Home नरेंद्र मोदी विशेष प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बड़े भाई के पैर छूकर लिया आशीर्वाद

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बड़े भाई के पैर छूकर लिया आशीर्वाद

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‘देश का नेता कैसा हो, नरेन्द्र भाई जैसा हो’, ‘मोदी-मोदी’ के नारे देशभर में ही नहीं विदेशों में यूं ही नहीं गूंजता है। आज प्रधानमंत्री ने वो काम किया, जिसे आजकल घर-परिवार और समाज के लोग निजी जीवन में भूलने लगे हैं। जिसने भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यह काम करते देखा, वह उनका मुरीद हो गए। हुआ यूं कि गुजरात चुनाव के दूसरे चरण में मताधिकार का उपयोग करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी साबरमती विधानसभा क्षेत्र के राणिप में बूथ नंबर 115 में वोट डालने पहुंचे। गाड़ी से उतरने के बाद सबसे पहले उन्‍होंने वहां मौजूद अपने बड़े भाई सोम मोदी के पैर छुए। उसके बाद पीएम मोदी वोट डालने के लिए काफी देर तक लाइन में खड़े रहे।  

 

 

प्रधानमंत्री ने बड़े भाई सोम मोदी के पैर छुकर पुरानी और नई दोनों पीढ़ियों को एक सीख दे गए कि व्यक्ति चाहे कितने ही अच्छे और बड़े पद पर हो, जो बड़े-बुजुर्ग हैं, जब भी अवसर मिले, उनसे आशीर्वाद लेते रहना चाहिए।
पीएम को जब भी मौका मिलता है, वह मां, बड़े भाई ही नहीं देश के प्रतिष्ठित बड़े लोगों का आशीर्वाद लेने से नहीं चूकते हैं। पीएम हर साल मां हीरा बेन से आशीर्वाद लेना नहीं भूलते।

पीएम अपने जन्मदिन पर लेते हैं मां का आशीर्वाद 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर बार अपने जन्मदिन पर गांधीनगर आते हैं और मां हीराबेन से आशीर्वाद लेते हैं। 17 सितंबर 2015 को जब मां से आशीर्वाद लेने पहुंचे, तब उनकी मां ने उन्हें पांच हजार एक रुपये नकद और गीता की प्रति भेंट की थी। पीएम मोदी ने इस राशि को कश्मीर के बाढ़ पीड़ितों के लिए दान कर दिया था।

बकरी बेचकर शौचालय बनाने वाली वयोवृद्ध कुंवर बाई के छुए पैर 
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिले राजनंदगांव के कुरुभात गांव में श्यामा प्रसाद मुखर्जी अर्बन मिशन को लॉन्च करने 21 फरवरी, 2016 को आए थे। वहां उन्होंने 105 साल की वयोवृद्ध महिला कुंवर बाई को सम्मानित किया था। उस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंच पर ही कुंवर बाई के पांव भी छुए थे। कुंवर बाई छत्तीसगढ़ के कोटाभरी गांव की रहने वाली हैं। कुंवर बाई के पास 10 बकरियां थी। उनमें से उन्होंने 8 को बेच दिया था। बकरियां बेचकर जो पैसा आया उससे कुंवर बाई ने घर में ही दो टॉयलेट बनावाए। इसके अलावा वह गांव के लोगों को अपने घर बुलाकर टॉयलेट का महत्व भी समझाती हैं। 

पाकिस्तान गए तो नवाज शरीफ की मां के छुए पैर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 दिसंबर, 2012 को पाकिस्तान की सरप्राइज विजिट के दौरान लाहौर उतरे। लाहौर के अलामा इकबाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पाकिस्‍तान के पीएम नवाज शरीफ खुद स्‍वागत करने के लिए खड़े थे। एयरपोर्ट से हेलिकॉप्‍टर में बैठकर दोनों नेता रायविंड पहुंचे, जहां नवाज शरीफ की पोती के निकाह समारोह चल रहा था। घर पहुंचते ही शरीफ ने पीएम मोदी को अपनी मां से मिलवाया। जैसे ही शरीफ की मां हॉल में आईं, मोदी ने उनके पैर छुए।

कर्नल निजामुद्दीन के छुए पैर 
वाराणसी की रोहनिया की रैली में 8 मई 2014 को नरेन्द्र मोदी ने जिस शख्स के पैर छूकर आशीर्वाद लिया, वह कर्नल निजामुद्दीन थे। वह सुभाष चंद्र बोस के ड्राइवर और बाडीगार्ड रह चुके थे। 7 फरवरी 2017 को 117 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया। कर्नल निजामुद्दीन की हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, जर्मन, जापानी, बांग्ला समेत ग्यारह भाषाओं पर पकड़ थी। कर्नल अचूक निशानेबाज थे। उन्होंने बताया कि 1945 में जंग के दौरान ब्रिटिश जहाज मार गिराया था। मुबारकपुर आजमगढ़ के ग्राम ढकवां के साकिन कर्नल निजामुद्दीन पांच जून 1969 में सिंगापुर से भारत लौटे थे।

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