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2017 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की 13 विदेश यात्राएं, अंतर्राष्ट्रीय संबंध हुए और मजबूत

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बतौर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जितनी लोकप्रियता देश और विदेश दोनों ही जगह अर्जित की है, शायद ही कोई पूर्व प्रधानमंत्री उसके समतुल्य हो। ‘मन की बात’ के द्वारा जहां एक ओर उन्होंने देश के भीतर जन-जन तक अपनी बातें साझा कीं, वहीं विदेश यात्राओं द्वारा उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश के हितों को एक सशक्त स्वर दिया। इनमें से कई स्थान तो ऐसे रहे, जहां पहुंचने वाले वे पहले भारतीय प्रधानमंत्री थे। साथ ही कई स्थान ऐसे भी रहे, जहां रिश्तों पर लंबे समय से बर्फ जमी होने से संवादहीनता की स्थिति बनी हुई था, जिसे पिघलाने का काम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया। आइए, एक नजर डालते हैं, प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा वर्ष 2017 में की गई 13 विदेश यात्राओं पर।

श्रीलंका- मई 2017

भारत और श्रीलंका के बीच हमेशा से परस्पर मधुर मैत्री संबंध रहे हैं, जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की यात्रा ने और प्रगाढ़ता प्रदान की। यू एन वेसक डे के शुभ अवसर पर हुई इस यात्रा का विशेष महत्त्व है, क्योंकि यह दिवस दुनिया-भर के बौद्ध संप्रदाय के बीच अत्यंत श्रद्धा का प्रतीक है।

जर्मनी- मई 2017

प्रधानमंत्री मोदी की जर्मनी यात्रा से दोनों देशों के परस्पर संबंध और मजबूत हुए। मोदी जी ने जर्मनी चांसलर एंजेला मार्केल के साथ भेंट की। साथ ही दोनों देशों के इन प्रतिनिधियों ने आतंकवाद के विरोध में एक स्वर में कड़ी प्रतिबद्धता जताई। ऐसे देश जो आतंकवाद का समर्थन, पोषण करते हैं या उनकी शरण-स्थली बने हुए हैं, उन्हें ऐसा न करने की चेतावनी भी दी।

स्पेन- मई 2017

नरेन्द्र मोदी बतौर भारतीय प्रधानमंत्री स्पेन की आधिकारिक यात्रा पर जाने वाले पिछले तीन दशकों में पहले प्रधानमंत्री थे। इस यात्रा ने स्पेन के साथ भारत के सौहार्दपूर्ण संबंधों का एक नया अध्याय लिखा। इस यात्रा में मोदी जी ने स्पेन के राष्ट्रपति मरीनो राजॉय के साथ मिलकर व्यापारिक संबंधों को अधिक से अधिक प्रोत्साहन देने पर सहमति जताई।

रूस- जून 2017

18वें इंडिया-रशिया एन्यूव समिट में शामिल हुए प्रधानमंत्री मोदी की यह तीसरी रूस यात्रा थी। दोनों देशों के प्रधानमंत्री- नरेन्द्र मोदी जी और व्लादिमीर पुतिन ने साथ मिलकर दोनों देशों के हितों को और विस्तार देने पर अपनी प्रतिबद्धता जताई।

फ्रांस- जून 2017

फ्रांस के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति इमैन्युएल कैकरॉन से हुई इस भेंट में प्रधानमंत्री ने इस बात पर विशेष जोर दिया कि ये दोनों ही देश उन देशों में से एक हैं, जो वर्तमान में आतंकवाद और चरमपंथियों द्वारा उत्पन्न की जा रही बड़ी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। इसका प्रभावी समाधान भी संयुक्त प्रतिबद्धता से ही निकल सकेगा। साथ ही यहां पैरिस समझौते के विमर्श को भी दोहराया गया।

कजाकिस्तान- जून 2017

कजाकिस्तान की इस यात्रा में प्रधानमंत्री श्री मोदी का पड़ाव रही इस देश की राजधानी एस्टाना। यहां उन्होंने शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन सम्मेलन में भाग लिया था। दोनों ही देशों के लिए यह यात्रा कई अर्थों में महत्वपूर्ण सिद्ध हुई।

पुर्तगाल- जून 2017

अपनी पुर्तगाल यात्रा में वहां के प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा से हुई भेंट के दौरान नरेन्द्र मोदी जी ने इस बात पर बल दिया कि इन दोनों देशों के बीच पारस्परिक हितों के मद्देनजर अनेक ऐसे क्षेत्र हैं, जहां संयुक्त प्रयासों द्वारा अनेक विकास संभव हैं। इस पहल का स्वागत करते हुए पुर्तगाली प्रधानमंत्री ने भी भरपूर समर्थन देने का विश्वास जताया।

अमेरिका- जून 2017

प्रधानमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी ने भारत-अमेरिकी संबंधों को एक नई ऊष्मा प्रदान की है, जिसका प्रमाण दोनों देशों के बीच संबंधों की प्रगाढ़ता से लगाया जा सकता है। इस यात्रा में भारतीय प्रधानमंत्री ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भेंट के अतिरिक्त विश्व की दिग्गज कंपनियों के सीईओ से भी मुलाकात की। इनमें एप्पल, माइक्रोसॉफ्ट और गूगल शामिल हैं।

नीदरलैंड- जून 2017

नीदरलैंड में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जिस आत्मीयता से स्वागत हुआ, वह अपने-आप में अनूठा रहा। इस यात्रा में जहां दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने परस्पर हितों से संबंधित विषयों पर विचार-विमर्श किया, वहीं प्रधानमंत्री मार्क रूट्टे द्वारा मोदी जी को भेंट की गई साइकिल ने इस औपचारिक यात्रा को गहन आत्मीयता में परिवर्तित कर दिया। यह उन मैत्रीपूर्ण प्रयासों का स्नेहिल उत्तर था, जिसकी नरेन्द्र मोदी जी ने सदैव पहल की है।

इजरायल- जुलाई 2017

समय-समय पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभी देशों के साथ अपने देश के संबंधों को सशक्त बनाने की बात कही है। इस बात का बहुत बड़ा प्रमाण उनकी इजरायल यात्रा थी। ऐसा करने वाले वे पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं।

चीन- सितंबर 2017

अपनी इस यात्रा में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने जियायेन को दौरा किया। प्रधानमंत्री शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय वार्ता में भारतीय प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि दोनों देशों को अपने संबंधों को मधुर बनाने की दिशा में सदैव प्रयासरत रहना चाहिए, क्योंकि इनकी संवेदनशीलता बहुत अधिक है।

म्यांमार- सितंबर 2017

रोहिंग्या शरणार्थियों के कारण संवेदनशील परिस्थितियों के चलते प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा का महत्त्व कई दृष्टियों से बहुत अधिक था। इस दौरान वे औंग सान सू क्यी मिले थे।

फिलीपींस- नवंबर 2017

अपनी फिलीपींस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी 12वें इस्ट इंडिया समिट में 17 अन्य देशों के प्रतिनिधियों के साथ सम्मिलित हुए थे। इस यात्रा को देश-हित के दृष्टिकोण से सामरिक हितों की पूर्ति में सहायक माना गया।

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