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योग दिवस विशेष: जब योग को लेकर अपने सवाल पर पुतिन को खुद-ब-खुद जवाब मिल गया था!

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ऐतिहासिक प्रयास से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को संयुक्त राष्ट्र से मान्यता मिलने के बाद सबसे बड़ी चुनौती थी पहले आयोजन को सफल बनाना। यूएन में प्रधानमंत्री के प्रस्ताव रखने के साथ ही भारत योग दिवस के लिए जरूरी कदम उठाने में जुट चुका था। योग को अधिक से अधिक प्रोत्साहन मिले, इसके लिए अलग से एक आयुष मंत्रालय भी बनाया गया।

पहले योग दिवस से पहले क्या कह गए थे पुतिन
चूंकि योग दिवस पर भारत की पहल से मुहर लगी इसलिए पहले आयोजन में भारत की जिम्मेदारी भी कहीं ज्यादा थी। तैयारियां तेज थीं और दुनिया भर में उत्साह का एक माहौल तैयार बनाया जा रहा था। इन्हीं तैयारियां के बीच एक पत्रकार ने रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन से एक सवाल किया कि योग को बढ़ावा देने के भारतीय प्रधानमंत्री के प्रयासों को लेकर आप क्या कहेंगे जिन्होंने इसके लिए अलग से एक आयुष मंत्रालय भी बनाया है? तब पुतिन ने छूटते ही उल्टा यह सवाल किया था कि ‘क्या मोदी खुद योग करते हैं’?

प्रत्यक्ष को प्रमाण क्या
पुतिन को उनके सवाल का जवाब जल्दी ही और खुद-ब-खुद तब मिल गया जब पहले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर पूरी दुनिया ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दिल्ली के राजपथ पर योग करते देखा। यहां पूरे समारोह की अगुवाई खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कर रहे थे। राजपथ पर हुए आयोजन ने 84 देशों के प्रतिनिधियों और 35,985 लोगों की भागीदीरी के साथ गिनीज बुक में दो रिकॉर्ड भी दर्ज कराए। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कहा था:

”कभी किसी ने सोचा भी होगा कि ये राजपथ भी योगपथ बन सकता है? यूएन के द्वारा आज अंतरराष्ट्रीय दिवस का आरंभ हो रहा है, लेकिन मैं मानता हूं कि आज 21 जून से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से न सिर्फ एक दिवस मनाने का प्रारंभ हो रहा है, बल्कि शांति-सद्भावना इन ऊंचाइयों को प्राप्त करने के लिए मानव मन को ट्रेनिंग करने के लिए एक नए युग का आरंभ हो रहा है।”

बयान नहीं, लक्ष्य पर केंद्रित होते हैं प्रधानमंत्री
किसी भी मुद्दे पर देश-दुनिया में किस तरह की बयानबाजी होती है उसकी जगह प्रधानमंत्री का ध्यान इस पर रहता है कि लक्ष्य की दिशा में हम कैसे बढ़ रहे हैं। विश्व के अनेक देशों से योग की जो तस्वीरें आईं वो अपने-आपमें जोश भरने वाली थीं। मास्को सहित रूस के भी कई शहरों से लोगों के योग करने की तस्वीरें भारत की पहल की सफलता की कहानी कह रही थीं। पहले योग दिवस के कुछ ही दिन बाद जब उफा में ब्रिक्स देशों के शिखर सम्मेलन से पहले पुतिन से प्रधानमंत्री मोदी की मुलाकात हुई तो प्रधानमंत्री ने उन्हें रूस में हुए योग के आयोजनों के लिए धन्यवाद दिया। इस दौरान पुतिन ने योग को बहुत आकर्षक अभ्यास बताया।

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