Home नरेंद्र मोदी विशेष देश के लिए एक पल भी आराम नहीं करते हैं पीएम मोदी

देश के लिए एक पल भी आराम नहीं करते हैं पीएम मोदी

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काम के प्रति समर्पण और जज्बा जगजाहिर है। तीन साल दो महीने गुजर गए लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजतक एक भी छुट्टी नहीं ली। प्रधानमंत्री मोदी के जीवन के सिर्फ एक ही मायने हैं भारत माता के लिए काम ही काम। प्रधानमंत्री मोदी यह सब कर पाते हैं समय का सदुपयोग करके। भारी व्यस्तता के बीच प्रधानमंत्री मोदी समय का सदुपयोग किस तरह से करते हैं इसकी एक झलक आप 25 जुलाई को उनके कार्यक्रम से देख सकते हैं।

बैठक से दिन की शुरुआत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अपने दिन की शुरुआत सुबह-सुबह भाजपा संसदीय दल की बैठक के साथ की। बैठक में पीएम मोदी ने सांसदों को अपनी संसदीय गतिविधियों में सतर्क और सजग रहने की हिदायत दी। श्री नरेंद्र मोदी ने सांसदों को आजादी के 70 साल की वर्षगांठ के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि इस बार 9 अगस्त से 15 अगस्त तक कार्यक्रम किए जाएंगे। 15 अगस्त से 30 अगस्त तक संकल्प यात्रा की घोषणा भी की। उन्होंने पार्टी सांसदों से कहा कि हर क्षेत्र में कल्याण के कार्यक्रम के बारे में लोगों को बताया जाए।

राष्ट्रपति शपथ ग्रहण समारोह
प्रधानमंत्री मोदी सुबह की बैठक के तुरंत बाद से लेकर दोपहर तक राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी के शपथ ग्रहण समारोह और प्रणव मुखर्जी के गार्ड ऑफ ऑनर सहित कई कार्यक्रमों में व्यस्त रहे।

संसद भवन में ही उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी से मुलाकात की और गुजरात में बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए राष्ट्रपति भवन से सीधे वह हवाई अड्डे के लिए रवाना हो अहमदाबाद चले गए।

अहमदाबाद में उच्च स्तरीय बैठक
अहमदाबाद पहुंचते ही प्रधानमंत्री मोदी ने एक उच्च स्तरीय बैठक की, जहां उन्हें बाढ़ की स्थिति का पूरा अवलोकन मिला। यह बैठक एक घंटे तक चली।

इसके बाद हेलिकॉप्टर से ढ़ाई घंटे तक हवाई सर्वेक्षण करके बाढ़ की भयावहता का अवलोकन किया। यह हवाई सर्वेक्षण खराब मौसम में उस हेलिकॉप्टर में किया गया जो बैठने के हिसाब से कंपर्टेबल नहीं था।

हवाई सर्वेक्षण खत्म होने के बाद उन्होंने फिर से अधिकारियों के साथ चर्चा की और दिशानिर्देश दिए। प्रधानमंत्री ने बाढ़ राहत और बचाव कार्य के लिए गुजरात को 500 करोड़ रुपये की तत्काल मदद की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने इस विभीषिका में जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये के मुआवजे की घोषणा की। प्रधानमंत्री ने यहां पत्रकारों से भी मुलाकात की, फिर वहां से रवाना होकर रात 10 बजे दिल्ली पहुंचें। इतना ही नहीं अहमदाबाद आने-जाने के दौरान प्रधानमंत्री नियमित ब्रीफिंग मीटिंग और कुछ फाइल वर्क भी करते रहे।

प्रधानमंत्री मोदी स्वयं को राष्ट्रसेवक कहना पसंद करते हैं, वो स्वयं को राष्ट्रसेवक भले ही कहें, लेकिन वो असल राष्ट्रनायक हैं। वो एक बेहतरीन रिफॉर्मर हैं, जिनके सम्मान में अब सारी दुनिया सजदा करने को तैयार है। पिछले तीन सालों में प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने जो नीतियां अपनाई हैं उससे हर क्षेत्र में विकास को गति मिली है और यही है जो पीएम मोदी को रीयल लीडर बनाते हैं।

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