प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है। नीतिगत सुधारों और प्रोत्साहनों का असर रोजगार के क्षेत्र में भी दिखाई दे रहा है। केंद्र सरकार की नीतियों के कारण देश में युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़े हैं। नौकरी की तलाश में लगे युवाओं के लिए यह खबर उनके चेहरे पर मुस्कान लाने वाली साबित हो सकती है। पहली बार नौकरी चाहने वाले बड़ी संख्या में संगठित क्षेत्र के वर्कफोर्स में शामिल हो रहे हैं और नए सदस्यों की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हो रही है।
जुलाई में ESI से जुड़े 20.36 लाख नए सदस्य
कर्मचारी राज्य बीमा निगम की सामाजिक सुरक्षा योजना में जुलाई 2025 में करीब 20.36 लाख नए सदस्य शामिल हुए है। जुलाई, 2025 के महीने में लगभग 31,146 नए संस्थानों को रजिस्टर्ड किया गया। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) की ओर से जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, कर्मचारी राज्य बीमा निगम की योजनाओं से सकल रूप से वित्त वर्ष 2022-23 में 1.67 करोड़ नए सदस्य जुड़े हैं। 2021-22 में 1.49 करोड़ लोग जुड़े जबकि 2020-21 में 1.15 करोड़ नए सदस्य जुड़े थे। आंकड़ों के अनुसार, इसके पहले वित्त वर्ष 2019-20 में 1.51 करोड़, 2018-19 में 1.49 करोड़, जबकि सितंबर, 2017 से लेकर मार्च, 2018 के बीच करीब 83.35 लाख सदस्य जुड़े थे।
पेरोल डाटा से यह भी पता चलता है कि युवाओं को जॉब के ज्यादा अवसर मिल रहे हैं। इस माह में कुल 20.36 लाख कर्मचारियों में से 9.85 लाख कर्मचारी 25 वर्ष आयु समूह वाले हैं, जो जुड़ने वाले कुल कर्मचारियों का 48.37 प्रतिशत हैं।
जून 2025 के वेतन आंकडों के मुताबिक, 4.33 लाख महिला सदस्य भी इसमें शामिल हुई हैं। इसके अलावा, इस महीने कुल 88 ट्रांसजेंडर कर्मचारी ईएसआई योजना के अंतर्गत शामिल हुए हैं। यह दिखाता है कि ईएसआईसी समाज के सभी वर्गों को लाभ प्रदान करने के प्रति समर्पित है।
जुलाई में EPFO से जुड़े रिकॉर्ड 21.04 लाख सदस्य
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO)-ईपीएफओ पेरोल डेटा से जुड़ने वाले नए सदस्यों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है। ईपीएफओ की ओर से जारी पेरोल डेटा के अनुसार ईपीएफओ ने जुलाई 2025 में 21.04 लाख सदस्य अपने साथ जोड़े हैं। यह सालाना आधार पर 5.55 प्रतिशत अधिक है।
ईपीएफओ की ओर से जारी डेटा के अनुसार जुलाई में जुड़े 21.04 लाख सदस्यों में से 9.79 लाख नए सदस्य हैं। इसमें 18 से 25 वर्ष के आयु वर्ग के 5.98 लाख नए सदस्य जुड़े हैं, जो लगभग 61.06 प्रतिशत है। यह दिखाता है कि संगठित क्षेत्र के कार्यबल में रोजगार के इच्छुक बहुत से लोग पहली बार बड़ी संख्या में शामिल हो रहे हैं। जुलाई के दौरान जोड़े गए कुल 9.79 लाख नए सदस्यों में से 2.80 लाख नई महिला सदस्य हैं, जो पहली बार ईपीएफओ में शामिल हुई हैं। इसके अलावा जुलाई के दौरान महिला सदस्यों की कुल संख्या लगभग 4.42 लाख दर्ज की गई।
पेरोल के आंकड़ों की राज्य-वार डेटा में महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात,हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना में सबसे ज्यादा सदस्य जोड़े गए हैं। उद्योग-वार डेटा की महीने-दर-महीने तुलना से पता चलता है कि लौह अयस्क खनन, विश्वविद्यालय, बीड़ी निर्माण, वस्त्र निर्माण, अस्पताल, वाणिज्यिक व्यापार और ट्रैवल एजेंसियों में काम करने वाले सदस्यों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
ईपीएफओ डेटा के अनुसार पिछले वित्त वर्ष के दौरान उसके सदस्यों की कुल संख्या में 1.39 करोड़ की वृद्धि हुई यानी वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान ईपीएफओ के साथ 1.39 करोड़ नए सब्सक्राइबर जुड़े। यह संख्या पिछले साल की तुलना में 13.22 प्रतिशत ज्यादा है। वित्त वर्ष 2021-22 में ईपीएफओ के सब्सक्राइबर्स की कुल संख्या में 1.22 करोड़ की वृद्धि हुई थी।