मोदी सरकार के किसान, ग्रामीण और उद्योग क्षेत्र को बढ़ावा देने वाले आम बजट-2018 हर कोई तारीफ कर रहा है। अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट एजेंसी मूडीज ने मोदी सरकार के बजट की सराहना की है और इसे देश की अर्थव्यवस्था का मजबूत करने की दिशा में सही कदम बताया है।
आपको बता दें कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को पेश किए बजट में आगामी वित्तीय वर्ष 2018-19 में राजस्व घाटा कुल सकल घरेलू आय का 3.3 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है, जो कि पहले के अनुमान 3.2 प्रतिशत से थोड़ा ही ज्यादा है।
Somewhat larger deficit than initially budgeted for fiscal 2017, at 3.5% of GDP, does not alter the longer-term trend towards India’s fiscal consolidation: Moody’s Joy Rankothge on #UnionBudget2018 pic.twitter.com/l9kA3LVLFa
— Moody’s Investors Service (@MoodysInvSvc) 1 February 2018
मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस के उपाध्यक्ष जॉय रानकोथगे ने कहा है कि बजट में ज्यादातर घोषणाएं “प्रोडक्टिव इनवेस्टमेंट्स” जैसी लग रही हैं। उन्होंने कहा, “आपको इसमें मध्यम और लंबे समय की योजना में बाद में फायदा दिखाई देगा, हालांकि यह इस पर निर्भर करता है कि इसे किस तरह से लागू किया जाता है और कितना फंड दिया जाता है।”
अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने 2004 में भारत की रेटिंग सुधारते हुए पिछले साल नवंबर में 14 साल बाद भारत की रेटिंग में सुधार किया था। इसकी वजह पिछले एक वर्ष में मोदी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों को बताया गया है और कहा गया है कि आने वाले दिनों में ये कदम बेहतर साबित होंगे। आपकों बता दें कि मूडीज ने भारत की रेटिंग को BAA 3 से BAA 2 किया था, जिससे भारत की रेटिंग स्टेबल से सकारात्मक हो गई थी।