि कांग्रेस पार्टी की मानसिकता राष्ट्रविरोधी रही है-
पाकिस्तानी मीडिया ने पुलवामा हमले पर राहुल के झूठ का लिया सहारा
पाकिस्तानी अखबार Tribune express ने राहुल गांधी के पुलवामा से संबंधित दिए गए बेमतलब के बयान को आधार बनाकर खबर प्रकाशित की कि पुलवामा पर राहुल गांधी के तीन सवाल जायज हैं। अगर भारतीय अधिकारी राहुल गांधी द्वारा उठाए गए सवालों का ईमानदार जवाब देते हैं, तो पुलवामा हमले के आसपास के रहस्य को निश्चित रूप से सुलझाया जा सकता है। PTV News ने भी राहुल गांधी के उस ट्वीट को रिट्वीट किया है, जिसमें राहुल गांधी खुद झूठ की वकालत करते हुए भारत को बदनाम कर रहे हैं।
पुलवामा और मुंबई हमले पर किया पाकिस्तान का बचाव
कांग्रेसी और उसके सहयोगी नेता आतंकियों और संदिग्ध संगठनों से साठगांठ और सहानुभूति रखने के लिए हमेशा से ही चर्चित रहे हैं। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद राहुल गांधी के करीबी और इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा ने बालाकोट हवाई हमले पर सवाल खड़े कर दिए। पित्रोदा ने पुलवामा हमले के साथ मुंबई हमले पर पाकिस्तान का बचाव करते हुए कहा कि इसके लिए आप पूरे देश को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते हैं।
राहुल ने आतंकी सरगना मसूद अजहर को कहा ‘जी’
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पुलवामा अटैक की जिम्मेदारी लेने वाले पाक समर्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को आदर के साथ जी कहकर संबोधित किया। दिल्ली में कांग्रेस के बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन में राहुल गांधी ने आतंकी सरगना अजहर को जी कहकर संबोधित किया। इससे पहले कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह दुनिया के सबसे कुख्यात आतंकी सरगना ओसामा बिन लादेन को ओसामा जी कह चुके हैं। कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी जैश ए मोहम्मद के एरिया कमांडर अफजल गुरु को जी कह कर संबोधित किया था।
राहुल गांधी का देशद्रोही बयान!, कहा भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान पर आक्रमण किया
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उड़ीसा की एक जनसभा में ऐसा बयान दिया, जिसे देशद्रोह की श्रेणी में ही रखा जा सकता है। उड़ीसा के कारोपुट में जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि पिछले दिनों भारत की वायुसेना ने पाकिस्तान पर आक्रमण किया था और इसमें हमारे लोग शहीद हुए थे। राहुल गांधी के बयान से साफ है कि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह साबित करने पर तुले हुए हैं कि भारत की सरकार ने पाकिस्तान पर हमला किया था और वो अनुचित था। कांग्रेस के नेता बी के हरिप्रसाद तो यहां तक कह चुके हैं कि पुलवामा आतंकी अटैक पीएम मोदी और पाक पीएम इमरान की सांठगांठ का नतीजा था। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने पुलवामा अटैक को दुर्घटना करार दिया था और सरकार से बालाकोट हमले के सुबूत मांगे थे।
पाकिस्तान से अय्यर ने कहा – हमें ले आइए, मोदी को हटाइए
साल 2014 पहली बार मोदी सरकार बनने के कुछ ही महीने बाद कांग्रेस के सबसे बड़े नेताओं में एक मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान जाकर पीएम मोदी को हटाने के लिए उसकी मदद मांगी थी। एक पाकिस्तानी चैनल के सामने उन्होंने इसके लिए लगभग पाकिस्तानी शासकों से गुहार तक लगाई थी।
पूर्व पीएम मनमोहन ने पाकिस्तान उच्चायुक्त से की गुप्त मंत्रणा
कांग्रेसा नेता मणिशंकर अय्यर ने जिस दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ‘नीच आदमी’ कहा। उसके एक दिन पहले मणिशंकर अय्यर के घर पर पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और पाकिस्तान उच्चायुक्त के हाई कमिश्नर ने हाई लेवल की गुप्त बैठकें कीं। इस गुप्त मंत्रणा के अगले ही दिन मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी को गाली दे दी। इस पूरे वाकये में मनमोहन सिंह ने प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ा दीं।
सर्जिकल स्ट्राइक का विरोध
28-29 सितंबर, 2016 की रात पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सेना द्वारा किया गया सर्जिकल स्ट्राइक देश के लिए गौरव का विषय था, लेकिन देशद्रोह पर उतर आई कांग्रेसी नेताओं ने इस पर भी सवाल खड़े कर दिए।कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सेना और प्रधानमंत्री पर सवाल खड़े करते हैं प्रधानमंत्री मोदी पर ‘खून की दलाली’ करने का आरोप लगाया। कांग्रेस नेता और पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे। दिग्विजय सिंह ने भी सेना की इस घोषणा पर सवाल खड़े किए। संजय निरूपम ने तो भारतीय सेना की पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक की कार्रवाई को फर्जी बता दिया था।
डोकलाम मामले पर सरकार के स्टैंड का विरोध
भारत-चीन के बीच 73 दिनों तक सिक्किम से सटे डोकलाम क्षेत्र जबरदस्त तनातनी का माहौल रहा। इस कूटनीतिक और सैन्य तनाव पर दुनिया भर की नजरें गड़ी थीं। ऐसे में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी चोरी-छिपे भारत में मौजूद चीन के राजदूत लिओ झाओहुई से मिलने पहुंच गए। राहुल गांधी ने भारत की सेना या प्रधानमंत्री पर विश्वास करने की जगह चीनी राजदूत पर भरोसा किया।
राष्ट्रगान का विरोध
पिछले साल आजादी के 70वीं वर्षगांठ में जब यूपी सरकार ने सरकार से अनुदानित सभी संस्थाओं में राष्ट्रगान को अनिवार्य किया, तो कांग्रेस ने इसका विरोध किया। कांग्रेस से विधायक रहे माविया अली ने कहा हम पहले हम मुसलमान हैं, भारतीय बाद में है। कांग्रेस की राजनीति तो कोर्ट के उस आदेश पर भी निकल कर आई जिसमें सिनेमा हॉल में राष्ट्रगान अनिवार्य कर दिया गया था।
JNU में राहुल ने दिया देशद्रोहियों का साथ
दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय यानी JNU में भारत विरोधी नारे और देश को तोड़ने वाले नारे लगाते हुए पूरे देश ने देखा था, लेकिन देशविरोधी इन ताकतों की आलोचना करने के बजाए राहुल गांधी इनका समर्थन करने JNU पहुंच गए थे।
पत्थरबाजों का समर्थन करती है कांग्रेस
जब सेना के मेजर गोगोई ने पत्थरबाज को जीप पर बांधकर सेना के दर्जनों जवानों की जान बचाई तो कांग्रेस ने इस पर भी राजनीति की। जिस आतंकी बुरहान वानी को भारतीय सेना ने एनकाउंटर कर ढेर कर दिया उसे कांग्रेस पार्टी जिंदा रखने की बात कहती है। कश्मीर में पार्टी के नेता सैफुद्दीन सोज ने कहा कि उनका बस चलता तो वह आतंकी बुरहान वानी को जिंदा रखते।
अफजल-याकूब का समर्थन करती है कांग्रेस
संसद पर हमले के दोषी आतंकी अफजल गुरु की फांसी पर भी कांग्रेस ने पॉलटिक्स की थी। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा था कि संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी देना गलत था और उसे गलत तरीके से दिया गया। कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने अफजल गुरु को अफजल गुरुजी कहकर पुकारा था। इतना ही नहीं यही कांग्रेस है जिनके नेताओं ने याकूब मेनन की फांसी पर भी आपत्ति जताई थी। काग्रेस नेताओं के समर्थन पर ही प्रशांत भूषण ने रात में भी सुप्रीम कोर्ट खुलवा दिया था।
कश्मीर के अलगावादियों से कांग्रेस के हैं रिश्ते
कश्मीर में अलगाववादी नेताओं को लगातार उनके पाकिस्तानी आकाओं से मदद मिलती रही है और वह यहां कश्मीरी लड़कों को भड़काते हैं। NIA की की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2005 से लेकर 2011 के बीच अलगाववादियों को ISI की ओर से लगातार मदद मिल रही थी। 2011 में NIA की दायर चार्जशीट के अनुसार हिज्बुल के फंड मैनेजर इस्लाबाद निवासी मोहम्मद मकबूल पंडित लगातार अलगाववादियों को पैसा पहुंचा रहा था, लेकिन कांग्रेस सरकार ने इस पर कोई कठोर निर्णय नहीं लिया था।
रोहिंग्या मुसलमान पर विरोध
रोहिंग्या मुसलमान पूरी दुनिया के लिए समस्या हैं। म्यांमार इन्हें आतंकवादी बताकर अपने देश में रखने को तैयार नहीं है। बांग्लादेश भी रखने से इनकार कर चुका है, लेकिन जहां कांग्रेस कश्मीर के हिन्दू पंडितों को उसका अधिकार देने के लिए तैयार नहीं हुई, वहीं इन आतंकवादियों को भारत में रखने की वकालत की। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता तरुण गोगोई ने कहा था कि धर्म के आधार पर शरणार्थियों के साथ भेदभाव हो रहा है और यह वह लोग हैं जिन पर अत्याचार हो रहा है। गोगोई ने कहा कि उनके देश में उनके मानवाधिकार का हनन हो रहा है तो वह डर के वहां से भाग कर भारत आ रहे हैं।
कांग्रेसी नेताओं का ‘जहरीले’ जाकिर नाइक से नाता
इस्लामी कट्टरपंथी धर्म प्रचारक जाकिर नाइक से कांग्रेसी नेताओं के ताल्लुकात रहे हैं। जाकिर नाइक ने कई देशविरोधी कार्य किए, कई देशविरोधी भाषण दिए। वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने 15 जुलाई, 2016 को कहा कि वह इस्लाम का सही अर्थ और उद्देश्य का प्रचार कर रहे हैं जबकि भाजपा इस्लाम को आतंकवाद से जोड़कर पेश कर रही है। नाइक के साथ दिग्विजय सिंह 2012 में मंच साझा कर चुके हैं। इस इवेंट में दिग्विजय को जाकिर नाइक की तारीफों के पुल बांधते हुए सुना जा सकता है।
अहमद पटेल पर भी आतंकियों से रिश्तों के आरोप
गुजरात कांग्रेस के सबसे बड़े नेता और सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार रहे अहमद पटेल के तार भी आईएसआईएस आतंकियों से जुड़े होने के आरोप लगे थे। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने खुद कहा था कि जांच एजेंसियों के हत्थे चढ़ा आईएसआईएस का एक संदिग्ध आतंकी मोहम्मद कासिम अहमद पटेल से जुड़ी एक संस्था के लिए काम करता था।
कुख्यात आतंकियों के लिए आंसू और सम्मान
कांग्रेस के नेता कभी ओसामा बिन लादेन को ओसामा जी कहते रहे हैं, तो कभी हाफिज सईद को हाफिज जी और अफजल गुरु को अफजल गुरु जी कहकर पुकारा है। दिग्विजय सिंह ने ओसामा बिन लादेन और हाफिज सईद को जी कहा तो रणदीप सुरजेवाला ने अफजल गुरु को जी कहा। बाटला हाउस एनकाउंटर में जब आतंकियों को मार गिराया गया तो कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया ने कथित रूप से आंसू तक बहाया।
आतंकी इशरत जहां के नाम पर भी कांग्रेस ने की राजनीति
15 जून 2004 को अहमदाबाद में एक मुठभेड़ में आतंकी इशरत जहां और उसके तीन साथी जावेद शेख, अमजद अली और जीशान जौहर मारे गए। गुजरात पुलिस के मुताबिक उनके निशाने पर गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी थे। लेकिन केंद्र की सत्ताधारी कांग्रेस सरकार को इसमें भी सियासत दिखी। सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की जाने लगी। लेकिन गृह मंत्रालय के पूर्व अंडर सेक्रेटरी आरवीएस मणि ने कांग्रेस की साजिशों की परतें खोल दीं। उन्होंने साफ कहा कि इशरत और उसके साथियों को आतंकी ना बताने का उन पर दबाव डाला गया था।
इससे पहले मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर और कुछ दिनों के लिए इशरत जहां एनकाउंटर पर बनी एसआइटी की टीम मुखिया सत्यपाल सिंह ने भी कहा कि उन्हें इशरत जहां के एनकाउंटर झूठा साबित करने के लिए ही एसआइटी की कमान सौंपी गई थी। इतना ही नहीं उन्हें इस एनकाउंटर के तार नरेंद्र मोदी तक पहुंचने को कहा गया था।