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रघुराम ने माना- भारतीय अर्थव्यवस्था चीन को छोड़ देगी पीछे

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था लगातार मजबूत हो रही है। अब भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था जल्द ही चीन को पीछे छोड़ देगी। दावोस में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) में दक्षिण एशिया के लिए रणनीतिक परिदृश्य सत्र में राजन ने कहा कि चीन ने दक्षिण एशियाई देशों में बुनियादी ढांचे के सृजन का जो वादा किया है भारत इसका सृजन करने के मामले में उससे बेहतर स्थिति में होगा। उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था लगातार बढ़ रही है, जबकि चीन में वृद्धि दर धीमी पड़ रही है। अंतत: चीन से बड़ा बनेगा भारत क्योंकि चीन की रफ्तार धीमी पड़ेगी और भारत आगे बढ़ता जाएगा। ऐसे में क्षेत्र में बुनियादी ढांचे का सृजन करने के लिए भारत अधिक बेहतर स्थिति में होगा, जिसका वादा चीन आज कर रहा है।

आइए देखते हैं पीएम मोदी के बारे में देश और वैश्विक स्तर की कंपनियों के सीईओ की राय 

आर्थिक सुधार में निरंतरता- मार्टिन वुल्फ
मशहूर अर्थशास्त्री और ब्रिटेन के फाइनेंशियल टाइम्स के चीफ इकॉनमिक कमेंटेटर मार्टिन वुल्फ के मुताबिक अर्थव्यवस्था सुधारने के लिए मोदी सरकार के मौजूदा सुधार तो बस ट्रेलर है, असली फिल्म तो 2019 में दोबारा मोदी सरकार बनने के बाद दिखेगी। नई दिल्ली में सी डी देशमुख स्मृति व्याख्यानमाला में ‘वैश्विक आर्थिक उथल-पुथल के दौर में भारत की चुनौतियां’  विषय पर मुख्य वक्ता के तौर पर उन्होंने कहा कि 2019 में बनने वाली मोदी सरकार 2.0 में आर्थिक मोर्चे पर क्रांतिकारी सुधार होंगे।  

मार्टिन वुल्फ ने क्या कहा ?

    • मोदी सरकार का दूसरा कार्यकाल क्रांतिकारी आर्थिक सुधार वाला होगा।
    • मोदी सरकार के साढ़े 4 साल में आर्थिक सुधार में निरंतरता रही है।
    • मोदी सरकार 2.0 में निजीकरण और व्यापक व्यापार सुधार की उम्मीद।
    • रिजर्व बैंक से ज्यादा रकम मांगने पर मोदी सरकार का पक्ष सही है।
    • श्रम,बुनियादी क्षेत्र में क्रांतिकारी नीतियों से ही चीन से मुकाबला संभव।
    • भारत को महाशक्तियों के बीच द्वंद में किसी का पक्ष नहीं लेना चाहिए।
    • मोदी के नेतृत्व में भारत का रुतबा बढ़ा, दुनिया में उसकी आवाज का महत्व है।
    • वित्तीय क्षेत्र का पूर्ण रूप से री-स्ट्रक्चरिंग और री-केपिटलाइजेशन करना जरूरी।
    • मुक्त बाजार अर्थव्यवस्था भारत के व्यापक हित में बेहद जरूरी है।

अमेरिकी फोरम के अध्यक्ष ने कहा- उनसे सीखें विश्व के नेता
अमेरिका के शीर्ष उद्योगपति और यूएस-इंडिया स्ट्रीटिजिक पार्टनरशिप फोरम के अध्यक्ष जॉन टी चैम्बर्स ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जो भी करते हैं निडरता से करते हैं, इसलिए दुनिया के नेताओं को उनसे सीख लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी दुनिया के शीर्ष नेताओं में इसलिए शुमार हैं क्योंकि वह दूरदर्शी हैं और जोखिम उठाने को तैयार हैं। अन्य नेताओं की अपेक्षा प्रधानमंत्री मोदी समझते हैं कि बदलाव के लिए समग्र नीति जरूरी है। इसलिए उन्होंने स्किल इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया, मेक इन इंडिया और नोटबंदी जैसे कदम उठाए हैं जिससे भारत आने वाले वर्षो में अग्रणी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। चैम्बर्स ने कहा कि भारत पूरी दुनिया के लिए न सिर्फ एक उभरती अर्थव्यवस्था के रूप में उदाहरण होगा बल्कि एक विकसित देश के रूप में सबके सामने होगा। चैम्बर्स ने यह बात एक किताब ‘द पाथ अहेड: ट्रांसफॉर्मेटिव आइडिया फॉर इंडिया’ की प्रस्तावना में कही है।

भारत के लिए नरेन्द्र मोदी का प्रधानमंत्री बने रहना जरूरी
जॉन चैंबर्स ने इसके पहले जुलाई, 2018 में US India Strategic and Partnership Forum (USISPF) के वार्षिक सम्मेलन में कहा था कि ”भारत के विकास को सही दिशा में ले जाने और उन्हें बनाए रखने की काबिलियत सिर्फ पीएम मोदी में ही है। ”वो (पीएम मोदी) बेहद साहसी आदमी हैं। उनकी हर सुबह देश की तरक्की के बारे में सोचते हुए शुरू होती है इसलिए नरेन्द्र मोदी का देश का प्रधानमंत्री बनना देश के हित में है। मोदी सरकार दोबारा नहीं जीती तो भारत का विकास और वृद्धि खतरे में पड़ सकता है।”

अजय बंगा, अध्यक्ष और सीईओ, मास्टर कार्ड 
दुनिया की अग्रणी क्रेडिट कार्ड कंपनी मास्टर कार्ड के अध्यक्ष और सीईओ अजय बंगा ने प्रधानमंत्री मोदी के डिजिटल इंडिया अभियान की तारीफ की है। न्यूयॉर्क में भारतीय वाणिज्य दूतावास में यूएस-इंडिया स्ट्रैटजिक पार्टनरशिप फोरम के सहयोग से आयोजित न्यू इंडिया लेक्चर सीरीज में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा भारत में डिजिटाइजेशन को बढ़ावा देने न सिर्फ नौकरियां पैदा होंगी बल्कि अर्थव्यवस्था में भी तेजी आएगी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार भारत में लोगों के लिए नौकरियां पैदा करने और नागरिकों को अच्छी जिंदगी देने का प्रयास कर रही है, यह बहुत ही अच्छी बात है। अजय बंगा ने नोटबंदी और जीएसटी जैसे साहसिक फैसलों के लिए भी मोदी सरकार की तारीफ की। 

प्रेम वाट्सा, चेयरमैन व सीईओ, फेयरफैक्स फाइनेंसियल होल्डिंग्स (मई, 2018)
कनाडियन बिजनसमैन व फेयरफैक्स फाइनेंसियल होल्डिंग्स के सीईओ व चेयरमैन प्रेम वाट्सा ने कहा कि पीएम मोदी बहुत ही बिजनेस फ्रेंडली हैं। उनका ट्रैक रिकार्ड भी बहुत बढ़िया है। 2014 के चुनाव के बाद से भारतीय राजनीतिक परिदृश्य बदल चुका है।

विजय शर्मा, संस्थापक व सीईओ पेटीएम (जनवरी, 2018)
मोदी के प्रधानमंत्री बनने से ठीक पहले तक देश का आर्थिक वृद्धि दर गिरता जा रहा था और 5 प्रतिशत से नीचे चला गया। पीएम मोदी ने लालफीताशाही को कम किया और प्रो-बिजनस और प्रो-कंज्यूमर नीतियां लेकर आए। आज अगर आप भारत को देख रहे है तो यह एक अवसर के रूप में बदल गया है।

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