जीएसटी पर देशभर में फैलाई जा रही अफवाहों को लेकर सरकार हरकत में आ गई है। जीएसटी को लेकर फैलाई जा रही अफवाहों को राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने पूरी तरह से गलत करार दिया है। जीएसटी के बारे में चल रहे सात बड़ी मिथकों को उन्होंने ट्वीट करके समझाया है-
Seven myths of GST and Reality in one picture. pic.twitter.com/7haf5mYq6e
— Dr Hasmukh Adhia (@adhia03) July 2, 2017
1. अफवाह: सभी इनवॉयस या बिल कंप्यूटर/ इंटरनेट से ही निकालने होंगे।
सच्चाई: बिल/इनवायस हाथ से भी लिखकर बनाए जा सकते हैं।
2. अफवाह: जीएसटी के बाद कारोबार करने के लिए हर समय इंटरनेट की जरूरत होगी।
सच्चाई: इंटरनेट की जरूरत महीने में सिर्फ एकबार रिटर्न दाखिल करते वक्त होगी।
3. अफवाह: मेरे पास प्रोविजनल आईडी है, लेकिन कारोबार करने के लिए फाइनल आईडी का इंतजार कर रहा हूं।
सच्चाई: प्रोविजनल आईडी आपका जीएसटीआईएन नंबर होगा। आप कारोबार शुरू कर सकते हैं।
4. अफवाह: मेरे कारोबार को पहले छूट मिली हुई थी, अब कारोबार शुरू करने से पहले तत्काल नया रजिस्ट्रेशन कराना होगा?
सच्चाई: आप कारोबार जारी रख सकते हैं और 30 दिनों के भीतर रजिस्ट्रेशन करा लीजिए।
5. अफवाह: हर महीने तीन रिटर्न दाखिल करने होंगे।
सच्चाई: रिटर्न एक ही है जिसके तीन हिस्से हैं। पहला हिस्सा कारोबारी दाखिल करेंगे। बाकी दो अन्य हिस्से कंप्यूटर द्वारा अपने-आप दाखिल हो जाएंगे।
6. अफवाह: छोटे कारोबारियों को भी रिटर्न में हर बिल की जानकारी देनी होगी।
सच्चाई: खुदरा कारोबारियों (बिजनेस टू कंज्यूमर, बी2सी) को सिर्फ कुल बिक्री का ब्योरा भरने की जरूरत होगी।
7. अफवाह: नई जीएसटी दरें पहले के वैट से ज्यादा है।
सच्चाई: यह उत्पाद शुल्क और अन्य करों के कारण अधिक लगती है, जो पहले नहीं दिखती थी, और अब जीएसटी में मिला दी गई है और इसलिए दिखाई दे रही है।
अधिया ने यह भी कहा कि क्रेडिट कार्ड को लेकर भी अफवाहें फैलाई जा रही है जो गलत है।
1/2 A wrong message is doing rounds on social media that if u make payment of utility bills by credit cards,you will be paying GST twice.
— Dr Hasmukh Adhia (@adhia03) July 2, 2017
अफवाह: क्रेडिट कार्ड से शॉपिंग करने पर दो बार जीएसटी चुकाना होगा
सच्चाई: जीएसटी सिर्फ एकबार लगेगा. आप कार्ड से भुगतान करें या कैश से।
उन्होंने ट्वीटर पर कहा कि कृपया इस तरह के संदेशों को जांच किये बिना फॉरवर्ड नहीं करें।
2/2 This is completely untrue. Please do not recirculate such message without checking it with authority.
— Dr Hasmukh Adhia (@adhia03) July 2, 2017