प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि विकसित जापान प्लस प्रणाली भारत में जापानी निवेश को सुगम और तेज करेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने 27 मार्च को नई दिल्ली में अपने सरकारी निवास 7 पर जापान के एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल से भेंट की। प्रतिनिधियों के साथ बाचतीच में उन्होंने उम्मीद जताई कि विकसित जापान प्लस प्रणाली भारत में जापानी निवेश को सुगम और तेज करेगी।
जापान कॉर्पोरेट कार्यकारी संघ (केइज़ाई दोयुकाई) के अध्यक्ष ताकेशी निनामी के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल और 20 अन्य व्यापारिक प्रतिनिधि भारत आए हुए हैं। भारत और जापान के बीच आर्थिक सहयोग को और मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल से विचार और सुझाव लिए। बैठक में प्रधानमंत्री ने भारत-जापान विशेष रणनीतिक व वैश्विक साझेदारी के साथ व्यापार के अनुकूल माहौल प्रदान करने के भारत की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में जापानी निवेश को सुविधाजनक बनाने और तेजी लाने के लिए भारत में विकसित जापान प्लस प्रणाली पर जोर दिया। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि निवेशकों को कोई संदेह या हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिए। भारत का शासन नीति-संचालित है और सरकार पारदर्शी वातावरण सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
बैठक के दौरान द्विपक्षीय व्यापार संबंध मजबूत करने, निवेश के अवसरों को बढ़ाने, कृषि, समुद्री उत्पाद, अंतरिक्ष, रक्षा, बीमा, प्रौद्योगिकी, बुनियादी ढांचे, नागरिक उड्डयन, स्वच्छ और परमाणु ऊर्जा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने पर चर्चा हुई।
प्रधानमंत्री ने देश में विमानन क्षेत्र के विकास के विशाल पैमाने के बारे में भी बात की। उन्होंने यह भी कहा कि भारत नए हवाई अड्डों के निर्माण और लॉजिस्टिक्स क्षमताओं के विस्तार सहित महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण की दिशा में भी काम कर रहा है।
उन्होंने कहा कि अपनी व्यापक विविधता के कारण भारत एआई के क्षेत्र में प्रमुख भूमिका निभाएगा। उन्होंने एआई में शामिल लोगों के साथ सहयोग के महत्व पर जोर दिया और उन्हें भारत के साथ साझेदारी करने के लिए प्रोत्साहित किया।
प्रधानमंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत हरित ऊर्जा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति कर रहा है। देश में जैव ईंधन पर केंद्रित एक मिशन शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से कृषि क्षेत्र को जैव ईंधन से काफी लाभ होगा। प्रधानमंत्री ने बीमा क्षेत्र को खोलने, अंतरिक्ष और परमाणु ऊर्जा से जुड़े अत्याधुनिक क्षेत्रों में लगातार बढ़ते अवसरों के बारे में बात की।
केइज़ाई दोयुकाई प्रतिनिधिमंडल ने भारत के प्रति अपनी योजनाओं को साझा किया। उन्होंने मानव संसाधन और कौशल विकास में भारत और जापान के बीच सहयोग पर जोर दिया। प्रतिनिधिमंडल ने उम्मीद जताई कि आने वाले वर्षों में व्यापार और निवेश संबंध और घनिष्ठ होंगे।
सनटोरी होल्डिंग्स लिमिटेड के प्रतिनिधि निदेशक, अध्यक्ष और सीईओ निनामी ताकेशी ने पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत और जापान के बीच निरंतर प्रगाढ़ होते संबंधों की सराहना की। उन्होंने कहा कि उन्हें जापान के संदर्भ में भारत में निवेश करने से जुड़ा बहुत बड़ा अवसर दिखाई देता है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड के विजन की सराहना की।
एनईसी कॉर्पोरेशन के कॉर्पोरेट वरिष्ठ कार्यकारी उपाध्यक्ष और मुख्य सरकारी कार्य अधिकारी तनाका शिगेहिरो ने कहा कि पीएम मोदी ने जापानी उद्योग के लिए भारत में निवेश करने के अपने विजन और अपेक्षाओं को बेहतर तरीके से समझाया है।