Home चटपटी राहुल गांधी लापता, ढूंढने वालों के लिये इनाम का ऐलान!

राहुल गांधी लापता, ढूंढने वालों के लिये इनाम का ऐलान!

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राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में उनकी गुमशुदगी के पोस्टर लगा दिये गये हैं। इस घटना ने अमेठी से लेकर 10 जनपथ तक खलबली मचा दी है। कहा जाता है कि गांधी परिवार की ये आदत रही है कि वो अपने क्षेत्र पर तभी ध्यान देते हैं जब चुनाव आने वाला होता है। जीत मिलने के बाद फिर उस क्षेत्र को उतना तवज्जों नहीं देते, जितना की वहां की जनता की अपेक्षा रहती है।

कहां गया उसे ढूंढो !
उत्तर प्रदेश का अमेठी संसदीय क्षेत्र हमेशा से गांधी-नेहरू परिवार का गढ़ माना जाता रहा है। लेकिन लगता है कि अब ये मिथक टूटने लगा है। लोग कहने लगे हैं कि अब वहां की जनता इस परिवार को और झेलने के लिये तैयार नहीं हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष पर आरोप है कि वो पिछले 6 महीने से अमेठी नहीं गये हैं। शायद यही कारण है कि वहां की जनता ने गौरीगंज में उनके लापता होने का ये पोस्टर लगा दिया है। बड़ी बात ये है कि इस पोस्टर में राहुल गांधी के बारे में जानकारी देने वालों को उचित इनाम देने का भी वादा किया गया है। पोस्टर पर स्पष्ट शब्दों में लिखा गया है-

“अमेठी के माननीय सांसद राहुल गांधी अमेठी से लापता हैं। जिसके कारण सांसद द्वारा कराये जाने वाले विकास कार्य इनके कार्यकाल में ठप हैं। इनके व्यवहार से आम जनता ठगा व अपमानित महसूस कर रही है। अमेठी में इनकी जानकारी देने वाले को उचित पुरस्कार दिया जाएगा।” निवेदक- अमेठी की जनता।

पोस्टर पर कांग्रेस में खलबली
खबरों के अनुसार ये पोस्टर रविवार के रात में गौरीगंज के प्रमुख स्थलों पर लगाये गये। सोमवार सुबह से जब से लोगों ने इसे देखा है, सिर्फ इसी विषय पर चर्चा हो रही है। वैसे कांग्रेस के लोगों ने पोस्टर पर लगाये गये आरोपों का तो सीधा जवाब नहीं दिया है, लेकिन इसे विरोधियों की हरकत बताकर मामले से पल्ला झाड़ने की कोशिश करने में लग गये हैं।

अमेठी में टूट रहा है गांधी-नेहरू परिवार का तिलिस्म !
सोनिया-राहुल परिवार के करीबी नेता बड़े दंभ से हमेशा कहते रहे हैं कि गांधी परिवार अमेठी में कभी वोट नहीं मागते, फिर भी जीत जाते हैं। शायद यही वजह है कि अब तक अमेठी संसदीय क्षेत्र की जनता को उनके प्रतिनिधियों के भरोसे ही छोड़ा जाता रहा है। लेकिन पिछले लोकसभा चुनाव में केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने इस परिवार का ये घमंड तोड़ दिया था। वो राहुल से बहुत कम मतों से पीछे रह गई थीं। लेकिन बावजूद इसके उन्होंने अपने वादे के मुताबिक अमेठी की जनता का साथ नहीं छोड़ा। वो हर महीने-दो महीने पर अमेठी जाती रहती हैं और वहां के लोगों का दुख-दर्द बांटती रहती हैं।

अमेठी छोड़कर रायबरेली से चुनाव लड़ सकते हैं राहुल ?
कहा जाता है कि शायद अमेठी में स्मृति ईरानी की बढ़ती लोकप्रियता देखकर राहुल का अपने संसदीय क्षेत्र से मोहभंग होने लगा है। चर्चा तो यहां तक होने लगी है कि घबराये राहुल शायद अब यहां से चुनाव ही न लड़ें। कहा जा रहा है कि वो अपनी मां सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली से भाग्य आजमा सकते हैं। कहा जाता है कि सोनिया बहुत बीमार रहती हैं और इसीलिये वो अपनी सीट बेटे राहुल गांधी को संसद में एडजस्ट करने के लिये छोड़ सकती हैं।

 

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