प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कुल्लू-मनाली में एक रैली को संबोधित करते हुए जब भीड़ में शामिल रोशन ठाकुर का नाम लिया तब उसकी खुशी का ठिकाना ना रहा। रोशन ने कभी सोचा भी नहीं था कि प्रधानमंत्री जनता के सामने भीड़ में इस तरह से अभिनंदन करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने रैली में अपने पैराग्लाइडिंग के अनुभवों को साझा किया। उन्होंने बताया कि वह पहले पैराग्लाइडिंग सीखने सोलांग घाटी आते थे। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में पैराग्लाइडिंग सीखाने वाले वाले रोशन ठाकुर का भी नाम लिया। संयोग से रोशन ठाकुर उस समय रैली में आए हुए थे। प्रधानमंत्री के संबोधन में अपना नाम सुनकर रोशन काफी भावुक हो गए। उन्होंने कहा है कि यह उनके लिए गर्व की बात है कि प्रधानमंत्री को उनका नाम याद है। रोशन ने कहा कि वह प्रधानमंत्री को देखकर हाथ हिलाना चाहते थे लेकिन वह मंच से काफी दूर थे।
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार हिमाचल प्रदेश में मनाली के बरुआ गांव के रहने वाले रोशन के पास कमर्शियल पैराग्लाइडिंग लाइसेंस है। वह पैराग्लाइडिंग स्कूल भी चलाते हैं। रोशन ठाकुर का कहना है कि श्री मोदी ने सबसे पहले 1997 में उनके साथ पैराग्लाइडिंग की थी। रोशन ने कहा कि ‘वह 2000 में भी मेरे पास आए थे और उसके बाद 2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री बनने तक वह तीन बार सोलंग आए।’
प्रधानमंत्री मोदी ने रैली में कहा कि हिमाचल के लोग अपने राज्य को एडवेंचर स्पोर्ट्स का हब बना सकते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने रोशन को गुजरात भी बुलाया, ताकि वहां पैराग्लाइडिंग की संभावनाओं को तलाशा जा सके और रोशन का पैराग्लाइडिंग के प्रति प्यार का ही नतीजा रहा कि गुजरात के सापुतारा में साल 2012 में पैराग्लाइडिंग का परीक्षण किया गया जो की काफी सफल भी रहा। तब से हर साल पैराग्लाइडिंग फेस्टिवल के दौरान हिमाचल के पैराग्लाइडर्स सापुतारा में उड़ते हैं।