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टीचर को भी IIM ग्रैजुएट्स की तरह कैंपस प्लेसमेंट मिले ऐसी व्यवस्था चाहते हैं पीएम मोदी

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को देश के युवा CEO को संबोधित करते हुये कहा कि देश में बदलाव लाने के लिये उनके योगदान की बहुत आवश्यकता है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि अक्सर छोटी-छोटी चीजें हीं बहुत बड़ा परिवर्तन लेकर आती हैं। इसके लिये ये युवा CEO लगातार मंथन करें और उससे जो नई-नई बातें निकल कर आएं उसे सरकार के साथ साझा करें। इस मौके पर पीएम मोदी ने अपने कार्यकाल में किये गए सुधारों की चर्चा करते हुए गुणवत्ता वाली शिक्षा व्यवस्था के महत्त्व पर बहुत जोर दिया।

देश में बेस्ट टीचर्स की मांग सबसे ज्यादा- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा है कि देश में ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं होगा जो अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देना नहीं चाहेगा। युवा CEO के साथ बातचीत में पीएम मोदी ने कहा कि देश में आज सबसे ज्यादा मांग है बेस्ट टीचर्स की है। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था को बदलने में टेक्नोलॉजी बहुत बड़ा रोल निभा सकता है। उन्होंने ने बताया कि सिर्फ शिक्षा के लिये देश के पास 32 ट्रांसपोंडर मौजूद हैं, जिसके माध्यम से बच्चों को एक तरह से फ्री में शिक्षा दी जा सकती है। उन्होंने कहा अगर हम तकनीक का भरपूर उपयोग करें तो टीचर को भी बदलने के लिये मजबूर होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि देश में ऐसी स्थिति बननी चाहिये जिसमें टीचरों को भी IIM ग्रैजुएट की तरह कैंपस प्लेसमेंट मिले और उन्हें भी करोड़ों रुपये बतौर वेतन प्राप्त हो। इस अवसर पर पीएम ने कहा कि उनकी टीम नई चीजों को स्वीकारने के लिये बहुत उत्साहित रहती है।

दलाल ही रोजगार-रोजगार चिल्लाते हैं
पीएम ने CEO’s का आह्वान किया कि वो अपनी-अपनी आइडिया के साथ रोडमैप तैयार करें। उनके अनुसार वो चाहें तो देश के विकास में बहुत बड़ा योगदान कर सकते हैं। वो अपने तरीके से डिजिटल प्लेटफॉर्म तैयार कर सकते हैं। वो लगातार मंथन करें और उनके विचारों से सरकार को कठिनाइयों से निपटने में मदद मिलेगी। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार के दौरान पद्म पुरस्कारों को देने की व्यवस्था में हुए बदलाव का जिक्र किया पीएम ने कहा कि इसके लिये नेताओं की सिफारिश की नहीं ऑनलाइन सिफारिशों की व्यवस्था कर दी गई है। इसी का परिणाम है कि अब पश्चिम बंगाल के आम व्यक्ति को ये पुरस्कार मिल पाया है, जो मरीजों की नि:स्वार्थ सेवा के लिये एंबुलेंस अंकल के रूप में जाना जाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने क्लास तीन-चार के लिये इंटरव्यू समाप्त कर दिया है। ये भ्रष्टाचार का एक बहुत बड़ा कारण रहा है। पीएम ने कहा कि ऐसी नौकरियों के सहारे दलालों की रोजी-रोटी चलती थी। वो गरीबों को झांसा देकर अपना धंधा चलाते थे। लेकिन अब वो बेकार हो गये हैं और रोजगार के नाम पर बहुत चिल्ला रहे हैं। पीएम ने कहा कि देश में 65% नौकरियां इन्हीं श्रेणियों में मिलती हैं।

इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि न्यू इंडिया के सपने को साकार करने के लिये सवा सौ करोड़ देशवासियों को अपना संकल्प लेना ही पड़ेगा। उन्होंने युवा CEO’s से कहा कि आप अपने कर्मचारियों से बात करें। उनके बच्चों का उत्साहवर्धन करें, क्योंकि देश के विकास में हर व्यक्ति का योगदान अहम है।

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