इंटरनेट के जमाने में सोशल मीडिया ने आम लोगों को बहुत बड़ी ताकत दी है। वो अपनी बातों को बहुत ही आसानी से पूरे विश्व में पहुंचा सकते हैं। लेकिन अच्छी चीज का भी अगर बुरा इस्तेमाल किया जाय, तो उतना ही घातक भी साबित हो सकता है। वैसे आम जनता की गलतियों को तो कुछ हद तक नजरअंदाज भी किया जा सकता है। लेकिन अगर उसी तरह की हरकत मेनस्ट्रीम मीडिया करे तो उसे सिर्फ गलती नहीं कही जा सकती। खासकर तब जब ऐसा करने के पीछे एक एजेंडा छिपा हो। किसी की छवि बिगाड़ने का एजेंडा, दुष्प्रचार का एजेंडा। क्योंकि अगर आपसे गलती हो जाती है, तो तुरंत उसे मान लेने की जिम्मेदारी भी बनती है। लेकिन जब आपके मकसद में ही खोट हो तो ऐसी बातों की उम्मीद ही बेमानी है।
इस एजेंडे का खुलासा करें उससे पहले आप जरा इस तस्वीर को ध्यान से देखिये-

ये तस्वीर चेन्नई एयरपोर्ट की है। 2015 में चेन्नई समेत पूरे तमिलनाडु में जबर्दस्त बारिश हुई थी। कई दिनों तक चेन्नई का हवाई संपर्क पूरे देश से टूट गया था।
PHOTO Flights to & from Chennai remain suspended as flash flooding floods Chennai Airport. #AirLiveNet pic.twitter.com/AbfrtERh16
— Brendan Grainger (@S118869) December 2, 2015
वामपंथी मीडिया की चाल
दरअसल पिछले कई दिनों से अहमदाबाद समेत पूरे गुजरात में भारी बारिश हो रही है। संयोग से दो दिन पहले अहमदाबाद में एक ही रात में 7 इंच तक बारिश रिकॉर्ड की गई थी। फिर क्या देश की वामपंथी मीडिया एकबार फिर से जानबूझकर गुजरात और उसी बहाने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि धूमिल करने के खेलने में जुट गई। सबसे पहले Journalism of Courage की बात करने वाले इंडियन एक्सप्रेस की हरकत देखिये। इसने अपने पहले पेज पर ही चेन्नई एयरपोर्ट का दो साल पुराना फोटो अहमदाबाद एयरपोर्ट की तस्वीर बता कर छाप दी।
Express caught spreading #FakeNews. Tries to pass of a dated photograph of flooded Chennai airport as Ahmedabad! Gujarat election is here..! pic.twitter.com/IA9X4jkjFM
— Amit Malviya (@malviyamit) July 28, 2017
झूठी पत्रकारिता के खेल में कई दूसरी मीडिया भी शामिल
इंडियन एक्सप्रेस ने ये फोटो पीटीआई के फाइल से उठाई। इसीलिए आशंका है कि कहीं ये सबकुछ उसी दुष्प्रचार के एजेंडे का परिणाम तो नहीं है जो कई मौकों पर देखने को मिला है। दूसरे मीडिया हाउस ने भी बिना पड़ताल के इन्हीं पुरानी तस्वीरों का इस्तेमाल अहमदाबाद के सरदार पटेल एयरपोर्ट बताकर के रूप में किया।
फर्जी तस्वीरों के सहारे AAP ने फिर दिखा दी औकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि से गुजरात को जोड़कर इस तरह से नकारात्मकता फैलाने का खेल कोई नया नहीं है। इसका अंदाजा इसी से मिलता है कि विपक्ष ने इन फर्जी रिपोर्ट्स के आधार पर राजनीति शुरू करने में तनिक भी देरी नहीं की। आम आदमी पार्टी के आईटी इंचार्ज ने ऐसे ही फर्जी फोटो के आधार पर तपाक से ट्वीट करके गुजरात की बदहाली दिखाने की चाल चल दी।
गलती करने वाले जवाबदेही भी लेते हैं
पीटीआई ने जिस गलत तस्वीर का इस्तेमाल किया था उसके झांसे में अहमदाबाद ऑल इंडिया रेडियो में आया था। लेकिन केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री ने फौरन सतर्कता दिखाते हुए लापरवाही करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दे दिये।
Attention: photographs of Chennai floods have been used and passed off as Ahmedabad @PTI_News Kindly alert all news establishments.
— Smriti Z Irani (@smritiirani) July 28, 2017
It would be prudent @PTI_News to get an explanation as to how this happened.
— Smriti Z Irani (@smritiirani) July 28, 2017
We regret that @airnewsalerts Ahmedabad picked up this photo based on erroneous reporting. We will take action. https://t.co/T5AuRpBYi5
— Shashi Shekhar (@shashidigital) July 28, 2017
सवाल उठता है कि अहमदाबाद की झूठी तस्वीर दिखाने वाली मेनस्ट्रीम मीडिया की जवाबदेही नहीं बनती कि वो भी अपनी जिम्मेदारी स्वीकार करें और आगे से बिना तथ्यों की पड़ताल किये सोशल मीडिया पर चलने वाली बेवकूफियों को दुष्प्रचार की हथकंडा न बनायें ? वैसे लोग तो ये भी कहते हैं कि जैसे-जैसे गुजरात विधानसभा चुनाव के दिन और करीब आएंगे। वामपंथी पत्रकारिता इस तरह से अपने कई रंग दिखायेगी। सोशल मीडिया पर सक्रिय आम जनता के लिये भी ये एक सीख है। बेवकूफ मत बनिये। निहित स्वार्थी तत्वों को पहचानिये उनकी साजिशों का शिकार मत बनिये और अपने विवेक से फैसला कीजिए।