वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने यूपीए-1, यूपीए-2 और वर्तमान सरकार के चार वर्षों के दौरान जीडीपी रेट के आंकड़े अपने ट्विटर हैंडल पर डाले हैं। कांग्रेस पार्टी ने भी इन्हीं आंकड़ों को अपने ऑफिसियल ट्विटर हैंडल पर जारी किया है। इसमें ये बताने की कोशिश की गई है कि यूपीए सरकार के दौरान अर्थव्यवस्था की हालत वर्तमान सरकार की तुलना में बेहतर थी।
1999 के बाद की 4 सरकारों के समय औसत वृद्धि दर थी :
एनडीए I – 5.68%
यूपीए I – 8.36%
यूपीए II – 7.68%
एनडीए II – 7.35% (4 साल)— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) August 18, 2018
हालांकि कांग्रेस पार्टी अपने ही जारी किए गए आंकड़ों में फंस गई है। सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय की कमिटी की रिपोर्ट के हवाले से जिस ग्रोथ रेट का दावा किया गया है उसके मुताबिक यूपीए-2 के आखिरी चार साल यानि 2010-11 से लेकर 2013-14 के बीच औसत विकास दर 6.985 रही। जबकि वर्तमान मोदी सरकार के चार वर्षों में विकास दर की औसत 7.225 रही।
When numbers speak, words are unnecessary. #DrSinghGDPking pic.twitter.com/0mb4nh3tfc
— Congress (@INCIndia) August 18, 2018
यूपीए-2 के दौरान अर्थव्यवस्था की खस्ताहाली का अंदाजा इस बात से भी लग जाता है कि आखिरी दो सालों में ग्रोथ रेट 5.42 और 6.05 रहा, जिसका औसत 5.735 रहा। विशेष बात यह भी है कि मोदी सरकार के दौरान यह ग्रोथ रेट जीएसटी और नोटबंदी जैसे सुधारवादी कदम उठाने के बावजूद है। स्पष्ट है कि विकास दर के बारे में कांग्रेस के किए गए दावे हकीकत से कोसों दूर है।
आपको बता दें कि यूपीए सरकार के दौरान पटरी से उतर चुकी अर्थव्यवस्था को सही ट्रैक पर लाना ही इस सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। सरकार न सिर्फ देश की इकोनॉमी को ट्रैक पर लाने में सफल हुई है बल्कि उसे एक दिशा के साथ सही रफ्तार भी पकड़ा दी है।
अर्थव्यवस्था का सतत विकास
तेज गति से बढ़ने वाली इकोनॉमी में पहले नंबर पर भारत
2013 की तुलना में 70 प्रतिशत बढ़ा भारत का शेयर बाजार
यूपीए सरकार की तुलना में विदेशी मुद्रा भंडार 25% बढ़ा
विदेशी ऋण के मामले में पहली बार 2.7 प्रतिशत की कमी
‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ में 142वें नंबर से टॉप 100 में भारत
IMF के अनुसार भारत विश्व की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
2025 तक 5,000 अरब डॉलर तक पहुंचेगी इंडियन इकोनॉमी
WELT अनुसार 2032 तक भारत तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी