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रक्षाबंधन पर माताओं-बहनों को घर की सौगात देकर भाई के रूप में हुआ संतोष का अनुभव: प्रधानमंत्री मोदी

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रक्षाबंधन का पर्व सामने हो और गुजरात में एक लाख से भी अधिक माताओं और बहनों को उनके नाम से अपना घर मिले, तो मैं समझता हूं कि रक्षाबंधन का इससे बड़ा कोई उपहार नहीं हो सकता है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने ये उद्गार गुजरात के वलसाड की रैली में व्यक्त किए जहां उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को घर के सर्टिफिकेट प्रदान किए। प्रधानमंत्री ने कहा कि माताओं और बहनों से उन्हें रक्षा कवच का आशीर्वाद मिला है और रक्षाबंधन के अवसर पर एक भाई के रूप में अपनी बहनों को घर की सौगात देकर उन्हें काफी प्रसन्नता हुई है।

1.15 लाख से अधिक घरों का सामूहिक ई-गृह प्रवेश
गुजरात के 26 जिलों में प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के अंतर्गत बने 1.15 लाख से अधिक घरों के सामूहिक ई-गृह प्रवेश का कार्यक्रम रखा गया था। रैली में अपने संबोधन से पहले प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों के लाभार्थियों से संवाद भी किया जिसमें श्री मोदी और लाभार्थियों के बीच दिलचस्प सवाल-जवाब का दौर भी चला।

खत्म हो चुका है बेईमानी का धंधा
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि सरकारी योजना के तहत इतने अच्छे मकान इसलिए बन सके हैं क्योंकि बेईमानी का धंधा बंद हो चुका है। उन्होंने कहा कि आज दिल्ली से एक रुपया निकलता है तो गरीब के घर में पूरे सौ पैसे पहुंच जाते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘इस सरकार की हिम्मत है कि किसी मां को पूछ सकता हूं कि आपको किसी को रिश्वत तो नहीं देनी पड़ी, किसी ने दलाली तो नहीं ली है। मुझे प्रसन्नता मिली जब उन्होंने संतोष के साथ कहा कि हमें अपना हक मिला, नीति-नियमों के साथ मिला।’

अब आती हैं गरीबों के घर बनने की खबरें
श्री मोदी ने कहा कि घर हो, घर में शौचालय हो, बिजली हो, पीने का पानी हो, गैस का चूल्हा हो, इन सबके साथ जन सामान्य की जिंदगी में आमूलचूल परिवर्तन का प्रयास चल रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अब तक नेताओं के घर बनने और उनकी सजावट की खबरें आ रही थीं, लेकिन अब खबरें आ रही हैं गरीबों के घर बनाने की और सजावट की। उन्होंने कहा, ‘जब अपना घर होता है तो सपने भी सजने लगते हैं, अपने बन जाते हैं और उन्हें पूरा करने के लिए पूरा परिवार परिश्रम करता है और जिंदगी बदलनी शुरू हो जाती है।’

गरीबों के सशक्तिकरण को प्राथमिकता
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने देश को गरीबी से मुक्ति का अभियान चलाया लेकिन गरीबों के सशक्तिकरण के लिए चलाया। उन्होंने प्रधानमंत्री जन धन योजना का उल्लेख करते हुए कहा, ‘एक समय था जब देश में बैंक तो थे लेकिन देश का गरीब बैंकों में प्रवेश नहीं कर पाता था और एक आज का समय है, जब हमने बैंकों को ही गरीब के घर के सामने लाकर खड़ा कर दिया है।’

बेहतर स्वास्थ्य मुहैया कराने के लिए सरकार प्रतिबद्ध
वलसाड के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जूनागढ़ में जनसभा को संबोधित किया। यहां भी प्रधानमंत्री को सुनने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा था। जूनागढ़ में प्रधानमंत्री ने पांच योजनाओं का लोकार्पण किया, जबकि चार का शिलान्यास किया। उन्होंने यहां 275 करोड़ रुपये की लागत से बने अत्याधुनिक सरकारी अस्पताल का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने यहां आयुष्मान भारत योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि उनकी सरकार जनसामान्य को स्वस्थ जीवन मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, ‘आयुष्मान भारत योजना का ट्रायल रन चल रहा है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्मजयंती 25 सितंबर से संपूर्ण देश में प्रधानमंत्री जन आरोग्य अभियान शुरू हो जाएगा।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि सालाना 5 लाख रुपये का बीमा मुहैया कराने वाली इस योजना का लाभ देश के करीब 50 करोड़ लोगों को मिलेगा। यह संख्या, कनाडा, अमेरिका और मेक्सिको को मिलाकर जितनी आबादी है, उसके बराबर है।

वेलनेस सेंटर पर जोर
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार की डेढ़ लाख वेलनेस सेंटर के निर्माण की योजना है जो डिजिटल टेक्नोलॉजी से लैस होगी और जहां उत्तम उपचार की व्यवस्था होगी। इसके जरिए प्रयास ये है कि जन सामान्य को 10 किलोमीटर के रेंज में सारी सुविधाएं मिलें और किसी को अपने परिवार जन को खोना ना पड़े। प्रधानमंत्री ने कहा कि मौजूदा सरकार जन औषधि स्टोर्स शुरू किए ताकि जन सामान्य को दवाएं कम कीमत पर मिल सकें। उन्होंने कहा कि जन औषधि योजना की विशेषता ये है कि यहां 300 रुपये की दवा 30 रुपये में उपलब्ध है।

प्रधानमंत्री मोदी ने जूनागढ़ कृषि विश्वविद्यालय में नए मत्स्य पालन कॉलेज में गर्ल्स हॉस्टल का भी उद्घाटन किया। उन्होंने खोखराडा में एक दुग्ध प्रसंस्करण इकाई का भी लोकार्पण किया। 

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