कभी देश की आजादी में योगदान देने वाली कांग्रेस को इस समय या तो जंग लग गया है या फिर मोदी के खिलाफ बोलते-बोलते देशद्रोह की भूमिका में आ गई है। यही हाल इस समय देश के कई विपक्षी दलों का है। लोकतंत्र में विरोध की सार्थक भूमिका होती है। लेकिन विरोध जब नफरत की हद तक होने लगे तो आपको पता ही नहीं चलता कि आप नेता का विरोध कर रहे हैं या देश का।
ताजा मामला सरकार के कैशलेस मुहिम को गति देने के लिए शुरू किए गए bharat interface for money (BHIM) यानी भीम ऐप का है। ये ऐप देश के जन सामान्य को बिना किसी चार्ज के कैशलेस प्लेटफॉर्म मुहैया कराना है। लेकिन इस ऐप का कुछ दल जिस तरीके से विरोध कर रहे हैं, वो दरअसल देशद्रोह से कम नहीं है। खुद देखिए कांग्रेस समेत बाकी दल के बड़े नेता किस तरह अफवाह फैला रहे हैं –
पकड़ा गया कांग्रेस का झूठ
गुजरात में कांग्रेस के विधायक दल के नेता शंकर सिंह वाघेला ने लिखा है कि इस एप्लिकेशन को डाउनलोड करने में 1.5 रुपये का चार्ज लग रहा है। जरा सोचिए इस झूठ को लिखकर क्या वो आम जनता को गुमराह करने का काम नहीं कर रहे हैं। जबकि ये एप्लिकेशन इसिलिए बनाया गया ताकि लोगों को मुफ्त में कैशलेस ट्रांजेक्शन की सुविधाएं मिल सकें। इस ऐप को डाउनलोड करने में कोई पैसा नहीं लिया जाता।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री का झूठ
दलितों की नेता मायावती का तिलिस्म चकनाचूर
बीएसपी सुप्रीमो मायावती भले ही खुद को दलितों की बेटी प्रोजेक्ट करती हों, लेकिन सच तो ये है कि जब भी बाबा साहेब के नाम पर केंद्र सरकार कोई काम करती है, मायावती उसका सबसे पहले विरोध करती हैं। भीम ऐप को लेकर भी ऐसा ही हुआ। मायाव
गौरतलब है कि लॉन्च के बाद से ही भीम ऐप गूगल प्ले स्टोर की नंबर एक की ऐप बनी हुई है। सिर्फ 5 दिन में देश के 30 लाख लोगों ने डाउनलोड किया है। ये एप्लिकेशन न सिर्फ सहज औऱ सुरक्षित है बल्कि आम नागरिक इसके जरिए बिना किसी चार्ज के कैशलेस लेनदेन कर सकते हैं। इसके अलावा ये कोई निजी ऐप नहीं है, बल्कि पूरी तरह से सरकारी है। इसके बावजूद भी जिस तरीके से कांग्रेस, टीएमसी और बीएसपी ने ऐप को लेकर अफवाह फैलाने की कोशिश की है, उससे इन पार्टियों की नीयत पर सवाल खड़े होते हैं।