Home नरेंद्र मोदी विशेष सर्वाधिक महत्वपूर्ण पदों पर भी सामान्य व्यक्ति आसीन है, यही है भारतीय...

सर्वाधिक महत्वपूर्ण पदों पर भी सामान्य व्यक्ति आसीन है, यही है भारतीय लोकतंत्र की सशक्त उपलब्धि- पीएम मोदी

SHARE

देश के नव-निर्वाचित उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को अपना कार्यभार संभाल लिया। राज्यसभा के नये सभापति के रूप में उनका स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के लिये आज बहुत गौरव का क्षण है जब सभी महत्वपूर्व संवैधानिक पदों पर गरीब और सामान्य परिवारों से आया व्यक्ति ही बैठा हुआ है।

आज किसी महत्वपूर्ण संवैधानिक पद पर कोई खानदानी रईश नहीं बैठा है-पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने वेंकैया नायडू के किसान पृष्ठभूमि की चर्चा करते हुए कहा कि भारतीय लोकतंत्र कितना परिपक्व है कि इस समय देश के सभी महत्वपूर्ण संवैधानिक पदों पर वो लोग बैठे हैं जिनकी पृष्ठभूमि गरीब, गांव और सामान्य परिवार की है, किसी रईश खानदान से नहीं। उनके अनुसार ये भारतीय लोकतंत्र की परिपक्वता और संविधान की गरिमा जाहिर करता है। ये सवा सौ भारतीयों के लिये गौरव की बात है। इससे हमारे पूर्वजों को सम्मान मिला है। इसके लिये संविधान निर्माताओं का नमन करना चाहता हूं।

सदन की बारीकियों से परिचित हैं वेंकैया- पीएम मोदी
राज्यसभा के सभापति के तौर पर वेंकैया नायडू का स्वागत करते हुए पीएम मोदी ने कहा है कि, जिस दिन वेंकैया जी ने कार्यभार संभाला है वो ऐतिहासिक रूप से बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है। क्योंकि 11 अगस्त को ही खुदीराम बोस जैसे वीर को फांसी पर चढ़ा दिया गया था। पीएम मोदी ने कहा कि वेंकैया जी पहले ऐसे उपराष्ट्रपति बने हैं जिन्होंने स्वतंत्र भारत में जन्म लिया है। शायद वो संसद परिसर और इस सदन की बारिकियों से जितने परिचित हैं वैसे पहले ही शायद कोई उपराष्ट्रपति रहे होंगे। पीएम ने कहा कि सार्वजनिक जीवन की बात करें तो वह जेपी आंदोलन की पैदाइश हैं। उस आंदोलन में आंध्रप्रदेश में उन्होंने अपने को एक विद्यार्थी नेता के रूप में झोंक दिया था। तब से लेकर अबतक उन्होंने विधानसभा से लेकर राज्यसभा तक अपने व्यक्तित्व और कार्यक्षेत्र दोनों का विस्तार किया है।

सदन में अच्छे बदलाव के संकेत- पीएम मोदी
इस मौके पर पीएम ने कहा कि कोई भी सरकार हो प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना हर सांसद के लिये पसंदीदा योजना रही है, जिसका तोहफा वेंकैया नायडू ने ही देश को दिया है। उन्होंने कहा कि सदन के सदस्यों के बीच से उनका सभापति बन जाना सदस्यों को कुछ समय तक जरूर खटकेगा लेकिन धीरे-धीरे ये चीजें सामान्य हो जाएंगी। पीएम मोदी ने भरोसा जताया कि इस सदन का पका पकाया सदस्य सभापति के आसन तक पहुंचा है, जिससे सदन की गरिमा और प्रतिष्ठा को और ऊंचा उठाने में सहायता मिलेगी और सदस्यों को भी मार्गदर्शन मिलेगा। प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि वेंकैया जैसे व्यक्तित्व के सभापति बनने से सदन में अच्छे बदलाव के संकेत भी दिख रहे हैं। इस अवसर पर पर पीएम ने वेंकैया के बारे में कुछ पंक्तियां कहीं-

“अमल करो ऐसा अमन में, जहां से गुजरें तुम्हारी नजरें, उधर से तुम्हें सलाम आये”

Leave a Reply