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प्रधानमंत्री मोदी ने की चिली के राष्ट्रपति से मुलाकात: संबंधों में और मजबूती लाने पर हुई चर्चा

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज 01 अप्रैल को नई दिल्ली के हैदराबाद हाउस में चिली के राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक फॉन्ट के साथ एक बैठक की। दोनों नेताओं के बीच भारत-चिली संबंधों को लेकर सभी पहलुओं पर व्यापक चर्चा हुई। हैदराबाद हाउस में चर्चा कक्ष में जाते समय चिली के राष्ट्रपति भारतीय ध्वज में अशोक चक्र के बारे में जानने के लिए रुक गए। जिसके बाद प्रधानमंत्री मोदी उन्हें अशोक चक्र का मतलब समझाते हुए नजर आए।

राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक फॉन्ट के साथ मुलाकात के बाद एक ज्वाइंट प्रेस मीट में प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘भारत के लिए चिली लैटिन अमेरिका में एक महत्वपूर्ण मित्र और पार्टनर देश है। आज की चर्चाओं में हमने आने वाले दशक में सहयोग बढ़ाने के लिए कई नई पहलों की पहचान की।’

उन्होंने कहा कि ‘आपसी व्यापार और निवेश में वृद्धि का हम स्वागत करते हैं। आज हमने एक पारस्परिक लाभकारी व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते पर चर्चा शुरू करने के लिए अपनी टीमों को निर्देश दिए हैं। अहम खनिजों के क्षेत्र में साझेदारी को बल दिया जाएगा। कृषि के क्षेत्र में, एक दूसरे की क्षमताओं को जोड़ कर, खाद्य खुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सहयोग किया जाएगा।’

प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर, नवीकरणीय ऊर्जा, रेलवे, अंतरिक्ष और अन्य क्षेत्रों में भारत अपना सकारात्मक अनुभव चिली के साथ साझा करने के लिए तैयार है। हम चीले को अंटार्कटिका के गेटवे के रूप में देखते हैं। इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए आज दोनों पक्षों के बीच बनी सहमति का हम स्वागत करते हैं।’

प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि ‘रक्षा के क्षेत्र में बढ़ता सहयोग हमारे गहरे आपसी विश्वास का प्रतीक है। हम इस क्षेत्र में, एक दूसरे की जरूरतों के अनुसार डिफेंस इंडस्ट्रियल मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई चेन तैयार करने के लिए आगे बढ़ेंगे। संगठित अपराध, मादक पदार्थों की तस्करी, आतंकवाद जैसी साझा चुनौतियों का सामना करने के लिए हम दोनों देशों की एजेंसियों के बीच सहयोग बढ़ाएंगे।’

उन्होंने कहा कि ‘वैश्विक स्तर पर भारत और चिली सहमत हैं, कि सभी तनावों और विवादों का समाधान बातचीत के माध्यम से किया जाना चाहिए। हम एकमत हैं, कि वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद तथा अन्य संस्थानों में सुधार आवश्यक है। हम मिलकर वैश्विक शांति और स्थिरता में योगदान देते रहेंगे।’

भारत की पांच दिवसीय यात्रा पर आए चिली के राष्ट्रपति के साथ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया है। इस प्रतिनिधिमंडल में मंत्री, सांसद, व्यापार संघ और भारत-चिली सांस्कृतिक संबंध से जुड़े प्रमुख चिली नागरिक भी शामिल हैं। राष्ट्रपति के रूप में यह गेब्रियल बोरिक फॉन्ट की पहली भारत यात्रा है। इस यात्रा दौरान दौरान राष्ट्रपति बोरिक आगरा, मुंबई और बेंगलुरु भी जाएंगे। मुंबई और बेंगलुरु में वे व्यापार और उद्योग जगत के प्रतिनिधियों, स्टार्टअप, इनोवेटर्स और तकनीकी दिग्गजों से भी मिलेंगे।

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