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हमें मिलकर नया भारत बनाना है, अभी बहुत दूर हमें जाना है- प्रधानमंत्री मोदी

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भाजपा के दो दिवसीय अधिवेशन के समापन सत्र में शनिवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने भाजपा के खिलाफ बन रहे विपक्ष के महागठबंधन पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिन पार्टियों का जन्म कांग्रेस विरोध से हुआ, वही पार्टियां आज एकजुट हो रही हैं। आज जब कांग्रेस रसातल में है, भ्रष्टाचार में डूबी है, उसके नेता जमानत पर हैं तो ये कांग्रेस से अलग हुए दल उसी कांग्रेस के सामने समर्पण कर रहे हैं। मतदाताओं ने आपको कांग्रेस का विकल्प बनाने की कोशिश की, आप उन्हीं से धोखा कर रहे हैं। विपक्षी दल मिलकर मजबूर सरकार बनाना चाहते हैं, लेकिन देश चाहता है कि मजबूत सरकार बने।

पीएम मोदी ने कहा कि हमें विवेकानंद का वह मंत्र याद रखना है- उठो, जागो और लक्ष्य की प्राप्ति तक मत रुको। हम मिलकर बदलाव लाएंगे, मिलकर देश को आगे बढ़ाएंगे, क्योंकि दुनिया का हर शिखर हमारा होने वाला है। हमारे लिए जनसेवा ही प्रभुसेवा है। हमारे लिए नर सेवा ही नारायण सेवा है। हमारे लिए समता, ममता, समरसता सामाजिक न्याय की सीढ़ियां हैं। हमें विकास की शक्ति पर विश्वास है। विकास से ही प्रगति की पहचान होगी, विकास से ही देश की शान बढ़ेगी। हमें मिलकर नया भारत बनाना है, अभी बहुत दूर हमें जाना है।

बड़े और कड़े फैसले लिए

पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय परिषद की यह पहली बैठक है, जो अटल बिहारी वाजपेयी जी की अनुपस्थिति में हो रही है, लेकिन वे जहां से भी हमें देख रहे होंगे, उन्हें भी संतोष हो रहा होगा। कभी दो कमरों में चलने वाली पार्टी आज इतने विशाल स्वरूप में राष्ट्रीय परिषद की बैठक कर रही है, ये अपने-आपमें अविश्वसनीय है। यह आप सभी कार्यकर्ताओं की ताकत है, जो हम इतनी गति से आगे बढ़ रहे हैं। 16 राज्यों में हम सरकार चला रहे हैं या सरकार में शामिल हैं। भाजपा की सरकार ने यह साबित किया है कि बिना भ्रष्टाचार के भी सरकार चलाई जा सकती है और स्थायी परिवर्तन लाने वाले कड़े और बड़े फैसले लिए जा सकते हैं। सबका साथ सबका विकास ही हमारी कार्य संस्कृति है। इसी प्रयास को विस्तार देते हुए हमने सामान्य वर्ग के लिए दस प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की। यह नए भारत के आत्मविश्वास को और बढ़ाने वाला है। इस आरक्षण के जरिए उन युवा आकांक्षाओं को विश्वास देने का प्रयास किया गया, जिन्हें गरीबी की वजह से अवसर नहीं मिल पाता था। दलितों और पिछड़ों को पहले से दिए जा रहे आरक्षण को छेड़े बिना भाजपा ने सामान्य वर्ग को 10 प्रतिशत आरक्षण दिया है। इसके साथ ही, शैक्षणिक संस्थाओं में दस प्रतिशत सीटें भी बढ़ाई जाएंगी। हमने महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए काम किया। मैटरनिटी लीव को 12 हफ्ते से बढ़ाकर 26 हफ्ते कर दिया गया। गांवों में महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप को और मजबूत किया जा रहा है। इतिहास में पहली बार महिलाएं सशस्त्र बलों में बड़ी संख्या में भागीदारी कर रही हैं, बेटियां फाइटर प्लेन उड़ा रही हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस की सरकारों ने अन्नदाता को मतदाता बना रखा था, लेकिन हम अन्नदाता को नए भारत की ऊर्जा का वाहक बनाना चाहते हैं। बीज से लेकर बाजार तक सरकार नई और आधुनिक व्यवस्थाओं का निर्माण कर रही है। देश का किसान इस बात का साक्षी है कि हमने स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिश को लागू करते हुए एमएसपी को लागत का डेढ़ गुना करने का फैसला किया। दाल की बढ़ी कीमतों को लेकर अब ब्रेकिंग न्यूज देखने को नहीं मिलती। यह बदलाव इसलिए है, क्योंकि दाल के उत्पादन, खरीद और कीमत को लेकर हमने दूरगामी नीतियां बनाईं। यूपीए सरकार ने अपने आखिरी पांच वर्षों में किसानों से 7 लाख मीट्रिक टन दलहन और तेलहन की खरीद की, जबकि हमारी सरकार ने किसानों से 95 लाख मीट्रिक टन उपज किसानों से खरीदी है। हम साल 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने में जुटे हैं।

व्यवस्था को दुरुस्त करने का प्रयास ईमानदारी से किया

पीएम मोदी ने कहा कि मैंने किसी योजना का नाम अपने नाम पर नहीं रखा। मैं यह दावा नहीं करता कि मैंने सब कुछ कर दिया है और अब कुछ करने की जरूरत नहीं है। लेकिन, इतना दावा जरूर करता हूं कि मैंने व्यवस्था में कमियों को दूर करने का ईमानदारी से प्रयास किया है। गरीबों के लिए घर और शौचालय बनवाने और उन्हें गैस सिलिंडर देने या सड़क बनाने में हमारी सरकार की गति पिछली सरकार की तुलना में बहुत ज्यादा रही है।

पीएम मोदी ने बैंकिंग सिस्टम और लोन देने की व्यवस्था में मौजूद खामियों को दूर करने का जिक्र करते हुए कहा कि अब अर्थव्यवस्था तेजी से पारदर्शी होने की तरफ बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार मजबूर सरकार नहीं बल्कि मजबूत सरकार है। मजबूत सरकार ही विकास के कार्य कर सकती है। जनता को मजबूर सरकार और मजबूत सरकार में से क्या चाहिए, यह तय करना होगा।       

18 घंटे काम करने वाला प्रधानसेवक

प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए सिटीजनशिप अमेंडमेंट बिल, एनआरसी, आधार, ओबीसी कमीशन और तीन तलाक जैसे मुद्दों की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने हमेशा संस्थाओं का सम्मान किया है, उन्हें महत्व दिया है। जनता को तय करना है कि उसे कैसा प्रधानसेवक चाहिए। मैं देश के लिए 18 घंटे काम करने वाला और ईमानदारी को अपना उसूल मानने वाला प्रधानसेवक हूं।   

प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान देश के कोने-कोने से आए कार्यकर्ता बेहद उत्साहित नजर आए। पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान भारतीय जनता पार्टी और जनसंघ के दौर के नेताओं को याद किया।                    

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