18वीं लोकसभा के पहले सत्र में लगातार चौथे दिन विपक्ष का हंगामा जारी रहा। बिना किसी बात के लोकसभा की कार्यवाही को बाधित करने का मन बना चुके इंडी अलायंस के दलों ने बेवजह विवाद पैदा करने की कोशिश की। 18वीं लोकसभा के विशेष सत्र के चौथे दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। इस दौरान आम आदमी पार्टी के सांसदों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार किया। आम आदमी पार्टी के नेताओं ने एक भ्रष्ट नेता को बचाने के लिए हाथों में तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया। इसके बाद सदन के भीतर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के दौरान जब नई शिक्षा नीति एवं पेपर लीक, संविधान, इमरजेंसी और नार्थ ईस्ट का जिक्र आया तो विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। राष्ट्रपति के अभिभाषण के समय विपक्षी सांसदों ने ‘नीट-नीट’ के नारे लगाए। इस दौरान राष्ट्रपति को विपक्षी सांसदों को सुनिए-सुनिए तक कहना पड़ा।
आइए देखते हैं कब-कब विपक्षी दलों ने 18वीं लोकसभा में विवाद पैदा किया और हंगामा करके सदन की कार्यवाही को बाधित किया-
विवाद नंबर-5
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हंगामा
27/06/2024
18वीं लोकसभा के पहले सत्र में लगातार चौथे दिन विपक्ष का हंगामा जारी रहा। चौथे दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के दौरान जब नई शिक्षा नीति एवं पेपर लीक, संविधान, इमरजेंसी और नार्थ ईस्ट का जिक्र आया तो विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। राष्ट्रपति के अभिभाषण के समय विपक्षी सांसदों ने ‘नीट-नीट’ के नारे लगाए। इस दौरान राष्ट्रपति को विपक्षी सांसदों को सुनिए-सुनिए तक कहना पड़ा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया पेपरलीक का जिक्र, कहा- परीक्षाओं में पारदर्शिता और निष्पक्षता जरूरी#ParliamentSession #DroupadiMurmu | @rashtrapatibhvn pic.twitter.com/6gNRDJa2Ca
— TV9 Bharatvarsh (@TV9Bharatvarsh) June 27, 2024
विवाद नंबर-4
राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार
27/06/2024
18वीं लोकसभा के विशेष सत्र के चौथे दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दोनों सदनों संयुक्त सत्र को संबोधित किया। इस दौरान आम आदमी पार्टी के सांसदों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार किया। राष्ट्रपति का अभिभाषण सुनने के बजाय सदन के बाहर आम आदमी पार्टी के सांसदों ने विरोध-प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की। आम आदमी पार्टी ने एक भ्रष्ट नेता को बचाने के लिए हाथों में तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की। उन्होंने अरविंद केजरीवाल को रिहा करो जैसे नारे लगाए।
महामहिम राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार और उसी समय एक भ्रष्ट को बचाने के लिए हंगामा, @AamAadmiParty ने देश का अपमान किया है और दिल्ली का नाम खराब किया है। pic.twitter.com/R1moGX5PAI
— Preety Agarwal (@PreetyAgarwaal) June 27, 2024
विवाद नंबर-3
आपातकाल की निंदा पर हंगामा
26/06/2024
18वीं लोकसभा के पहले सत्र के तीसरे दिन (26 जून 2024) लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कुर्सी संभालते ही प्रधानमंत्री मोदी और सदन के सभी सदस्यों का धन्यवाद किया। साथ ही आपातकाल की निंदा की। इस दौरान विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 1975 के आपातकाल पर एक बयान पढ़ा और इसे भारत के इतिहास का एक काला अध्याय बताया। ओम बिरला ने कहा, ‘ये सदन 1975 में देश में आपातकाल (इमरजेंसी) लगाने के निर्णय की कड़े शब्दों में निंदा करता है। इसके साथ ही हम, उन सभी लोगों की संकल्पशक्ति की सराहना करते हैं, जिन्होंने आपातकाल का पुरजोर विरोध किया, अभूतपूर्व संघर्ष किया और भारत के लोकतंत्र की रक्षा का दायित्व निभाया।’ इस पर विपक्ष की आपत्ति जताते हुए सदन में हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद सदन की कार्यवाही गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।
एमरजेंसी याद दिलाई, विपक्ष का पारा हाई!
संसद में आपातकाल पर 1 मिनट का मौन
एमरजेंसी की निंदा पर विपक्ष का हंगामा#18thLokSabha #LoksabhaSpeaker #NDA #PMModi #OmBirla #PMModi #BJP #Congress @_poojaLive pic.twitter.com/Qjmmgwd1PM— News18 India (@News18India) June 26, 2024
विवाद नंबर-2
स्पीकर पद पर तकरार
25/06/2024
आमतौर पर लोकसभा अध्यक्ष सर्वसम्मति से चुने जाने की परंपरा रही है। लेकिन विवाद के लिए विवाद पैदा करने की मंशा लेकर चल रहे इंडी अलायंस ने इस पर सहमति नहीं जताई। ऐसे में 1952 के बाद ऐसा पहली बार हुआ कि जब स्पीकर पद के लिए चुनाव हुआ। ऐसा इसलिए क्योंकि इंडी गठबंधन की ओर से भी लोकसभा अध्यक्ष पद को लेकर उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया गया। बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए की ओर से ओम बिरला का नाम फाइनल हुआ। उधर इंडी अलायंस की ओर से के. सुरेश का नाम सामने आया। के. सुरेश ने स्पीकर पोस्ट के लिए विपक्ष की ओर से नामांकन कर दिया। इसके बाद बुधवार 26 जून 2024 को ओम बिरला को ध्वनिमत से लोकसभा अध्यक्ष चुन लिया गया।
स्पीकर पद पर तकरार, बीजेपी – कांग्रेस में वॉर
कांग्रेस को उम्मीद NDA के खेमे से भी मिलेगा सपोर्ट
बीजेपी लगा रही है विपक्ष पर विरोध के लिए विरोध करने का आरोप @BJP4Rajasthan @BJP4India @INCIndia @INCRajasthan #RajasthanWithNews18 pic.twitter.com/XODwcOhbR7— News18 Rajasthan (@News18Rajasthan) June 25, 2024
विवाद नंबर-1
प्रोटेम स्पीकर पर विवाद
24/06/2024
18वीं लोकसभा का पहला सत्र सोमवार (24 जून) को शुरू हुआ। सत्र की शुरुआत से पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार सुबह भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर पद की शपथ दिलाई। कांग्रेस समेत दूसरे विपक्षी दलों ने प्रोटेम स्पीकर पद के लिए महताब का नाम आने पर आपत्ति जताई और हंगामा किया। प्रोटेम स्पीकर पर विवाद के बीच विपक्ष ने असहयोग करने की रणनीति बनाई। विपक्षी दलों ने सांसदों की शपथ के दौरान प्रोटेम स्पीकर के सहयोग के लिए स्पीकर की कुर्सी पर नहीं बैठने का फैसला किया। विपक्षी गठबंधन ने पीठासीन अधिकारियों के पैनल से अपने सदस्यों को हटाने का फैसला किया। इन सदस्यों को 26 जून को अध्यक्ष (स्पीकर) के चुनाव तक लोकसभा की कार्यवाही के संचालन में महताब की सहायता करने के लिए नियुक्त किया गया था। इससे पहले राष्ट्रपति ने लोकसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाने में महताब की सहायता के लिए कोडिकुन्निल सुरेश (कांग्रेस), टी आर बालू (द्रमुक), राधा मोहन सिंह और फग्गन सिंह कुलस्ते (दोनों भाजपा) तथा सुदीप बंदोपाध्याय (तृणमूल कांग्रेस) को नियुक्त किया था।
प्रोटेम स्पीकर के विवाद पर TMC के सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा है कि विपक्ष का गठबंधन इंडिया प्रोटेम स्पीकर के पैनल से दूर रहेगा #18thLokSabhaSession #ParliamentSession2024 #ProTemSpeaker @theanupamajha @nirajjournalist pic.twitter.com/lOKJa2dYC3
— News18 India (@News18India) June 24, 2024