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दुनिया मान रही कि ‘सोया हाथी’ जाग गया, सपने, संकल्प और पुरुषार्थ से बनाएंगे नया इंडिया – प्रधानमंत्री मोदी

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 72वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया। 82 मिनट के अपने संबोधन में उन्होंने देश को आत्मविश्वास से भरा हुआ बताया और महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात की। पीएम मोदी ने देश को भरोसा दिलाया कि देश में विकास की गति रफ्तार पकड़ चुकी है जो अब नहीं रुकेगी। प्रधानमंत्री ने कहा, ”देश ‘पॉलिसी पैरालाइसिस’ और ‘डिलेड रिफॉर्म’ के दौर से निकल चुका है और आज दुनिया मान रही है कि ‘सोया हाथी’ जाग गया है।” उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की छठी अर्थव्यवस्था बन गया है जो देश के लिए गौरव का विषय है। पीएम मोदी ने इस अवसर पर सेना में महिला अधिकारियों को भी स्थाई कमीशन की भी घोषणा की। प्रधानमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत नीलगिरी की पहाड़ियों में खिलने वाले खूबसूरत नीले रंग के नीलाकुरिन्जी फूल से की, जो 12 साल के लंबे इंतजार के बाद खिला है।

प्रधानमंत्री ने बताया कि 2022 में आजादी के 75 साल पूरे होने तक भारत का कोई संतान अंतरिक्ष में जाएगा। उन्होंने कहा, ‘’मैं आज देशवासियों को एक खुशखबरी दे रहा हूं। 2022 में जब देश की आजादी के 75 वर्ष पूरे होंगे इस अवसर पर भारत माता की कोई संतान, चाहे बेटा हो या बेटी, अंतरिक्ष में जाएगा। उसके हाथ में तिरंगा होगा। इसके साथ ही भारत मानव को अंतरिक्ष में पहुंचाने वाला विश्व का चौथा देश बन जाएगा।‘’


प्रधानमंत्री ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और इसके वैज्ञानिकों की उपलब्धियों की तारीफ करते हुए निकट भविष्य की योजना का के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि देश के वैज्ञानिकों ने जब एकसाथ 100 से अधिक सैटलाइट अंतरिक्ष में पहुंचाया तो पूरी दुनिया देखती रह गई। अब देश का लक्ष्य मानव सहित यान अंतरिक्ष में भेजने का है। उन्होंने कहा, ‘’देश के वैज्ञानिकों ने 100 से अधिक सैटलाइट छोड़े हैं। अब देश का मानव सहित अंतरिक्ष में जाने का लक्ष्य है। वर्ष 2022 तक या उससे पहले यानि आजादी के 75वें वर्ष में भारत का कोई नागरिक अंतरिक्ष में जाएगा।‘’

प्रधानमंत्री ने जानकारी दी कि केंद्र सरकार आरोग्य योजना शुरू करने जा रही है। इसके तहत 10 करोड़ परिवारों को पांच लाख रुपये तक इलाज की सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि आने वाले 5 से 6 सप्ताह के अंदर इस तकनीक का परीक्षण देशभर में शुरू होगा। परीक्षण के दौरान इसकी कमियों को दूर किया जाएगा। इसके बाद 25 सितंबर को पंडित दीन दयाल की जयंती पर प्रधानमंत्री जन आरोग्य2 अभियान शुरू हो जाएगा। पीएम मोदी ने कहा कि इससे गरीबों को अच्छा और सस्ता इलाज मिलेगा और बड़ी संख्या में अस्पताल बनेंगे और लोगों को रोजगार मिलेगा। इस योजना से करीब 50 करोड़ लोगों को लाभ मिलेगा।

प्रधानमंत्री ने सरकार के कामकाज में आई पारदर्शिता का जिक्र करते हुए कहा कि गरीबों का हक छीनने वाले फर्जी कारोबारियों के कारोबारों को हमने बंद किया है। देश में 5 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए। 

पीएम मोदी ने कहा कि शुरू में कठिनाइयों के बावजूद देश ने जीएसटी को अपनाया और व्यपारियों का भरोसा बढ़ा है। उन्होंने कहा कि जब हौसले बुलंद होते हैं, देश के लिए कुछ करने का इरादा होता है तो बेनामी संपत्ति का कानून भी लागू होता है।

उन्होंने जानकारी दी कि पिछले चार साल में प्रत्यक्ष कर देने वालों की संख्या 4 करोड़ से बढ़कर 6.75 करोड़ हो गयी, वहीं अप्रत्यक्ष करदाताओं की संख्या जहां पहले 70 लाख थी, जीएसटी लागू होने के एक साल में ही बढ़कर 1.16 करोड़ पर पहुंच गयी। उन्होने कहा कि 6 करोड़ फर्जी लोगों के नाम पर विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाया जा रहा था, इसे रोका गया। इससे देश को 90,000 करोड़ रुपये की बचत हुई। 

प्रधानमंत्री मोदी ने पिछली सरकार के कार्यकाल से तुलना करते हुए शौचालय बनाने की रफ्तार में तीव्र गति का जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘’अगर शौचालय बनाने में 2013 की रफ्तार से चलते तो शायद तो कितने दशक बीत जाते।‘’ पीएम मोदी ने कहा कि अगर हम गांव में बिजली पहुंचाने की बात करें, तो 2013 के आधार के आधार पर सोचें, तो एक दो दशक और लग जाते। अगर 2013 की रफ्तार से ऑप्टिकल फाइबर लगाने का काम करते तो गांवों में पहुंचाने में पीढ़ियां निकल जातीं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस रफ्तार से 2013 में गैस कनेक्शन दिया जा रहा था, अगर वही पुरानी रफ्तार होती तो देश के हर घर में सालों तक भी गैस कनेक्शन नहीं पहुंच पाता। देश आज रिकॉर्ड अन्न उत्पादन कर रहा है। कौशल विकास पर तेज से काम चल रहा है। हमारे देश से अपेक्षाएं बहुत ज्यादा हैं। हम बड़े लक्ष्य लेकर आगे बढ़ेंगे।

संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने अपनी सरकार की तरफ से भविष्य का रोडमैप पेश किया। उन्होंने कहा,

हर भारतीय के घर में शौचालय हो- Sanitation for All
हर भारतीय अपने मनचाहे क्षेत्र में कुशलता हासिल कर सके- Skill for All
हर भारतीय को अच्छी औऱ सस्ती स्वास्थ्य सेवा सुलभ हो- Health for All
हर भारतीय को बीमा का सुरक्षा कवच मिले- Insurance for All
हर भारतीय के पास अपना घर हो- Housing for All
हर भारतीय के घर में बिजली कनेक्शन हो- Power for All
हर भारतीय की रसोई धुआं मुक्त हो- Clean Cooking for All
हर भारतीय के घर में जरूरत के मुताबिक जल पहुंचे- Water for All
हर भारतीय इंटरनेट की दुनिया से जुड़ सके- Connectivity for All

प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू का जिक्र करते हुए कहा कि प्रदेश में लोकतांत्रिक इकाइयों को और मजबूत करने के लिए लंबे समय से टल रहे पंचायत और निकाय चुनाव भी जल्द कराए जाने की तैयारी चल रही है। उन्होंने कहा, ‘’जम्मू-कश्मीर के लिए अटल बिहारी वाजपेयी का आह्वान था- इंसानियत, कश्मीरियत, जम्हूरियत। मैंने भी कहा है, जम्मू-कश्मीर की हर समस्या का समाधान गले लगाकर ही किया जा सकता है। हमारी सरकार जम्मू-कश्मीर के सभी क्षेत्रों और सभी वर्गों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।‘’

प्रधानमंत्री मोदी ने स्वरोजगार की तरफ बढ़ते युवाओं की सराहना करते हुए मुद्रा लोन का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि 13 करोड़ नौजवानों ने मुद्रा लोन लिया और आज  स्वरोजगार के क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि डिजिटल इंडिया का विस्ताार गांवों तक हो रहा है। 3 लाख से ज्यादा कॉमन सर्विस सेंटर देशभर के गांवों में चल रहे हैं। हमारा देश बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्ष 2022 तक हमने किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा है। कई नई फसलों का रिकॉर्ड उत्पादन हो रहा है। सरकार का पूरा ध्यान कृषि क्षेत्र में बदलाव और आधुनिकता लाने का है। बीज से बाजार तक योजना ने सराहनीय कार्य किया गया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार कड़े फैसले लेने का सामर्थ्य रखती है क्योंकि देशहित हमारे लिए सर्वोपरि है। उन्होंने कहा, ‘’जब हौसले बुलंद होते हैं, देश के लिए कुछ करने का इरादा होता है तो बेनामी संपत्ति का कानून भी लागू होता है।‘’

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था बहुत तेजी से विकास कर रही है। पूर्वोत्तर भारत भी देश के विकास के साथ जुड़ रहा है। चार साल में नॉर्थ ईस्ट को भारत के साथ लाकर खड़ा कर दिया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि तीन तलाक की कुप्रथा के कारण मुस्लिम महिलाओं को अन्यांय का सामना करना पड़ा है। सरकार इसे खत्म करने का प्रयास कर रही है, लेकिन तीन तलाक बिल को कुछ लोग पारित नहीं होने दे रहे हैं। उन्होंने भरोसा दिलाते हुए कहा, ‘’मैं मुस्लिम महिलाओं और बेटियों को विश्वास दिलाता हूं कि उन्हें न्याय दिलाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ूंगा।‘’

प्रधानमंत्री मोदी ने बीते मानसून सत्र को सामाजिक न्याय के लिए प्रतिबद्ध बताते हुए कहा कि बाबासाहेब ने जो संविधान बनाया है, वह सभी को न्याय देता है। हमने सभी के लिए सामाजिक न्याय सुनिश्चित किया है। संसद के इस सत्र में ओबीसी आयोग को बनाने वाला बिल पास हुआ।

पीएम मोदी ने देश में हो रहे महिलाओं के प्रति अपराध के खिलाफ आवाज बुलंद करने का आह्वान करते हुए कहा, ‘’महिला शक्ति को चुनौती देने वाली राक्षसी शक्तियां भी पैदा हो रही है। इससे देश को मुक्त बनाना होगा। कानून अपना काम कर रहा है, लेकिन हमें भी अपने स्तर पर इससे लड़ना होगा।‘’
प्रधानमंत्री मोदी ने महिलाओं को सम्मान के लिए लोगों से अपने बच्चों में संस्कार भरने की अपील की। उन्होंने कहा कि हमें अपने बच्चों को बताना होगा कि महिलाओं का सम्मान किया जाना चाहिए।

उन्होंने बलात्कार को राक्षसी मनोवृत्ति बताते हुए इस पर बनाए सख्त कानून का प्रचार-प्रसार करने पर बल देते हुए कहा कि हमें इसे प्रचारित करना होगा और इस विकृति पर हमला करना होगा। उन्होंने कहा, ‘’बलात्कार की शिकार बेटी को जितनी पीड़ा होती है, उससे लाखों गुना हमें होती है। इस राक्षसी मनोवृति से देश को मुक्तत कराना होगा।‘’

उन्होंने कहा कि पिछले दिनों में मध्य प्रदेश के कटनी में बलात्कारियों को पांच दिन में सजा सुना दी गई है। राजस्थांन में ऐसा ही हुआ है और राक्षसी वृत्ति की मानसिकता को फांसी की सजा हुई है। कानून का शासन होना चाहिए। कानून का शासन सर्वोच्च है और किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है।

प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास का जिक्र करते हुए कहा कि विकास की पहली शर्त शांति होती है। उन्होंने बताया कि त्रिपुरा-मेघालय और अरुणाचल के कई भागों में आतंक का खात्मा हुआ और ऐतिहासिक रुप से शांति की स्थापनी हुई है। प्रधानमंत्री ने जानकारी दी कि सुरक्षा बलों की सक्रियता के कारण त्रिपुरा और मेघालय अफस्पा हटा लिया गया है और अरुणाचल प्रदेश के कई जिले भी अफस्पा मुक्त हो गए हैं। उन्होनें कहा कि नक्सली समस्या भी कम हो रही है। जन सामान्य को जोड़ने के कारण नक्सल प्रभावित 126 जिलों से घटकर 90 जिले हो गए हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कवियतामयी अंदाज में देश के लिए अपनी बेसब्री, व्याकुलता और बेचैैनी का जिक्र करते हुए कहा,

बेसब्र हूं, क्योंकि हमसे कई देश आगे हैं, मेरे देश को उनसे आगे जाना है।